एक्सप्लोरर
Surguja: आकाशीय बिजली गिरने से मवेशियों की हो गई मौत, खेती की तैयारी कर रहे किसान की टूटी आस
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के पहाड़ी इलाकों में बिजली गिरने से किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है. यहां बिजली गिरने से मवेशियों की मौत हो रही है जिससे खेती में दिक्कतें हो रही हं.

(छत्तीसगढ़ के सरगुजा में बिजली गिरने से मवेशियों की मौत, प्रतीकात्मक तस्वीर)
Source : अमितेष पांडेय
Surguja News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सरगुजा जिले के विकासखंड मैनपाट क्षेत्र में बारिश (Rain) शुरू होने के साथ ही आकाशीय बिजली (Lightning) गिरने की घटनाएं लगातार बढ़ रही है. बुधवार की रात पथरई ग्राम में गाज गिरने से घर के पास खुले आसमान के नीचे बांधकर रखे गए छह मवेशियों की मौत हो गई. मवेशियों की मौत के बाद पशुपालक ने मुआवजे की मांग की है.
बताया जा रहा है कि पथरई निवासी पारस यादव के द्वारा पशुपालन किया जाता है. हर दिन की तरह उन्होंने बुधवार की शाम घर के पास ही भैंसों को बांधकर रखा था. रात के समय तेज गजर्ना के साथ झमाझम बारिश हुई थी, सुबह जब ग्रामीणों की नींद खुली तब एक साथ छह मवेशियों का शव देख आंखें फटी की फटी रह गई.
ग्रामीणों ने बताया कि देर रात बहुत तेज बादल गरजने की आवाज आई थी, संभवतः उस दौरान ही गाज गिरने से मवेशियों की मौत हुई होगी. प्रभावित पशुपालक के द्वारा प्रशासन से मुआवजे की मांग की गई है. इसके पहले चंपरवा गंव में गाज एक कच्चे घर के दीवार पर गिरी थी, जिससे घर के सदस्य बाल-बाल बचे थे.
आकाशीय बिजली के लिए काफी संवेदनशील है मैनपाट
सरगुजा जिले के मैनपाट के पहाड़ी इलाके को आकाशीय बिजली के लिए काफी संवेदनशील माना जाता है. इसके पूर्व भी गाज गिरने से बड़ी संख्या में मवेशियों की मौत हो चुकी है. इस तरह की घटना लगातार बढ़ने से मैनपाट के रहवासियों और पशुपालकों के साथ किसानों की भी चिंता बढ़ रही है. छोटे और मंझले किसानों के द्वारा बैल और भैंस की जोड़ी से ही खेतों की जुताई की जाती है. ऐसी स्थिति में मवेशियों की मौत होने से ग्रामीणों की परेशानी बढ़ रही है. प्रभावित परिवार का कहना है कि वे खरीफ फसल की तैयारी कर रहे थे, मगर बिजली ने उनके सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया.
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, राज्य और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और पढ़ें
Source: IOCL























