Chhattisgarh: 'नक्सलियों के सामने BJP ने किया सरेंडर', छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज का CM विष्णुदेव साय पर हमला
Chhattisgarh News: दीपक बैज ने बीजेपी की सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जब से प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी है, तब से बस्तर ही नहीं बल्कि पूरा छत्तीसगढ़ का माहौल अशांत हो चुका है.

Bastar News: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर में गृहमंत्री विजय शर्मा के नक्सलियों से शांति वार्ता की अपील के बयान के बाद प्रदेश में राजनीति गरमा गई है. एक तरफ जहां गृहमंत्री विजय शर्मा ने वीडियो कॉल के जरिए भी नक्सलियों से इस समस्या का हल निकालने के लिए सरकार से बात करने की अपील की है, वहीं दूसरी तरफ नक्सलियों ने एक प्रेस नोट जारी कर अपनी कुछ शर्तों को रखकर शांति वार्ता के लिए हामी भर दी है. वहीं इन बयानों के बीच पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने शुक्रवार (23 फरवरी) को जगदलपुर में प्रेस वार्ता के दौरान नक्सलियो से शांतिवार्ता को लेकर बड़ा बयान दिया है.
दीपक बैज ने कहा कि राज्य सरकार नक्सलियों के सामने पूरी तरह से सरेंडर कर चुकी है, क्योंकि यह दौर बातचीत का नहीं बल्कि बस्तर के लोगों की समस्या का समाधान करने का है. अगर इस तरह की भाषा का इस्तेमाल बीजेपी करती है तो मैं समझता हूं कि नक्सलियों के सामने राज्य सरकार सरेंडर कर चुकी है. दीपक बैज ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में पिछले 5 सालों में बस्तर शांति की ओर लौट चुका था, लेकिन प्रदेश में बीजेपी की सरकार जब से बनी है सिर्फ बस्तर ही नहीं बल्कि पूरा छत्तीसगढ़ का माहौल अशांत हो चुका है. पिछले तीन महीनों में बस्तर में नक्सली घटनाएं काफी तेजी से बढ़े हैं, जिसमें आम ग्रामीणों के मारे जाने के साथ ही कई जवानों की शहादत भी हुई है.
दीपक बैज ने साधा बीजेपी पर निशाना
इसके अलावा पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि शांति वार्ता को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के नेताओं के बयान काफी अलग-अलग है. बस्तर प्रवास के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अलग बयान देते हैं और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी अलग बयान देते हैं. बीजेपी के दोनो बड़े नेता कहते है कि 2024 में बस्तर को पूरी तरह से नक्सलवाद से मुक्त कर देंगे. वहीं आज प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा नक्सलियो से शांति वार्ता की बात कह रहे हैं. गृहमंत्री विजय शर्मा को पहले केंद्रीय गृहमंत्री और जेपी नड्डा से पूछना चाहिए कि वह क्या चाहते हैं.
बीजेपी की डबल इंजन के सरकार को पहले अपने विचार को स्पष्ट करने की आवश्यकता है कि क्या वे बातचीत के जरिए नक्सलवाद खत्म करेंगे या फिर बंदूक के बदले बंदूक से नक्सलवाद खत्म करेंगे. यह स्पष्ट होना चाहिए. दीपक बैज ने कहा कि राज्य में बीजपी की सरकार बनने के बाद बस्तर अशांत हुआ है. इन 3 महीनो में कई बड़ी नक्सली वारदाते हुए हैं. कई जवानों की भी शहादत हुई है. पिछले 5 सालों में कांग्रेस की सरकार में बस्तर शांत रहा. बस्तर की जनता और बस्तर के स्थानीय जनप्रतिनिधि चाहते हैं कि बस्तर में शांति आनी चाहिए, अगर प्रदेश की बीजेपी सरकार को नक्सलवाद से निपटने के लिए जरिया चाहिए तो वह बस्तर के कांग्रेसी जन प्रतिनिधियों से बातचीत करें और बस्तर के लोगों से मिले. इससे समस्या का समाधान होगा और समाधान सुझाव देने के लिए कांग्रेस हमेशा से ही तैयार है.
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Source: IOCL





















