नारायणपुर में कुत्ते की वजह से बाल-बाल बचा जवान, गश्त के दौरान हुआ था बम विस्फोट, कुत्ते की चली गई जान
Narayanpur News: घायल जवान मनोज ने बताया कि गांव में रहने वाला कुत्ता अक्सर शिविर आया करता था. जवान उसे खाना दे दिया करते थे. पिछले कुछ समय से गश्त के दौरान कुत्ता भी जवानों के साथ जाने लगा था.

Bomb Blast In Narayanpur: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में बुधवार को बम की चपेट में आने से भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के एक जवान को मामूली चोट आई है तथा एक कुत्ते की मौत हो गई. पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षा कर्मियों के साथ चल रहे कुत्ते के कारण जवानों की जान बच गई. उन्होंने बताया कि जिले के धनोरा थाना क्षेत्र में प्रेशर बम की चपेट में आने से आईटीबीपी के जवान मनोज यादव को मामूली चोट आई है. इस घटना में एक कुत्ते की मौत हो गई है.
अधिकारियों ने बताया कि धनोरा थाना क्षेत्र में आईटीबीपी के जवानों को गश्त पर रवाना किया गया था. इस दौरान गांव का एक कुत्ता भी उनके साथ चल रहा था. जब जवान हिकपोल और टेकानार के जंगल में थे, तब कुत्ता बम के ऊपर बैठ गया इससे बम में धमाका हो गया. इस घटना में कुत्ते की मौत हो गई और मनोज को हल्की चोट पहुंची.
उन्होंने बताया कि घटना के बाद अन्य जवानों ने घायल मनोज को अस्पताल पहुंचाया. आईटीबीपी के घायल जवान मनोज ने बताया कि गांव में रहने वाला कुत्ता अक्सर शिविर आया करता था. इस दौरान जवान उसे खाना दे दिया करते थे. पिछले कुछ समय से गश्त के दौरान कुत्ता भी जवानों के साथ जाने लगा था.
मनोज ने बताया कि आज जब जवान गश्त पर थे तब वह कुत्ता भी उनके साथ था. जब जवान घटनास्थल के करीब पहुंचे तब कुत्ता बम के करीब गया और उसके ऊपर बैठ गया. इससे बम में धमाका हुआ और उसकी मौत हो गई. बम से निकले छर्रे से मनोज घायल हो गए. मनोज ने कहा कि कुत्ते के कारण उनकी और अन्य जवानों की जान बच गई.
33 नक्सलियों ने किया सरेंडर
बता दें कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा में आयोजित एक सार्वजनिक सभा में एक साथ 33 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया. इनमें से कई इनामी नक्सली भी शामिल हैं. नक्सलियों ने एसपी की उपस्थिति में आत्मसर्मपण कर दिया. सुकमा के पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने बताया कि जिले के डब्बामरका कैंप में मंगलवार को आयोजित 'जन दर्शन' कार्यक्रम के दौरान नक्सलियों ने पुलिस के सामने आकर सरेंडर कर दिया. पुलिस का दावा है कि नक्सलियों पर पुलिस कैंपों का सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है.
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Source: IOCL























