चिराग पासवान ने अपने संसदीय क्षेत्र के मरीज के लापात होने के बाद सीएम नीतीश को लिखा पत्र
शेखपुरा संसदीय क्षेत्र के मरीज के एनएमसीएच से लापता होने के बाद सांसद चिराज पासवान ने सीएम नीतीश को पत्र लिखकर लापता मरीज को तलाशने और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की.

पटना: एलजेपी सुप्रीमो चिराग पासवान ने 19 जुलाई को एक कोरोना संक्रमित मरीज के एनएमसीएच से गायब होने के संबंध में सूबे के मुखिया सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिख कर आग्रह किया था कि लापता मरीज की तलाश की जाए और जो भी इस मामले में दोषी है उसपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए. उसके पत्र लिखने के बाद सूबे के सियासी गलियारों में हलचल मच गई थी कि आखिर वो कौन शख्स है जिसके लापता होने पर चिराग पासवान ने सीएम नीतीश को पत्र लिखकर कार्रवाई की गुहार लगाई है.
बता दें कि लापता शख्स शेखपुरा के खांडपर मोहल्ले के वार्ड नंबर-06 का निवासी रंजीत कुमार है. यही वो शख्स है जिसके गायब होने की खबर के बाद बिहार में सियासी खलबली मच गई है. जानकारी के मुताबिक शेखपुरा के रहने वाले रंजीत बीते 3 जुलाई को कोरोना संक्रमण होने के कारण शेखपुरा से एनएमसीएच पटना रेफर कर भर्ती कराया गया था.
रहस्यमई तरीके से लापता हुआ मरीज
परिवार से मिली जानकारी के अनुसार मरीज को एनएमसीएच के आईसीयू में भर्ती कराया गया और 5 जुलाई को बाहर निकाला गया था. लेकिन बीते 6 जुलाई से ही मरीज अस्पताल से लापता है. घरवालों के अनुसार मरीज के गायब होने की जानकारी उन्हें तब मिली जब 14 जुलाई को परिजन मरीज से मिलने एनएमसीएच पहुंचे. इस पूरी घटने को 11 दिनों से ज्यादा का वक्त हो गया है.
मरीज की उम्र 55, लेकिन रिपोर्ट में 25
रंजीत कुमार जिनका कोरोना जांच 25 जून को किया गया और 27 जून को रिपोर्ट आई , उनके उम्र को लेकर भी संशय है. बता दें कि कोविड रिपोर्ट में मरीज की उम्र 25 बतायी गई है, जबकि परिवार के मुताबिक मरीज की उम्र 55 साल है. संक्रमित मरीज के ऑफिसियल डिटेल्स से पता चलता है एनएमसीएच में भी उनकी उम्र 55 की जगह 25 लिखा गया है.
चिराग पासवान ने पत्र लिख सीएम से की अपील
इसी मामले में चिराग पासवान ने बीते 19 जुलाई पत्र लिख सीएम से गायब हुए मरीज की तलाश करने की मांग की है. उन्होंने सीएम को लिखे पत्र में जिक्र किया है कि उनके संसदीय क्षेत्र के निवासी रंजीत कुमार 6 जुलाई से ही एनएमसीएच से गायब हैं. इस घटना की जानकारी अस्पताल प्रशासन की ओर से मरीज के परिजनों को नहीं दी गई है, जिसके चलते परिवार वाले बहुत परेशान हैं. मरीज की तलाश की जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
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