सहरसा: जेल में विचाराधीन कैदी ने रेता खुद का गला, परिवार ने लगाया हत्या का आरोप
Saharsa News: मृतक कैदी पॉक्सो एक्ट के मामले में 11 मार्च 2024 से मंडल कारा सहरसा में बंद था.उसकी पहचान सुनील कुमार के रूप में हुई है जो बिहरा थाना क्षेत्र के लालगंज का रहने वाला है.

बिहार के सहरसा में रविवार (28 दिसंबर) को एक विचाराधीन कैदी की खुदकुशी का मामला सामने आया है. मंडल कारा सहरसा में 25 वर्षीय कैदी ने गला रेतकर सुसाइड कर लिया. मौत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया. मृतक कैदी की पहचान सुनील कुमार के रूप में हुई है जो बिहरा थाना क्षेत्र के बारा लालगंज का रहने वाला बताया जा रहा है.
मृतक कैदी पॉक्सो एक्ट के मामले में 11 मार्च 2024 से मंडल कारा सहरसा में बंद था. जिसका कांड संख्यां 46/24 है. जेल प्रशासन ने परिजनों को घटना की जानकारी रविवार को 2 बजे दी है. वहीं सूचना मिलते ही सदर थाना अध्य्क्ष सुबोध कुमार और FSL की टीम सदर अस्पताल पहुंचकर तफ्तीश में जुटी.
मृतक कैदी के भाई का क्या है आरोप?
मृतक का भाई पिंटू कुमार सदर अस्पताल पहुंचा और उसने हत्या किए जाने का आरोप लगाया है. घटना को लेकर मृतक कैदी का भाई पिंटू कुमार ने बताया, ''मेरे भाई को रेप केस में फंसाया गया था और वह जेल में था. रविवार को जेल प्रशासन के द्वारा सूचना दी गई कि आपके भाई की हालत सीरियस है. जेल के अंदर मेरे भाई की गला काटकर हत्या कर दी गयी है.''
मामले की जांच की जा रही- जेल सुपरिटेंडेंट
वहीं, जेल सुपरिटेंडेंट निरंजन पंडित ने टेलीफोनिक बातचीत के दौरान बताया कि कैदी ने सुसाइड कर लिया है. जिसका सीसीटीवी फुटेज भी है. उन्होंने कहा, ''जांच की जा रही है. इसके बाद ही बता पाएंगे उसने कैसे खुदकुशी की है.''
जेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही!
अब सवाल उठता है कि मंडल कारा के अंदर कैसे कोई कैदी ने गला रेतकर अपनी जान दे दी. जेल के अंदर जब कोई कैदी अपना गला रेत रहा था तो उस वहां मौजूद पुलिस और उनके सीनियर अधिकारी कहां थे और क्या कर रहे थे? बहरहाल खुदकुशी का ये मामला जेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही को उजागर करता है.
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