क्या बिहार में विधानसभा चुनाव की वजह से हुआ मंत्रिमंडल विस्तार? उपेंद्र कुशवाहा ने किया बड़ा दावा
Bihar Cabinet Expansion: बिहार में हुए कैबिनेट विस्तार को विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा रहा है. इस पर तमाम नेताओं की ओर से अब प्रतिक्रया भी आने लगी है.

Bihar Cabinet Expansion: बिहार कैबिनेट विस्तार पर राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) की प्रतिक्रिया आई है. बुधवार (26 फरवरी) को मीडिया से उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पहले से ही उम्मीद थी कि मंत्रिपरिषद का विस्तार होगा. जब मंत्रिपरिषद का गठन हुआ था तो कुछ जगह खाली रह गई थी, जिसमें बीजेपी का कोटा था, इसलिए उसी आधार पर मंत्रिपरिषद का विस्तार किया गया है. इसमें कोई नई बात नहीं है. इसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है. विस्तार पहले से होना तय था.
आरजेडी अपनी बेचैनी को संभाले: कुशवाहा
वहीं जब उपेंद्र कुशवाहा से पूछा गया कि आरजेडी का कहना है कि पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बिहार आए, फिर अचानक से मंत्रिमंडल विस्तार किया जाता है, आखिर बीजेपी को क्या बैचेनी हो गई है? इस पर उन्होंने कहा कि बीजेपी में कोई बेचैनी नहीं है. आरजेडी अपनी बेचैनी को संभाले. विस्तार होना पहले से ही तय था, इसलिए किया गया है.
किन सात विधायकों को बनाया गया मंत्री?
दरभंगा के विधायक संजय सरावगी, जाले के जिवेश मिश्रा, साहेबगंज के राजू कुमार सिंह, सिकटी के विजय कुमार मंडल, बिहार शरीफ के सुनील कुमार, रीगा के मोती लाल प्रसाद और अमनौर के कृष्ण कुमार मंटू को नीतीश कुमार सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. विस्तार के बाद से राजनीति शुरू हो गई है. विपक्षी दलों की ओर से लगातार हमला किया जा रहा है. इसको 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़ा जा रहा है.
मंत्रिमंडल विस्तार पर क्या बोले BJP सांसद?
बिहार कैबिनेट के विस्तार पर बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि हमारे सभी वरिष्ठ विधायकों को मौका दिया गया है. विपक्ष को इस बात की चिंता सता रही है कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनका सूपड़ा साफ होने वाला है.
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