बिहार: मुजफ्फरपुर में रेप के मामले में बड़ा एक्शन, थाना प्रभारी सहित 3 पुलिसकर्मी सस्पेंड
Muzaffarpur Rape Case: शुरुआती जांच में सामने आया है कि इन पुलिसकर्मियों ने त्वरित कार्रवाई नहीं की और प्राथमिकी दर्ज करने में देरी की. इसलिए इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.

Muzaffarpur Rape Case: रेप कांड के एक मामले में बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में बड़ा एक्शन हुआ है. जिले में थाना प्रभारी (एसएचओ) सहित तीन पुलिसकर्मियों को नाबालिग के यौन उत्पीड़न मामले में कर्तव्य में लापरवाही के आरोप में बुधवार (04 जून, 2025) को निलंबित कर दिया गया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. अधिकारियों ने बताया कि निलंबित पुलिसकर्मियों में तुर्की थाने के एसएचओ प्रमोद कुमार सिंह, मंजर आलम (उप निरीक्षक) और मोहम्मद फरीदी (सहायक उप निरीक्षक) शामिल हैं.
31 मई को हुई थी नाबालिग से रेप की घटना
मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सुशील कुमार ने जिले के संवाददाताओं को बताया, "तुर्की थाना क्षेत्र में 31 मई को एक नाबालिग लड़की के साथ हुए यौन उत्पीड़न मामले की शुरुआती जांच में सामने आया है कि इन पुलिसकर्मियों ने त्वरित कार्रवाई नहीं की और प्राथमिकी दर्ज करने में देरी की. उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. जांच के भी आदेश दिए गए हैं. जांच पूरी होने के बाद उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जाएगी."
इन पुलिसकर्मियों ने बरती थी उदासीनता
मुजफ्फरपुर के एसएसपी सुशील कुमार ने बताया कि पीड़िता की मां प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए थाना पहुंची थी, लेकिन इन तीन पुलिसकर्मियों ने उदासीनता बरती. घटना के चार दिन बाद भी पुलिस आरोपी को पकड़ने में विफल रही है.
जब तक प्राथमिकी हुई... फरार हो गया आरोपी
मुजफ्फरपुर पुलिस के सूत्रों ने बताया, "घटना 31 मई को तुर्की थाना क्षेत्र में हुई. अगले दिन पीड़िता की मां थाने पहुंची, लेकिन प्राथमिकी दर्ज किए बिना ही पुलिस ने पीड़िता की मां के सामने ही आरोपी को थाने बुलाया और महिला थाने में शिकायत दर्ज कराने को कहा. महिला थाने ने जब तक प्राथमिकी दर्ज की गई तब तक आरोपी फरार हो गया."
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