Bihar Vidhan Sabha Winter Session: जातीय गणना से जुड़ी रिपोर्ट सदन में पेश, जारी किए गए आंकड़े, जीतन राम मांझी ने किया हमला
Bihar Vidhan Sabha Winter Session 2023: विधानसभा सत्र के दूसरे दिन आर्थिक सामाजिक सर्वे रिपोर्ट पेश की गई है. मांझी ने आप चाचा-भतीजा (नीतीश-तेजस्वी) पर सवाल उठाए हैं.

Background
Bihar Vidhan Sabha Winter Session 2023: बिहार विधानसभा सत्र का आज दूसरा दिन है. सोमवार (06 नवंबर) से सत्र की शुरुआत हुई थी. हालांकि पहले दिन शोक प्रस्ताव में एक मिनट के मौन के दौरान सदन के अंदर वाम दलों के विधायक हमास-इजरायल युद्ध के मुद्दे पर हंगामा करने लगे. हमास का समर्थन कर रहे थे. इस दौरान बीजेपी के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया जिसके चलते विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी. आज मंगलवार को बिहार विधानसभा में नीतीश सरकार की ओर से जातीय गणना का आर्थिक सामाजिक सर्वे रिपोर्ट पेश की जाएगी.
सदन में दो बजे पेश की जानी है रिपोर्ट
सदन में दो बजे रिपोर्ट पेश की जानी है. इस रिपोर्ट पर सदन में चर्चा की जाएगी. वहीं बीजेपी पूरी तरह से तैयारी में है सरकार को घेरने के लिए. इसके चलते सदन की कार्यवाही में जोरदार हंगामे के आसार हैं. कानून व्यवस्था समेत अन्य मुद्दों पर भी बीजेपी घेरेगी. बता दें कि बिहार देश का पहला राज्य होगा, जो इस तरह की रिपोर्ट जारी करेगा.
रिपोर्ट के आंकड़ों को लेकर उठ रहे सवाल
विधानसभा की कार्यवाही 11 से शुरू होगी. आज प्रश्नकाल भी होगा. संबंधित विभाग के मंत्री की तरफ से जवाब दिया जाएगा. प्रश्नकाल के बाद शून्य काल और ध्यानकर्षण भी होगा. बता दें कि 2 अक्टूबर 2023 को जातीय गणना की रिपोर्ट जारी की गई थी. रिपोर्ट के बाद लगातार उसके आंकड़ों को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. आंकड़े में किसी की जाति को कम करने तो किसी की जाति को बढ़ाने का बीजेपी आरोप लगा रही है.
जातीय गणना की सामाजिक-आर्थिक रिपोर्ट में बिहार के लोगों की औसत आय, उनका शैक्षणिक स्तर, कितने लोग नौकरी से अपना जीवन यापन करते हैं इत्यादि की जानकारी दी जाएगी. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का आरोप है कि बिहार सरकार ने कुछ खास जातियों की संख्या को बढ़ाकर दिखाया और अन्य जातियों की संख्या को कम कर दिया है ताकि राजनीतिक फायदा हो सके.
Bihar Caste Survey Report: जीतन राम मांझी ने किया हमला
नीतीश सरकार की ओर से सदन में रिपोर्ट पेश करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने हमला बोला है. उन्होंने मंगलवार को एक्स पर लिखा- "वाह रे जातिगत गणना. सूबे के 45.54% मुसहर अमीर हैं, 46.45% भुईयां अमीर हैं? साहब सूबे के किसी एक प्रखंड में 100 मुसहर या भूईयां परिवारों की सूची दे दिजिए जो अमीर हैं? आप चाचा-भतीजा को जब गणना करनी थी तो फिर कागजी लिफाफेबाजी क्यों? सूबे में गणना के बहाने खजाने की लूट हुई है."
अनुसूचित जातियों की आर्थिक रूप से गरीब परिवार की स्थिति
- दुसाध 39.36 फीसद परिवार गरीब
- चमार 42.06 फीसद परिवार गरीब
- मुसहर 54.56 फीसद परिवार गरीब
- पासी 38.24 फीसद परिवार गरीब
- धोबी 35.82 फीसद परिवार गरीब
- डोम 53.10 फीसद परिवार गरीब
- नट 49.06 फीसद परिवार गरीब
- अनुसूचित जाति के कुल 42.93% परिवार गरीब है
Source: IOCL





















