काबुल में फंसा झारखंड का बबलू, परिजनों को सुनाई दास्तां, कहा- रुक-रुककर सुनाई देती गोली की आवाज
बबलू इसी साल जून में काम करने के लिए काबुल गया था, लेकिन वहां दहशत के माहौल के कारण अब वह अपने लतन लौटना चाहता है. काबुल हवाई अड्डे पर भारी भीड़ के कारण और अफरातफरी के कारण वह नहीं लौट पाया.

धनबादः अफगानिस्तान में भारत के भी कई लोग फंसे हैं. इनमें झारखंड के बोकारो में बेरमो का रहने वाला एक बबलू भी है. बबलू के काबुल में फंसे होने से परिजन अनहोनी से डर रहे हैं, हालांकि अच्छी खबर यही है कि वॉट्सएप के जरिए बबलू से बातचीत हो रही है. परिजनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बबलू को काबुल से वापस लाने के लिए मदद की गुहार लगाई है.
परिजनों ने कहा कि बबलू इसी साल जून में काम करने के लिए काबुल गया था, लेकिन वहां दहशत के माहौल के कारण अब वह अपने लतन लौटना चाहता है. कहा कि 16 अगस्त को उसकी वापसी का टिकट था लेकिन काबुल हवाई अड्डे पर भारी भीड़ के कारण और अफरातफरी के कारण वह नहीं लौट पाया.
वॉट्सएप पर दी काबुल के हालात की जानकारी
बबलू ने अपने परिजनों से वॉट्सएप के जरिए बात कर काबुल के हालात की जानकारी दी है. बबलू ने बताया कि वह काबुल हवाई अड्डा के निकट ही एक मकान में रह रहा है और उसके साथ उत्तर प्रदेश के तीन साथी और हैं जो एक ही घर में रहते हैं. कहा कि बीच-बीच में गोलियों की आवाज सुनाई देती है, जिसके कारण डर और भी बढ़ जाता है.
बबलू ने कहा कि तालिबानी लड़ाके उस इलाके में भी आते हैं और कहते हैं कि जब तक कमांडर का कोई आदेश नहीं आता तब तक कोई हरकत नहीं करेगा. दूतावास में भी संपर्क करने का प्रयास किया गया है लेकिन वहां कोई सुनने वाला नहीं है. वे शीध्र ही सरकार से सुरक्षित वतन वापसी चाहते हैं. बबलू का परिवार बेरमो के गांधीनगर थाना क्षेत्र स्थित संडेबाजार में रहता है. परिजनों ने ट्वीट कर पीएम मोदी और सीएम हेमंत से बबलू की वापसी की गुहार लगाई है.
(इनपुटः अमित कुमार सिन्हा)
यह भी पढ़ें-
Bihar Politics: लालू यादव के बाद अब तेजस्वी को जेल भेजने की तैयारी? जानें दानिश रिजवान ने क्या कहा
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL






















