US ओपन में बड़ा विवाद, अपनी 'आदर्श' सरेना को ओसाका ने दी मात, सरेना ने अंपायर को कहा 'चोर'
इसी के साथ ओसाका ग्रैंडस्लैम जीतने वाली जापान की पहली पुरुष/महिला टेनिस खिलाड़ी बनी. जापानी युवा टेनिस खिलाड़ी ओसाका ने शनिवार को अपनी आदर्श सेरेना विलियम्स को यूएस ओपन 2018 के फाइनल में मात देकर इतिहास रच दिया.

नई दिल्ली: अभी तक यूएस ओपन के महिला एकल के ग्रैंड स्लैम मुकाबले में आपने कोई भी ऐसा मुकाबला नहीं देखा गया जो कल दर्शकों को नाओमी और सेरेना के बीच देखने को मिला. एक तरफ 20 वर्षीय टेनिस स्टार और सेरेना की फैन नाओमी थीं तो वहीं दूसरी तरफ अमेरिका की दिग्गज टेनिस स्टार सेरेना विलियम्स. नाओमी ने इस मुकाबले में सेरेना को हराकर अपना पहला ग्रैंड स्लैम यूएस ओपन जीत लिया. इसी के साथ ओसाका ग्रैंडस्लैम जीतने वाली जापान की पहली पुरुष/महिला टेनिस खिलाड़ी बनी. जापानी युवा टेनिस खिलाड़ी ओसाका ने शनिवार को अपनी आदर्श सेरेना विलियम्स को यूएस ओपन 2018 के फाइनल में मात देकर इतिहास रच दिया.

23 बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन सेरेना विलियम्स को ओसाका ने फाइनल में 6-2, 6-4 से मात देकर खिताब पर कब्जा कर लिया. लेकिन इस मैच में एक विवाद ऐसा भी हुआ जहां सेरेना विलियिम्स की झड़प अंपायर से हो गई. दरअलस अंपायर कार्लोस रामोस बार बार ये देख रहे थे कि सेरेना के कोच मैच के दौरान उनकी मदद कर रहें हैं. इसको लेकर अंपायर ने सेरेना को चेतावनी भी दी. जिसके कारण सेरेना ने मैच के दौरान गुस्से में आकर रैकेट जमीन पर फेंक दिया. जिसके बाद दूसरी चेतावनी में उनपर एक प्वाइंट की पेनल्टी लगा दी गई.

इस बात को सुन सेरेना को और गुस्सा आ गया और वो सीधे अंपायर के पास जाकर चिल्लाने लगीं और कहने लगीं कि, ' आप मुझपर ऐसे आरोप नहीं लगा सकते. मैंने अपनी पूरी जिंदगी में ऐसी कुछ नहीं किया है. आप झूठे हैं.' इस विवाद के बाद सेरेना के आंखों में आंसू आ गए. लेकिन इसके बाद उनके ऊपर तीसरे अंक की पेनल्टी लगा दी गई है. जिसमें अंपायर के साथ उल्टे तरीके से बात करना शामिल था. सेरेना ने अंपायर से कहा था कि, ' मैंने अपने जीवन में कभी बेईमानी नहीं की, मेरी एक बेटी है और मैं उसके सामने एक अच्छा उदाहरण पेश करना चाहती हूं. उन्होंने कहा , ' बेईमानी करने के बजाय मैं मैच हारना पसंद करूंगी.' बता दें कि मैच खत्म होने के बाद भी सेरेना गुस्से में ही रही. यहां तक की उन्होंने अंपायर से हाथ भी नहीं मिलाया. और कहा कि ओसाका को उनके पहले ग्रैंड स्लैम जीत पर हार्दिक बधाई.

कौन है नाओमी ओसाका?
नाओमी ओसाका दुनिया की सबसे कम उम्र की खिलाड़ी हैं जिन्होंने टॉप 20 में अपनी जगह बनाई है. ओसाका 3 साल की उम्र से ही फ्लोरिडा में रह रही हैं. वो साल 2013 से ही प्रोफेशनल बैडमिंटन खिलाड़ी है और वो साल 2017 था जब दुनिया को पहली बार ओसाका के बारे में पता चला. ओसाका जब 1 साल की थी तो सेरेना साल 1999 में अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीत चुकी थी. ओसाका ने इंडियन वेल्स पर शानदार प्रदर्शन किया है जहां उन्होंने पूर्व नंबर 1 खिलाड़ी मारिया शारापोवा, कैरोलीना प्लिसकोवा और सिमोना हालेप को हराया है. 1 साल के भीतर की ओसाका की रैंकिंग 68 से 17 पर आ गई.

ओसाका ने जब अपना सेमीफाइनल मैच जीता तो उन्होंने कहा कि वो सेरेना विलियिम्स के साथ अपना फाइनल खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. बता दें कि ओसाका के लिए ये मैच बिलकुल भी आसान नहीं था क्योंकि इतने बड़े मैच में वो उस खिलाड़ी के सामने थीं जो 24वें ग्रैंड स्लैम के लिए खेल रही थी. तो वहीं दोनों की उम्र में भी काफी फर्क है. टेनिस के कई फैंस का मानना है कि सेरेना के विवाद के कारण ओसाका की जीत फीकी हो गई.

ओसाका ने मैच खत्म होने के बाद कहा कि, ' मेरे लिए ये मैच आसान नहीं था. इस मैच में काफी ड्रामा था. मैं थोड़ी नर्वस थी. ओसाका ने कहा कि जो वो 5-3 पर थीं तो उन्हें भरोसा नहीं था कि कुछ ऐसा भी हो सकता है लेकिन उन्होंने अपना ध्यान केंद्रित रखा क्योंकि उन्हें पता था कि उनके सामने जो चैंपियन खिलाड़ी है वो कभी भी वापसी कर सकती है.'
Source: IOCL























