IND vs ENG: पिछली 8 टेस्ट पारियों में महज 11 का औसत, शॉर्ट गेंदें सबसे बड़ी कमजोरी; मुश्किलें बढ़ाता श्रेयस अय्यर का फॉर्म
IND vs ENG Tests: इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मुकाबलों से विराट कोहली हट चुके हैं. ऐसे में श्रेयस अय्यर का प्लेइंग-11 में होना लगभग तय है.
Shreyas Iyer Vs Fast Bowlers: इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज शुरू होने के ठीक पहले विराट कोहली के शुरुआती दो मुकाबलों से हटने के बाद टीम इंडिया थोड़ी मुश्किलों में नजर आ रही है. इंग्लैंड जैसी मजबूत टेस्ट टीम के सामने टीम इंडिया को विराट की सख्त जरूरत थी. अब उनके बाहर होने के बाद मिडिल ऑर्डर में श्रेयस अय्यर को प्लेइंग-11 में मौका मिलना तय माना जा रहा है. हालांकि इस खिलाड़ी का हालिया फॉर्म टीम इंडिया के लिए चिंता घटाने वाला नहीं, बल्कि बढ़ाने वाला है.
दरअसल, श्रेयस अय्यर पिछले साल से ही टेस्ट क्रिकेट में पूरी तरह फ्लॉप रहे हैं. साल 2023 से अब तक उन्होंने 5 टेस्ट मैच खेले हैं और इस दौरान 8 पारियों में महज 83 रन बनाए हैं. वह एक बार भी 50 रन के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाए हैं. यहां उनका बल्लेबाजी औसत 11.85 रन रहा है. इस खराब बैटिंग एवरेज के बावजूद उनका टेस्ट टीम इंडिया में चुना जाना ही बड़ा सवाल खड़ा करता है. उन्हें वर्ल्ड कप 2023 में दमदार प्रदर्शन के कारण दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट स्क्वाड में जगह मिली थी लेकिन वहां भी वह लाल गेंद के सामने फुस्स ही रहे थे.
शॉर्ट बॉल सबसे बड़ी दिक्कत
श्रेयस अय्यर की सबसे बड़ी कमजोरी शॉर्ट बॉल है. विपक्षी तेज गेंदबाज उनके सामने ज्यादातर गेंदें शॉर्ट फेंकते हैं. श्रेयस इन गेंदों पर अपना विकेट भी देते रहे हैं. अब तक वह अपनी इस कमजोरी को दूर नहीं कर पाए हैं. अब उनकी यह कमजोरी इस वक्त टीम इंडिया की सबसे बड़ी परेशानी बन गई है.
शॉर्ट गेंदों पर विकेट गंवाने की आदत के कारण ही श्रेयस का तेज गेंदबाजों के सामने रिकॉर्ड लगातार खराब होता जा रहा है. फास्टर्स के सामने टेस्ट में उनका बल्लेबाजी औसत महज 28.11 रह गया है. यह बेहद ही खराब बल्लेबाजी औसत है. ऐसे में अब जब विराट कोहली टीम से बाहर हैं और उनकी जगह श्रेयस अय्यर को प्लेइंग-11 में जगह मिलना तय है तो श्रेयस को तेज गेंदबाजों के सामने अपनी इस कमजोरी को हर हाल में दूर करना होगा.
श्रेयस के टीम में होने का प्लस पॉइंट
यहां टीम इंडिया के लिए श्रेयस से जुड़ी एक अच्छी बात यह भी है कि यह खिलाड़ी भारतीय मैदानों पर खूब रन बनाता है. खासकर स्पिनर्स के खिलाफ उनका रिकॉर्ड दमदार है. भारत में स्पिन फ्रेंडली पिच ही होती हैं. ऐसे में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में वह टीम इंडिया के लिए धीमी पिचों पर तुरूप का इक्का भी साबित हो सकते हैं. बस उन्हें तेज गेंदबाजों की शॉर्ट गेंदों के सामने थोड़ा सतर्क रहने की दरकार है.
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