एक्सप्लोरर

Guru Nanak Jayanti 2019: कौन हैं गुरू नानक देव, जानें उनके जीवन से जुड़ी ये अहम बातें

आज गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाशोत्सव है. पूरे देश में सुबह से ही सिख उनके जन्म दिवस को श्रद्धा और उत्साह के साथ मना रहे हैं.

नई दिल्ली: सिख धर्म के संस्थापक और सिखों के पहले गुरु का नाम नानक देव है. कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन उनका जन्म दिन हुआ था. उनके जन्म दिन को सिख लोग बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा से मनाते हैं. इस बार उनकी 550वीं जयंती आज यानी 12 नवंबर को है.

बचपन में कैसे थे गुरुनानक देव

गुरुनानक देव का झुकाव बचपन से आध्यात्म की तरफ था. सांसरिक कामों से दूरी बनाते हुए उन्होंने अपना रुख ईश्वर और सत्संग की तरफ मोड़ लिया. ईश्वर की तलाश की खातिर उन्होंने 8 साल की आयु में स्कूल भी छोड़ दिया. ईश्वर के प्रति उनके समर्पण को देख लोग उन्हें दिव्य पुरुष मानने लगे.

कैसे मनाई जाती है गुरु नानक जयंती?

इस दिन गुरुद्वारों में शब्द-कीर्तन के साथ जगह-जगह लंगर का आयोजन होता है. घरों में सिख गुरुबाणी का पाठ कर गुरुनानक देव को याद करते हैं. जुलूस एवं शोभा यात्रा के माध्यम से उनका संदेश लोगों तक पहुंचाया जाता है. जुलूस में हाथी, घोड़ों के साथ नानकदेव की जीवन से संबंधित झांकियां भी धूमधाम के साथ निकाली जाती हैं. सिखों की धार्मिक किताब श्री गुरुग्रंथ साहिब को फूलों की पालकी से सजे वाहन पर गुरुद्वारा ले जाया जाता है.

जानिए- गुरु नानक देव की शिक्षाओं को

गुरु नानक देव की शिक्षाएं एक ईश्वर की उपासना की तरफ बुलाती हैं. उनके नजदीक न कोई हिंदू है, न कोई मुसलमान बल्कि ईश्वर की नजर में सभी समान हैं. उनका संदेश है कि पहले खुद में भरोसा पैदा करो तब जाकर ईश्वर में भरोसा पैदा हो सकता है. गुरुनानक खुद को जाति- बंधन से ऊपर मानते हैं. एकेश्वरवाद, समानता, बंधुत्व उनकी शिक्षा के प्रमुख सार हैं.

हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रमुख समर्थक

उनकी शिक्षा के मुताबिक इंसानों और ईश्वर के नजदीक गुरु और सिख का रिश्ता है. जिसका मतलब है मार्गदर्शक और पैरोकार. जिस वक्त गुरुनानक ने अपने संदेश का प्रचार करना शुरू किया, उस वक्त धर्म के ठेकेदारों का धंधा खूब फल-फूल रहा था. जिसका उन्होंने विरोध किया. उन्होंने चारों तरफ फैले अंधविश्वास को अपनी शिक्षा से दूर किया. उनका कहना था कि जो शख्स मेहनत से ना कमाए, उसे खाने का भी हक नहीं है. गुरु नानक ने दुनिया को अमन, शांति, भाईचारे का संदेश दिया. मानव सेवा को उन्होंने सबसे बड़ी इबादत बताई. उन्होंने दूसरे धर्मों की अच्छी शिक्षा को अपनाया.

उनके जीवन की शुरुआत मस्जिद में शिक्षा ग्रहण करने के साथ होती है. फिर नवाब दौलत खां लोधी के साथ रहे. उनकी नजर में हिंदू-मुसलमान सब बराबर थे. धर्म की दीवार से ऊपर उठकर गुरुनानक मानवता का सबक देते थे. सद्भावना के तौर पर उन्होंने मुसलमानों के पवित्र स्थल मक्का-मदीना की जियारत की. गुरुनानक देव ने ईराक, ईरान में रहकर भी वहां के बारे में बहुत कुछा जाना.

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

India-Pakistan Relations: कारगिल युद्ध के 25 साल बाद पाकिस्तान का कबूलनामा, अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर नवाज शरीफ ने मानी ये गलती
कारगिल युद्ध के 25 साल बाद पाकिस्तान का कबूलनामा, अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर नवाज शरीफ ने मानी ये गलती
Lok Sabha Election 2024: अखिलेश यादव समेत तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला?
अखिलेश यादव समेत तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला?
Delhi Chief Secretary: दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार को दूसरी बार मिला सेवा विस्तार, 6 महीने पहले सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे चुकी है AAP
दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार को दूसरी बार मिला सेवा विस्तार, 6 महीने पहले सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे चुकी है AAP
Hardik Pandya Divorce: हार्दिक-नताशा तलाक की खबरों ने लिया नया मोड़, करीबी दोस्त का हैरतअंगेज़ खुलासा
हार्दिक-नताशा तलाक की खबरों ने लिया नया मोड़, करीबी दोस्त का हैरतअंगेज़ खुलासा
Advertisement
metaverse

वीडियोज

PM Modi On ABP: स्वार्थी लोगों ने ब्रह्मोस का एक्सपोर्ट रोका-पीएम मोदी का बड़ा बयान | Loksabha PollsLoksabha Election 2024: मोदी की आध्यात्म यात्रा..'हैट्रिक' का सार छिपा ? | ABP NewsPM Modi On ABP: 2024 चुनाव के नतीजों से पहले पीएम मोदी का फाइनल इंटरव्यू | Loksabha ElectionPM Modi On ABP: पीएम मोदी से पहली बार जानिए- किस विपक्षी नेता के वे पैर छूते थे | Loksabha Election

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
India-Pakistan Relations: कारगिल युद्ध के 25 साल बाद पाकिस्तान का कबूलनामा, अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर नवाज शरीफ ने मानी ये गलती
कारगिल युद्ध के 25 साल बाद पाकिस्तान का कबूलनामा, अटल बिहारी वाजपेयी को याद कर नवाज शरीफ ने मानी ये गलती
Lok Sabha Election 2024: अखिलेश यादव समेत तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला?
अखिलेश यादव समेत तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला?
Delhi Chief Secretary: दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार को दूसरी बार मिला सेवा विस्तार, 6 महीने पहले सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे चुकी है AAP
दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार को दूसरी बार मिला सेवा विस्तार, 6 महीने पहले सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे चुकी है AAP
Hardik Pandya Divorce: हार्दिक-नताशा तलाक की खबरों ने लिया नया मोड़, करीबी दोस्त का हैरतअंगेज़ खुलासा
हार्दिक-नताशा तलाक की खबरों ने लिया नया मोड़, करीबी दोस्त का हैरतअंगेज़ खुलासा
'जवान', 'पठान' या 'एनिमल' नहीं, इस फिल्म को 2023 में हुआ सबसे ज्यादा मुनाफा! यहां देखें टॉप 5 की लिस्ट
'जवान', 'पठान' या 'एनिमल' नहीं, इस फिल्म को 2023 में हुआ खूब मुनाफा!
वैक्सीन बनाने वालों को कम से कम कितनी सैलरी देता है सीरम इंस्टिट्यूट? रकम सुनकर उड़ जाएंगे होश
वैक्सीन बनाने वालों को कम से कम कितनी सैलरी देता है सीरम इंस्टिट्यूट? रकम सुनकर उड़ जाएंगे होश
शरीर में है B12 की कमी तो कुछ ऐसे दिखते हैं लक्षण, जानें एक सेहतमंद व्यक्ति में कितना होना चाहिए लेवल?
शरीर में है B12 की कमी तो कुछ ऐसे दिखते हैं लक्षण, जानें एक सेहतमंद व्यक्ति में कितना होना चाहिए लेवल?
टूरिज्म में आया उछाल, 119 देशों की सूची में 39वें स्थान पर आया भारत, क्या हैं इसके संकेत
टूरिज्म में आया उछाल, 119 देशों की सूची में 39वें स्थान पर आया भारत, क्या हैं इसके संकेत
Embed widget