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गाड़ी से कंट्रोल खोने पर तुरंत एक्टिव करें ये फीचर, बच जाएगी आपकी जान
Electronic Stability Control Use in Car: टेक्नोलॉजी के बढ़ने के साथ ही कारों में नए फीचर्स की एंट्री हो रही है. ये फीचर ड्राइविंग को आसान बनाने और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जोड़े जाते हैं.
इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल मॉडर्न फीचर में शामिल है जिसे ESC के नाम से भी जाना जाता है. ज्यादातर पैसेंजर व्हीकल इस फीचर के साथ ही मार्केट में आ रहे हैं.
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इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) कार में लगा एक ऑटोमेटिक सिस्टम है. ये ऑटोमेटिक कम्प्यूटर का इस्तेमाल करता है. ड्राइविंग के वक्त गंभीर स्थिति पैदा होने पर ESC ड्राइवर को गाड़ी कंट्रोल करने में मदद करता है.
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अगर गाड़ी के पहिये सड़क के साथ ट्रैक्शन को खो बैठते हैं, तो गाड़ी रोकने पर भी पहिये लगातार घूमते रहते हैं. उस समय इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल की मदद से गाड़ी को घूमने से रोका जा सकता है.
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इस तकनीक की मदद से गाड़ी के टायरों का संपर्क सड़क के साथ बनाया जाता है. इस तकनीक को व्हीकल स्टेबिलिटी कंट्रोल (VSC), इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम (ESP), डायनेमिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (DSC) भी कहते हैं.
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जैसे ही कार में इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल को एक्टिव किया जाता है, ये गाड़ी के इंजन को रोककर उसे कंट्रोल करता है और कार के हर पहिये पर ब्रेक लगाता है. जैसे ही गाड़ी का इग्नीशन शुरू होता है, गाड़ी में लगा ये फीचर भी चालू हो जाता है.
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इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल में ट्रैक्शन कंट्रोल सिस्टम भी शामिल है. गाड़ी की स्पीड को कम करने के लिए ये इंजन पावर को संतुलित करता है और अगर ड्राइवर एक्सीलेटर (accelerator) को दबाता है, तो गाड़ी में तुरंत ही ब्रेक लग जाते हैं.
Published at : 17 Apr 2024 01:22 PM (IST)
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