एक्सप्लोरर

Queen Elizabeth-II Funeral: किस वक्त और कैसे होगा महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार? जानें सबकुछ

Queen Elizabeth II's State Funeral: ब्रिटेन की प्यारी रानी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार वेस्टमिंस्टर एबे में होगा. इस आखिरी विदाई के लिए तय वक्त और रस्मों ने इसे खास बना दिया है.

Queen Elizabeth II's State Funeral: ब्रिटेन में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ( Queen Elizabeth II) के लिए राष्ट्रीय शोक का दौर चल रहा है. यह उनके राजकीय अंतिम संस्कार (State Funeral) के आखिरी दिन तक जारी रहेगा. 96 साल तक महारानी के पद पर बने रहने के लिए तो लोग उन्हें याद कर ही रहे हैं, लेकिन उन्हें उनकी आखिरी विदाई के खास पलों और शाही रस्मों के लिए भी जाना जाएगा. महारानी का अंतिम संस्कार 19 सितंबर को किया जाएगा. वेस्टमिंस्टर एबे (Westminster Abbey) में उन्हें ब्रिटेन की जनता, शाही परिवार सहित पूरी दुनिया उन्हें आखिरी बार अलविदा कहेगी.  

किस वक्त होगा महारानी का अंतिम संस्कार?

महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का राजकीय अंतिम संस्कार सोमवार 19 सितंबर को  सुबह 11 बजे (11:00 BST) होगा. यह अंतिम संस्कार वेस्टमिंस्टर एबे में होगा. यह एक ऐतिहासिक चर्च है. यहां  ब्रिटेन के राजाओं और रानियों को ताज पहनाया जाता है. इसे यूके कई  कस्बों और शहरों में बड़ी स्क्रीन पर दिखाया जाएगा. 

क्या होता है राजकीय अंतिम संस्कार ?

महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पिता किंग जॉर्ज VI (George VI) को 15 फरवरी 1952 को पूरे राजकीय सम्मान के साथ दफनाया गया था. इसके बाद केवल पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री सर विंस्टन चर्चिल (Winston Churchill) का 30 जनवरी 1965 को राजकीय अंतिम संस्कार किया गया था. अब महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार भी इसी राजकीय सम्मान के साथ किया जा रहा है. ब्रिटेन में राजकीय अंतिम संस्कार बेहद सम्मान की बात है.

दरअसल राजकीय अंतिम संस्कार (State Funeral) आधिकारिक सम्मान के साथ आम तौर पर एक राजा या रानी के लिए आयोजित किया जाता है और प्रोटोकॉल के सख्त कायदों का पालन करता है. आम तौर पर अंतिम संस्कार के वक्त सैनिक शव को जुलूस में वेस्टमिंस्टर हॉल ले जाते हैं. जहां दिवंगत राजा-रानी के शरीर को सार्वजनिक दर्शनों (Laying- In- State) के लिए रखा जाता है. इसके बाद वेस्टमिंस्टर एबे या सेंट पॉल कैथेड्रल (St Paul's Cathedral) में प्रार्थना की जाती है.

आधिकारिक अंत्येष्टि राजा या रानी के अलावा बहुत महत्वपूर्ण व्यक्तियों के लिए हो सकती है, लेकिन यह दुर्लभ ही है. अब तक ब्रिटेन में  राजा या रानी के अलावा अन्य लोग जिन्हें राजकीय सम्मान के साथ दफनाया गया है. उनमें चंद लोग ही शामिल हैं. ऐसे अहम लोगों में वैज्ञानिक सर आइजैक न्यूटन (Isaac Newton), लॉर्ड नेल्सन, ड्यूक ऑफ वेलिंगटन और लॉर्ड पामर्स्टन (Lord Palmerston) शामिल रहे. सम्मानित तरीके का एक औपचारिक अंतिम संस्कार (Ceremonial Funerals) भी होता है.

औपचारिक अंतिम संस्कार में राजकीय अंतिम संस्कार (State Funeral) के कई तौर-तरीकों को साझा किया जाता है, लेकिन फिर भी यह राजकीय अंतिम संस्कार से अलग होता है. इस तरह का औपचारिक अंतिम संस्कार साल 1997 में राजकुमारी डायना और साल 2002 में महारानी की मां का किया गया था. इसके बाद इस तरह का अंतिम संस्कार साल 2013 में पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर का किया गया था. उन्हें औपचारिक तौर पर सेंट पॉल कैथेड्रल में पूरे सैन्य सम्मान के साथ दफनाया गया था.

कौन पहनेगा मिलिट्री यूनिफॉर्म

बकिंघम पैलेस ने ये साफ कर दिया है कि महारानी के राजकीय अंतिम संस्कार में शाही परिवार के केवल वही लोग सैन्य वर्दी पहनेंगे, जिन्हें सैन्य रैंक हासिल है. इसका मतलब है कि किंग चार्ल्स III, वेल्स के राजकुमार, राजकुमारी ऐनी और प्रिंस एडवर्ड सैन्य पोशाक पहनेंगे. ड्यूक ऑफ ससेक्स ( Duke Of Sussex) प्रिंस हैरी हैं. उन्होंने 10 साल तक ब्रिटिश सेना में सेवा की और दो बार अफगानिस्तान में तैनात थे. उन्होंने अपने तीन मानद सैन्य खिताब खो दिए, क्योंकि उनकी पत्नी मेघन मार्कल और वो मार्च 2020 में अपनी वरिष्ठ शाही भूमिकाओं से पीछे हट गए थे. प्रिंस हैरी (Prince Harry) से उम्मीद की जाती है कि सभी आधिकारिक शोक कार्यक्रमों में नागरिक पोशाक पहनें.

उनके अलावा महारानी के दूसरे बेटे ड्यूक ऑफ यॉर्क भी अंतिम संस्कार में सैन्य वर्दी नहीं पहनेंगे. प्रिंस एंड्रयू (Prince Andrew) ने रॉयल नेवी में 22 साल बिताए और 1982 में फ़ॉकलैंड्स युद्ध के दौरान एक हेलीकॉप्टर पायलट के तौर पर काम किया है. उनके एक विवादास्पद न्यूज़नाइट इंटरव्यू के बाद 2019 में एक कामकाजी रॉयल के रूप में उन्होंने अपना शाही पद छोड़ दिया. बाद में उनके सैन्य खिताब छीन लिए गए. वह महारानी के इकलौते ऐसे बेटे रहे, जिन्होंने सोमवार को एडिनबर्ग में सेंट जाइल्स कैथेड्रल में उनके ताबूत के साथ वर्दी नहीं पहनी थी. हालांकि उन्होंने आठ पदक और सैन्य सम्मान पहने थे. हालांकि, यह समझा जाता है कि प्रिंस एंड्रयू के लिए अंतिम "विजिल ऑफ द प्रिंसेस" में सैन्य वर्दी पहनने के लिए एक खास अपवाद किया गया है, जो अंतिम संस्कार से पहले वेस्टमिंस्टर हॉल में रानी के लाइिंग-इन-स्टेट (Laying- In- State) में आयोजित होगा. 

अंतिम संस्कार में कौन शामिल होगा?

महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले अतिथियों की अभी तक कोई सूची प्रकाशित नहीं हुई है. हालांकि, दुनिया भर के नेताओं और शाही हस्तियों के ब्रिटिश शाही परिवार के शोक में  शामिल होने की उम्मीद है. व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति बाइडेन (Joe Biden) इसमें शामिल होंगे. जबकि न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने भी कहा है कि वह ब्रिटेन आ रही हैं. भारत के विदेश मंत्रालय के मुताबित देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी महारानी के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रही हैं. 

क्या है लाइिंग-इन-स्टेट

लाइिंग-इन-स्टेट एक औपचारिक अवसर के बारे में बताता है. इसमें अंतिम संस्कार समारोह से पहले एक ताबूत को दफनाने से पहले सार्वजनिक दर्शनों के लिए रखा जाता है. यह एक राजा, रानी या रानी के पति और कभी-कभी पूर्व प्रधानमंत्रियों की मौत के बाद होता है. महारानी के अवशेष सोमवार से अगले 24 घंटों के लिए एडिनबर्ग के सेंट जाइल्स कैथेड्रल में रहेंगे. लाइिंग-इन-स्टेट लंदन के वेस्टमिंस्टर हॉल में बुधवार को 17:00 (BST) से शुरू होता है और यह सोमवार को 06:30 (BST) तक चलेगा. शोक मनाने वाले हजारों की संख्या में इसमें शिरकत कर पाएंगे और श्रद्धांजलि दे  पाएंगे. जो लोग इसमें शिरकत करना चाहते हैं, उन्हें कई घंटों तक कतार में लगने की उम्मीद करनी चाहिए, क्योंकि बैठने के बेहद बहुत कम मौके मिलेंगे ये कतार लगातार चलती रहेगी. 

क्या है विजिल

ताबूत पर सतर्कता से नजर रखने को चौकसी या विजिल कहा जाता है. सोमवार की शाम को  किंग चार्ल्स ने सेंट जाइल्स कैथेड्रल में अपने भाई-बहनों राजकुमारी ऐनी, प्रिंस एंड्रयू और प्रिंस एडवर्ड के साथ रतजगा (Vigil) किया.वेस्टमिंस्टर हॉल में रानी के लाइिंग-इन-स्टेट के दौरान  मंच के हर एक कोने पर जिस पर उनका ताबूत टिकी हुई है. यहां चौबीसों घंटे सैनिक चौकसी से पहरा देंगे. इन्हें सॉव़्‌रिन्‌ बॉडीगार्ड, हाउसहोल्ड डिवीजन और टॉवर ऑफ लंदन के योमन वार्डर्स की यूनिट से लिया जाएगा.

कहां दफन होंगी महारानी

महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम गंतव्य विंडसर कैसल में सेंट जॉर्ज चैपल (St George's Chapel) होगा. शाही परिवार सहित चर्च में जाने वाले लोगों के छोटे समूह के एक फ्यूनरल सेवा होगी. इसका टेलीविजन पर भी प्रसारण किया जाएगा. यह ताबूत को रॉयल वॉल्ट (Royal Vault) में उतारने के साथ खत्म होगी.  बाद में दिन में  एक निजी सेवा में  ताबूत को सेंट जॉर्ज चैपल के अंदर किंग जॉर्ज VI मेमोरियल चैपल में रखा जाएगा. उनके पति प्रिंस फिलिप को भी यहीं दफनाया गया है. जबकि यह चर्च महारानी एलिजाबेथ के माता-पिता और बहन राजकुमारी मार्गरेट का अंतिम विश्राम स्थल भी है.

बंद रहेंगे बैंक

सम्राट के तौर पर किंग चार्ल्स III (King Charles III) के पहले कामों में से एक रानी के राजकीय अंतिम संस्कार के दिन राष्ट्रीय बैंक अवकाश को मंजूरी देना था. सरकार का कहना है कि वह "महामहिम (महारानी) के निधन को यादगार बनाने के लिए राज्य के अंतिम संस्कार के दिन अधिक से अधिक लोगों को मौका देगी."

क्या स्कूल, दुकानें और व्यवसाय बंद रहेंगे?

महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के दफनाने के दिन स्कूल बंद रहने की उम्मीद है. जीपी सर्जरी यानी सामान्य चिकित्सा सुविधाओं को भी बंद करने की मंजूरी दे दी गई है. इंग्लैंड (England) और यूके (UK) के अन्य हिस्सों के कुछ अस्पतालों में अंतिम संस्कार का दिन होने की वजह से नियमित उपचार रद्द करने की खबरें आई हैं. हालांकि, एनएचएस मालिकों से कहा गया है कि वे यह पक्का करें कि उस दिन मरीजों की आपातकालीन देखभाल में कोई कोताही न बरती जाए. अधिकांश व्यवसाय और कई दुकानें भी बंद हो जाएंगी, जैसा कि अन्य बैंक छुट्टियों के मामले में होता है. हालांकि, बैंक अवकाश अपने आप लागू नहीं होगा. सरकार ने कहा है कि वह कंपनी मालिकों से उस दिन छुट्टी के लिए अपने कर्मचारियों के अनुरोध का सम्मान करने के लिए कह रही है.

ये भी पढ़ेंः

Queen-Elizabeth-II: छह दशकों में ब्रिटेन का पहला राजकीय अंतिम संस्कार, दुनिया के 500 नेता होंगे शामिल, बस से जाएंगे आखिरी विदाई देने

Queen Elizabeth Second Dies: कौन थीं महारानी एलिजाबेथ द्वितीय, जिन्होंने दुनिया को कह दिया अलविदा, जानें सबकुछ

 

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

Exclusive: 'मुसलमानों पर लादा जा रहा UCC', पहले चरण की वोटिंग के बीच ऐसा क्यों बोले मौलाना मदनी? जानें
Exclusive: 'मुसलमानों पर लादा जा रहा UCC', पहले चरण की वोटिंग के बीच ऐसा क्यों बोले मौलाना मदनी?
'CM केजरीवाल नवरात्र में अंडा नहीं खाते', आतिशी बोलीं- डाइट चार्ट बदला गया
'CM केजरीवाल नवरात्र में अंडा नहीं खाते', आतिशी का BJP पर पलटवार
Maharashtra LS Election: अजित पवार गुट के नेता छगन भुजबल का बड़ा ऐलान, शिंदे गुट के लिए राहत?
अजित पवार गुट के छगन भुजबल का बड़ा ऐलान, शिंदे गुट के लिए राहत?
गर्मी में बरते कुछ खास सावधानी, नहीं तो हो जाएंगे ब्रेन स्ट्रोक का शिकार...ऐसे करें बचाव
गर्मी में बरते कुछ खास सावधानी, नहीं तो हो जाएंगे ब्रेन स्ट्रोक का शिकार...ऐसे करें बचाव
Advertisement
for smartphones
and tablets

वीडियोज

Loksabha Election 1st phase Voting: सहारनपुर में वोट देने गई मुस्लिम महिलाओं ने क्या कहा? | BreakingLoksabha Election 1st phase Voting: बंपर वोटिंग से किसे मिलेगा फायदा ? | ABP News | Breaking NewsLoksabha Election 1st phase Voting: वोट डालने गए लोगों में दिखा उत्साह | ABP News | Breaking NewsArvind Kejriwal News: जेल में आम और पूड़ी खाने को लेकर कोर्ट में हुई बहस | Breaking | Tihar Jail

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
Exclusive: 'मुसलमानों पर लादा जा रहा UCC', पहले चरण की वोटिंग के बीच ऐसा क्यों बोले मौलाना मदनी? जानें
Exclusive: 'मुसलमानों पर लादा जा रहा UCC', पहले चरण की वोटिंग के बीच ऐसा क्यों बोले मौलाना मदनी?
'CM केजरीवाल नवरात्र में अंडा नहीं खाते', आतिशी बोलीं- डाइट चार्ट बदला गया
'CM केजरीवाल नवरात्र में अंडा नहीं खाते', आतिशी का BJP पर पलटवार
Maharashtra LS Election: अजित पवार गुट के नेता छगन भुजबल का बड़ा ऐलान, शिंदे गुट के लिए राहत?
अजित पवार गुट के छगन भुजबल का बड़ा ऐलान, शिंदे गुट के लिए राहत?
गर्मी में बरते कुछ खास सावधानी, नहीं तो हो जाएंगे ब्रेन स्ट्रोक का शिकार...ऐसे करें बचाव
गर्मी में बरते कुछ खास सावधानी, नहीं तो हो जाएंगे ब्रेन स्ट्रोक का शिकार...ऐसे करें बचाव
Ajit Isaac: कौन हैं अजीत ईसाक, जिन्होंने अपने नाम कर ली बेंगलुरु की सबसे महंगी प्रॉपर्टी  
कौन हैं अजीत ईसाक, जिन्होंने अपने नाम कर ली बेंगलुरु की सबसे महंगी प्रॉपर्टी  
तिहाड़ प्रशासन बोला- परहेज नहीं कर रहे सीएम, केजरीवाल के वकील ने कहा- 3 बार आम, एक बार पूड़ी खाई
तिहाड़ प्रशासन बोला- परहेज नहीं कर रहे सीएम, केजरीवाल के वकील ने कहा- 3 बार आम, एक बार पूड़ी खाई
Lok Sabha Elections: 'चारों सीटों पर जीत हमारी होगी, वोटर्स में कोई कंफ्यूजन नहीं', पहले चरण के मतदान पर तेजस्वी यादव
'चारों सीटों पर जीत हमारी होगी, वोटर्स में कोई कंफ्यूजन नहीं', पहले चरण के मतदान पर तेजस्वी यादव
Exclusive: डिफेंस एक्सपोर्ट में भारत का दिखा दम, फिलीपींस को डिलीवर हुई 3000 करोड़ कीमत की ब्रह्मोस मिसाइल
Exclusive: डिफेंस एक्सपोर्ट में भारत का दिखा दम, फिलीपींस को डिलीवर हुई 3000 करोड़ कीमत की ब्रह्मोस मिसाइल
Embed widget