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अमेरिकी वायु सेना को मिलेगा सबसे शक्तिशाली मिलिट्री एयरक्राफ्ट B-21 Raider, जानें इसकी खासियत
US Air Force: अमेरिकी वायु सेना को आधुनिक तकनीक से लैस अबतक का सबसे शक्तिशाली मिलिट्री एयक्राफ्ट बी-21 दो दिसंबर को मिलने जा रहा है. यह नए साल की शुरुआत में तैनाती के लिए तैयार हो जाएगा.
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US Air Force: अमेरिकी वायु सेना को दो दिसंबर को मॉडर्न टेक्नीक से लैस बी-21 रायडर मिलने जा रहा है, जिसे नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन कंपनी ने तैयार किया है. बी-21 रायडर B-1 और B-2 की जगह लेगा. यह stealth bombers नई पीढ़ी का बी-21 का मिलिट्री एयरक्राफ्ट है, जो अबतक का सबसे शक्तिशाली एयरक्राफ्ट है. इसे 2 दिसंबर को सेना को सौंपा जाएगा और यह अगले साल 2023 की शुरुआत में तैनाती के लिए तैयार हो जाएगा. यह धीरे-धीरे B-1 और B-2 - सेना के मौजूदा स्टील्थ बॉम्बर्स की जगह लेगा.
एयरक्राफ्ट बी-21 को मिलिट्री कॉन्ट्रैक्टर नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन ने डिजाइन किया है. नॉर्थ्रॉप के उपाध्यक्ष डग यंग ने कहा, 'यह अब तक का बनाया गया सबसे एडवांस सैन्य विमान है.' ब्रिटिश मीडिया वेबसाइट मेट्रो की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में कैलिफोर्निया के पामडेल में छह बी-21 स्टील्थ बॉमबर्स एयरक्राफ्ट को तैयार किया जा रहा है, जिसकी लागत लगभग 2 बिलियन डॉलर प्रति विमान है.
जानिए इसकी खूबियां
नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन के अनुसार यह नया विमान "लंबी दूरी का डिजिटल बॉम्बर होगा, जो तेज और फुर्तीली तकनीक और क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग करने में सक्षम होगा. शीत युद्ध के दौरान भी नॉर्थ्रॉप ने पुराने बी-2 मॉडल को भी डिजाइन किया था और इसने 1989 में अपनी पहली आधिकारिक उड़ान भरी थी. बी-2 मॉडल 30 से अधिक वर्षों से अपनी सर्विस दे रहा है. वायु सेना प्रमुख जनरल सीक्यू ब्राउन जूनियर ने कहा कि बी-21 रेडर लॉन्च करना हमारी वायु सेना और राष्ट्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा.
उन्होंने कहा कि अमेरिकी सैन्य इतिहास में यह मील का पत्थर साबित होने वाला है. इस एयरक्राफ्ट का नाम भी इसके उपनाम "रेडर" के नाम पर रखा गया है, जो 1942 के डुलबिटल रेड से लिया गया है, जिसमें द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान टोक्यो और जापानी द्वीपों के खिलाफ पहले हमले में लेफ्टिनेंट कर्नल जेम्स डुलटिटल ने सेना का नेतृत्व किया था.
नॉर्थ्रॉप ने कहा, डूलिटल रेडर्स की बहादुर भावना बी-21 रेडर के नाम के पीछे की प्रेरणा है. बमबारी के दौरान डूलिटल्स के सभी विमान नष्ट हो गए, लेकिन अंततः वह तैनात रहा. उन्हें मेडल ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया और संयुक्त राज्य अमेरिका लौटने पर उन्हें ब्रिगेडियर जनरल के रूप में प्रोमोशन दिया गया था.
आधुनिक तकनीक से लैस होगा एयरक्राफ्ट
अमेरिका का दावा है कि इस विमान की तकनीक इतनी एडवांस है कि दुनिया का कोई भी रडार इसे पकड़ नहीं सकता. नॉर्थ्रॉप की वेबसाइट के मुताबिक छठी पीढ़ी के इस एयरक्राफ्ट में सफलता इसकी टेक्नोलॉजी, एडवांस नेटवर्किंग कैपिसिटी और एक ओपेन सिस्टम का उपयोग किया गया है. बी-21 हाई-एंड थ्रेट एनवायरनमेंट के लिए ऑप्टिमाइज़ किया गया है.
यह अमेरिकी वायुसेना के पारंपरिक या थर्मोन्यूक्लियर हथियार ले जाने में सक्षम होगा. इस विमान की दो मुख्य बातें ये हैं कि पहली यह कि लंबी दूरी तक जा सकता है और दूसरी यह एक stealth strategic bomber होगा जो कि इसे दूसरे देशो के रडार में आने से बचाएगा.
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