पाकिस्तान में सार्वजनिक मंच पर दिखा सैयद सलाउद्दीन, हाफिज सईद ने तोहफे में दी बंदूक
इस्लामाबाद में सैयद सलाउद्दीन को एक बंदूक भेंट की गई. सलाउद्दीन के लिए ये बंदूक भेंट में दूसरे आतंकी हाफिज सईद ने भेजी थी. आतंकी हाफिज के बेटे तला सईद और हाफिज के साले अब्दुल मक्की सलाउद्दीन के लिए ये बंदूक लेकर आए थे.
नई दिल्ली: कुख्यात आतंकवादी सैयद सलाउद्दीन एक बार फिर पाकिस्तान में खुलेआम सार्वजनिक मंच पर दिखा है. अमेरिका की ओर से अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किए जाने के बाद सलाउद्दीन पहली बार कैमरे पर कैद हुआ है.
इस्लामाबाद में सैयद सलाउद्दीन को एक बंदूक भेंट की गई. सलाउद्दीन के लिए ये बंदूक भेंट में दूसरे आतंकी हाफिज सईद ने भेजी थी. आतंकी हाफिज के बेटे तला सईद और हाफिज के साले अब्दुल मक्की सलाउद्दीन के लिए ये बंदूक लेकर आए थे.
सैयद सलाउद्दीन कब घोषित हुआ था अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी? पीएम मोदी के अमेरिका दौरे पर राष्ट्रपति ट्रंप की मुलाकात से पहले अमेरिका ने हिजबुल चीफ सैयद सलाउद्दीन को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित किया था. सलाउद्दीन को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कह था कि अमेरिकी रक्षा मंत्रालय मोहम्मद यूसुफ शाह उर्फ सैयद सलाउद्दीन को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित करता है. उसने आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया, अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा को खतरे में डाला उससे अमेरिका की विदेश नीति और अर्थव्यवस्था को भी खतरा है. अब अमेरिका या अमेरिकी नागरिक सलाउद्दीन के साथ बिजनेस नहीं कर पाएंगे. इसके साथ ही उसकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी.
भारत ने किया था फैसले का स्वागत भारतीय विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के फैसले का स्वागत किया था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने अमेरिका के फैसले के बाद कहा था कि इस फैसले से साफ है कि भारत और अमेरिका मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस फैसले से इस बात की पुष्टि होती है कि जम्मू-कश्मीर में जो हालात हैं उसके लिए सीमा पार से हो रहा आतंकवाद जिम्मेदार है.
कौन है सैयद सलाउद्दीन? सलाउद्दीन आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का चीफ है. भारत के खिलाफ लगातार जहर उगलने वाला सलाउद्दीन का संगठन हिज्बुल कश्मीर समेत पूरे देश में कई बार कायराना हमले करा चुका है. अप्रैल 2014 में जम्मू कश्मीर में हुए बम धमाकों की जिम्मेदारी भी सैयद सलाउद्दीन के आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने ही ली थी. इस हमले में 17 लोग घायल हुए थे.
ट्रेडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
and tablets