युद्ध में भाग लेने से मना करने पर कोर्ट ने सुनाई 5 साल की सजा, क्या सैनिकों को जबरदस्ती झोंका जा रहा है?
Russia Ukraine War: रूस ने अपने चीफ ऑफ जनरल स्टाफ को युद्ध के मैदान में उतार दिया है. रूस ने जनरल वालेरी गेरासिमोव को बुधवार को यूक्रेन में संयुक्त बल समूह का नया प्रमुख बनाया है.

Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच 11 महीने से जंग जारी है. इस दौरान हजारों लोग मारे जा चुके हैं और इतने ही लोगों का विस्थापन हुआ है. युद्ध से पहले रूस को जितनी आसान जंग लग रही थी वह उतनी ही टेढ़ी खीर साबित हो रही है. समय-समय पर यूक्रेन रूस को तेज झटके दे रहा है. इस बीच रूस के एक सैनिक ने युद्ध लड़ने से मना कर दिया है.
दक्षिणी उरलों में बश्कोर्तोस्तान क्षेत्र में कोर्ट के लिए गुरुवार को प्रेस सेवा ने कहा, "यह सैनिक रूस के एक विशेष सैन्य अभियान में भाग नहीं लेना चाहता." सैनिक ने मई 2022 में ड्यूटी के लिए रिपोर्ट नहीं किया था. बयान में कहा गया है कि कानून प्रवर्तन ने सितंबर में मार्सेल कंदारोव नामक सैनिक का पता लगाया था. अलग से, एक सैन्य ट्रिब्यूनल ने कहा कि ये सैनिक युद्ध के दौरान एक महीने से ज्यादा समय तक गायब रहा था, जिसके लिए उसको पांच साल की सजा सुनाई गई है.
चीफ ऑफ जनरल स्टाफ को युद्ध की कमान
रूस ने अपने चीफ ऑफ जनरल स्टाफ को युद्ध के मैदान में उतार दिया है. रूस ने जनरल वालेरी गेरासिमोव को बुधवार को यूक्रेन में संयुक्त बल समूह का नया प्रमुख बनाया है. रूस ने अपने सशस्त्र बलों की अलग-अलग सेवाओं और शाखाओं के बीच समन्वय बनाने की जरूरतों को देखते हुए यह फैसला लिया है. रूस के रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि ऑपरेशन कमांड स्तर को बढ़ाने की जरूरत लड़ाकू मिशनों के बढ़े हुए पैमाने के कारण थी.
वहीं, रूस के निजी सैन्य फर्म वैगनर ग्रुप के प्रमुख ने दावा किया कि रूसी सेना ने सोलेदार पर कब्जा जमा लिया है और लगभग 500 यूक्रेन समर्थक सैनिको को मार गिराया है. लेकिन, वैगनर ग्रुप के दावों को दरकिनार करते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा हमारी रूस से लड़ाई जारी है.
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Source: IOCL























