नेपाल में सोशल मीडिया पर हो रहा है पीएम मोदी का विरोध
आपको बता दें कि मोदी बीते शुक्रवार को नेपाल पहुंचे और इस दौरान नेपाल में ट्विटर पर #BlockadeWasCrimeMrModi और #ModiNotWelcomedInNepal ट्रेंड होने लगा. कुछ यूज़र्स ने रोष जताते हुए लिखा कि जब नेपाल भयानक भूकंप के सदमे से उबर रहा था तब भारत ने सीमा की नाकेबंदी कर दी थी.

काठमांडू: नेपाल की दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी को वहां के सोशल मीडिया यूज़र्स के रोष का सामना करना पड़ रहा है. नेपाल में सोशल मीडिया यूजर्स ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए उन्हें साल 2015 का वो दौर याद दिलाया जब भारत ने नेपाल के साथ की सीमा की नाकेबंदी कर दी थी. सोशल मीडिया यूजर्स पीएम से माफी की मांग भी कर रहे हैं.
आपको बता दें कि मोदी बीते शुक्रवार को नेपाल पहुंचे और इस दौरान नेपाल में ट्विटर पर #BlockadeWasCrimeMrModi और #ModiNotWelcomedInNepal ट्रेंड होने लगा. कुछ यूज़र्स ने रोष जताते हुए लिखा कि जब नेपाल भयानक भूकंप के सदमे से उबर रहा था तब भारत ने सीमा की नाकेबंदी कर दी थी.
कुछ और यूज़र्स ने सितंबर 2015 से फरवरी 2016 तक 135 दिन लंबी नाकेबंदी के लिए मोदी से माफी की मांग की. आपको बता दें कि इसकी वजह से नेपाल की अर्थव्यवस्था संकट में आ गई थी और दोनों देशों के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया था.
पुष्प नवी खराल नाम के यूज़र्स ने लिखा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ( अथिती देव: भव:) !! लेकिन #BlockadeWasCrimeMrModi
Welcome Indian PM Narendra Modi ji ( अथिती देव: भव:) !! But, #BlockadeWasCrimeMrModi
— PuspaManiKharal (@PuspaManiKharal) May 11, 2018
एक और उपयोगकर्ता बिनोद खनल ने लिखा, "श्रीमान मोदी नेपाली राजनेता आपका नेपाल में स्वागत करेंगे, लेकिन नेपाली लोग कभी नहीं!!"
Mr #Modi Nepali politician will welcome you here in #Nepal but, Neplease people never !! #ModiNotWelcomedInNepal #BlockadeWasCrimeMrModi#BackoffIndia #Nepal@PM_Nepal @PMOIndia @kpsharmaoli @narendramodi pic.twitter.com/W8mLQbiV2m
— Binod Khanal (@binchand) May 9, 2018
नेपाल में यूरोपीय यूनियन के पूर्व राजदूत रेंन्सजे टीरिंक ने एक फोटो पोस्ट कर इस बहस को और हवा दे दी. इस फोटो में तेल भरवाने के लिए कार और मोटरसाइकिल की लंबी कतार देखी जा सकती है, जिसके कैप्शन में लिखा हुआ था, 'इस तस्वीर को भूलना काफी मुश्किल है.' हालांकि कई यूज़र्स ने मोदी के दौरे का बचाव किया है.
रोहित थापा ने लिखा है, "दोनों देशों के प्रधानमंत्री भारी बहुमत से जीतकर सत्ता में आए हैं, इसलिए इस दौरे का जश्न मनाने का प्रयास करें ओर इससे सर्वोत्तम चीज प्राप्त करें. हित हमेशा आपसी हैं, छोटे या बड़े."
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Source: IOCL






















