जानें कौन हैं नायेल बरगौती, 45 साल बाद इजरायली जेल से हुए रिहा
Israel News: गाजा युद्धविराम समझौते इजरायल बंधकों के बदले में फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर रहा है. इसी कड़ी में 34 साल लगातार जेल में रहे एक फिलिस्तीनी कैदी को रिहा किया गया है.

Israel News: इजरायली जेलों में सबसे लंबे समय तक बंद रहने वाले फिलिस्तीनी कैदी नाएल बरगौती को गाजा युद्धविराम समझौते के तहत रिहा किया गया है. वो चार दशक से अधिक समय सलाखों के पीछे थे.
फिलिस्तीनी कैदी क्लब वकालत समूह के अनुसार, बरगौती ने 45 साल जेल में बिताए, जिनमें से 34 साल लगातार जेल में रहे. रिहाई के बाद फिलिस्तीनी क्षेत्रों से निष्कासित किये जाने के बाद वह गुरुवार को मिस्र पहुंचे.
1978 में पहली बार किया गया था गिरफ्तार
बरगौती को पहली बार 1978 में गिरफ्तार किया गया था और एक इजरायली अधिकारी की हत्या तथा इजरायली स्थलों पर हमले के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. उस समय वह फतह के सदस्य थे, जो वर्तमान फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास का आंदोलन है, जो इस्लामी समूह हमास का प्रतिद्वंद्वी है.
गुरुवार की सुबह हुई बंधक-कैदी की अदला-बदली इजरायल और हमास के बीच नाजुक संघर्ष विराम के पहले चरण का सातवां और अंतिम समझौता था. यह समझौता 19 जनवरी को प्रभावी हुआ और इसका पहला चरण शनिवार को समाप्त हो रहा है.
इजराइल ने जारी किया था बयान
इजराइल ने अपने जारी बयान में कहा था, "देश भर की कई जेलों से 643 आतंकवादियों को स्थानांतरित किया गया और हमास द्वारा चार बंधकों के शव सौंपे जाने के बाद उन्हें युद्धविराम समझौते की शर्तों के तहत रिहा कर दिया गया.
2011 में भी किया गया था रिहा
बरगौती को इससे पहले 2011 में एक बार रिहा किया गया था, जब हमास द्वारा पकड़े गए एक इज़रायली सैनिक के बदले फ़िलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली की गई थी. उसके बाद उन्हें क़ब्ज़े वाले पश्चिमी तट के कुबार में नज़रबंद रखा गया था. 2014 में उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया गया और वे फतह से अलग होकर जेल में हमास में शामिल हो गए थे.
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Source: IOCL






















