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India Pakistan Trade Battle: पाकिस्तान का दावा- यूरोपीय संघ ने भारत को नहीं दी तरजीह, बासमती चावल के हम बड़े एक्सपोर्टर
Pakistan Basmati Export: पाकिस्तान ने दावा किया है कि यूरोप के बाजारों में वह भारत से ज्यादा बासमती चावल निर्यात कर रहा है.
![India Pakistan Trade Battle: पाकिस्तान का दावा- यूरोपीय संघ ने भारत को नहीं दी तरजीह, बासमती चावल के हम बड़े एक्सपोर्टर Pakistan Claims It Is exporting more basmati rice to European markets than India India Pakistan Trade Battle: पाकिस्तान का दावा- यूरोपीय संघ ने भारत को नहीं दी तरजीह, बासमती चावल के हम बड़े एक्सपोर्टर](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/04/01/aab1059f8ca0ea010ab236f41295f00a1680345322599330_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
India Pakistan Basmati Rice Export: पाकिस्तान ने कहा है कि वह यूरोप को बासमती चावल भेजने के मामले में भारत से बड़ा निर्यातक है. हाल में (7 अप्रैल) पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्रालय ने एक सीनेट पैनल को बताया कि यूरोपीय संघ ने भारत के बासमती चावल को कोई तरजीह नहीं दी है. पाकिस्तानी मीडिया वेबसाइट डॉन की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.
सीनेट की वाणिज्य समिति की बैठक के दौरान सांसदों के सवालों का जवाब देते हुए मंत्रालय के सचिव सुआलेह अहमद फारूकी ने दावा किया कि वर्तमान में भारत के मुकाबले पाकिस्तान यूरोपीय बाजारों को ज्यादा बासमती चावल निर्यात कर रहा है.
बासमती चावल बना व्यापार जंग का कारण
रिपोर्ट में कहा गया कि बासमती चावल भारत और पाकिस्तान का साझा उत्पादन है. भारत ने बासमती चावल के विशेष ट्रेडमार्क (GI Tag- जियोग्राफिकल इंडिकेशन टैग) के लिए आवेदन किया था, जो भारत को यूरोपीय संघ में बासमती टाइटल का एकमात्र स्वामित्व प्रदान करेगा. इसके बाद हाल के दिनों में बासमती चावल दोनों देशों के बीच विवादास्पद व्यापार जंग का स्रोत बन गया है.
सुआलेह अहमद फारूकी ने कहा कि अभी तक यूरोपीय संघ ने भारत के अनुरोध पर कोई फैसला नहीं किया है, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने इसी तरह के अनुरोध को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि इसे लेकर अमेरिका में कानूनी कार्यवाही अब भी जारी है.
भारत के GI टैग आवेदन का पाकिस्तान ने किया था विरोध
ट्रेड प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर मौजूद एक रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि बासमती चावल के जीआई टैग के लिए भारत के आवेदन को लेकर यूरोपीय संघ ने 11 सितंबर 2020 को अधिसूचना जारी की थी. वहीं, 7 दिसंबर 2020 को पाकिस्तान के चावल निर्यातक संघ (Rice Exporters Association of Pakistan) ने भारत के आवेदन का विरोध किया था, जिसके लिए उसने यूरोपीय संघ के अधिकारियों के समक्ष एक नोटिस दायर किया था.
यूरोपीय संघ के बाजारों पर पाकिस्तान ज्यादा निर्भर
रिपोर्ट में भारत को सबसे बड़ा बासमती चावल निर्यातक बताया गया. इसमें जानकारी दी गई कि 2019 में भारत ने 4.4 मिलियन (44 लाख) टन बासमती चावल का निर्यात किया था, जिसमें से केवल 2 फीसदी आपूर्ति यूरोपीय संघ के देशों को की गई. भारत के तुलना में 2019 में पाकिस्तान का निर्यात बेहद कम था. उस साल पाकिस्तान ने 846.8 हजार टन पर बासमती चावल निर्यात किया था.
रिपोर्ट में बताया गया कि भारत के मुकाबले पाकिस्तान यूरोपीय संघ के बाजार पर ज्यादा निर्भर है क्योंकि 2019 में पाकिस्तान अपने बासमती चावल का 14.8 फीसदी निर्यात यूरोपीय संघ के देशों को कर रहा था.
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