एक्सप्लोरर

Taliban News: अफगानिस्तान पर कब्जा किए एक महीने से ज्यादा का वक्त बीता, अब इन मुद्दों पर है तालिबान की नजर

Taliban News: अफगानिस्तान में तालिबान शासन को अब तक किसी देश से औपचारिक मान्यता नहीं मिली है. मुल्क पर तालिबान का कब्जा हुए एक महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है.

Taliban News: अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हुए एक महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है और अब देश में अपनी स्थिति को और मजबूत करने के साथ उसकी नजर देश के प्रतिनिधि के तौर पर अन्य देशों के साथ संबंध बनाने और अपनी दूसरी सरकार को मान्यता दिलाने पर है. अफगानिस्तान में तालिबान शासन को अब तक किसी देश से औपचारिक मान्यता नहीं मिली है ऐसे में वह अपने शासन को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाने की कोशिश में है. तालिबान ने संयुक्त राष्ट्र को पत्र लिखकर न्यूयॉर्क में चल रहे संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक को संबोधित करने की अनुमति देने का अनुरोध किया. उसका तर्क था कि सरकार के तौर पर मान्यता प्राप्त करने के लिए उसके पास सभी अर्हता है. संयुक्त राष्ट्र ने प्रभावी तरीके से तालिबान के अनुरोध पर जबाब देते हुए संकेत दिया कि अभी वह ऐसा कुछ भी करने की जल्दी में नहीं है.

अफगानिस्तान शुरुआती सदस्यों के तौर पर 1946 में संयुक्त राष्ट्र में शामिल हुआ था और उसे सोमवार को महासभा में नेताओं के सम्मेलन को संबोधित करना है. लेकिन अबतक संयुक्त राष्ट्र समिति की बैठक नहीं हुई है जो उसकी मान्यता की चुनौती पर फैसला कर सके, ऐसा लगता है कि लगभग तय है कि अफगानिस्तान के मौजूदा राजदूत इस साल अपने देश की ओर से संबोधित करेंगे - या फिर कोई नहीं करेगा.

संयुक्त राष्ट्र तालिबान को औपचारिक मान्यता दे सकता है या रोक सकता है और इस अहम समय का इस्तेमाल तालिबान से मानवाधिकार, लड़कियों की शिक्षा और राजनीति मेलमिलाप का आश्वासन लेने के लिए कर सकता है. यह स्थान है जिसकी प्रासंगिकता 76 साल बाद भी बनी हुई है.

कनाडा में सेंटर फॉर इंटरनेशनल गवर्नेंस के अध्यक्ष रोहिंटन मेधोरा ने कहा,‘‘अगर आप संयुक्त राष्ट्र हैं और आप चाहते हैं कि परिवार के सदस्य जैसे देशों का प्रतिनिधित्व हो तो निश्चित तौर पर आप चाहेंगे कि परिवार के सभी सदस्य उपस्थित हों, भले ही आप जानते हैं कि आपका दूर का भाई ऐसा नहीं है जिसपर सभी गर्व करें. इसलिए संयुक्त राष्ट्र को अफगानिस्तान और अन्य देशों की जरूरत है ताकि वह अपनी कार्यशैली के मूल्यों को प्रदर्शित कर सके.’’

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र बड़े पैमाने पर मदद और विकास कार्यों को आगे बढ़ा सकता है ताकि दिखा सके कि कैसे उसकी आर्थिक तौर पर कम समृद्ध एजेंसी भी स्थिरता और सुरक्षा के लिए अहम है. अफगानिस्तान कई स्तर पर मानवीय संकट का सामना कर रहा है और राजनीतिक स्थिति की वजह से पूरी तरह से गरीबी आ गई है.

पहले ही अफगानिस्तान में लड़कियों की शिक्षा के लिए मदद की मांग की जा रही है. यह तब हो रहा है जब समावेशी और खुली सरकार का वादा करने वाले तालिबान को बड़ी उम्र की लड़कियों को स्कूलों में वापसी की अनुमति देनी है, जिसने स्थानीय मीडिया की आजादी में कटौती की है और शहर के चौक पर सार्वजनिक रूप से शवों को लटकाने का बर्बर तरीके अपना रहा है.

जिनेवा में अफगानिस्तान के संयुक्त राष्ट्र में मान्यता प्राप्त राजदूत नासिर अंदिशा ने कहा, ‘‘तालिबान अफगान लोगों की इच्छा का प्रतिनिधित्व नहीं करता.’’ उन्होंने कहा कि अगर संयुक्त राष्ट्र तालिबान के सत्ता पर दावे को मान्यता देता है तो यह विनाशकारी संदेश अन्य को जाएगा- फिर चाहे यमन हो या म्यांमा- कि वे बंदू उठा सकते हैं, हिंसा कर सकते हैं, अमेरिका द्वारा घोषित आतंकवादी समूह में शामिल हो सकते हैं.

अंदिशा ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि संयुक्त राष्ट्र के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने का समय है.’’ तालिबान द्वारा नियुक्त संयुक्त राष्ट्र में प्रतिनिधि , तालिबान के पूर्व वार्ताकार और राजीतिक प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने एसोसिएटेड प्रेस से कहा कि उनकी सरकार को देशों के समूह में जगह दी जानी चाहिए क्योंकि ‘ अफगानिस्तान की सभी सीमाएं और शहर हमारे कब्जे में हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें हमारे लोगों का समर्थन प्राप्त है और उनके समर्थन से हम सफलतापूर्वक अपने देश की आजादी का संघर्ष जारी रखने में सफल हुए और जो अंतत: हमारी आजादी में तब्दील हुआ.’’

शाहीन ने कहा, ‘‘ हम सरकार के तौर पर मान्यता प्राप्त करने के लिए सभी अर्हता पूरी करते हैं. अंतत: हम संयुक्त राष्ट्र से उम्मीद करते हैं कि तटस्थ विश्व निकाय के तौर पर वह अफगानिस्तान की मौजूदा सरकार को मान्यता देगा.’’

बिल गेट्स की एलन मस्क और जेफ बेजोस को सलाह, स्पेस नहीं, पहले पृथ्वी पर भी बहुत कुछ करना है

US Train Accident: अमेरिका के मोंटाना में बड़ा रेल हादसा, तीन लोगों की मौत, कई लोगों के घायल होने की खबर

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

Swati Maliwal Assault: महिलाओं के अपमान पर केजरीवाल चुप क्यों? स्वाति मालीवाल केस में जेपी नड्डा ने AAP को घेरा
महिलाओं के अपमान पर केजरीवाल चुप क्यों? स्वाति मालीवाल केस में जेपी नड्डा ने AAP को घेरा
मुंबई में विपक्ष पर बरसे राज ठाकरे, 'पंडित नेहरू के बाद...', बाबरी मस्जिद पर भी दिया बयान
मुंबई में विपक्ष पर बरसे राज ठाकरे, 'पंडित नेहरू के बाद...', बाबरी मस्जिद पर भी दिया बयान
पाकिस्तानी एक्टर जिसने Shah Rukh Khan को दे दिया था ज्ञान, बॉलीवुड फिल्मों में किया है काम, पहचाना क्या?
पाकिस्तानी एक्टर जिसने शाहरुख खान को दे दिया था ज्ञान, पहचाना?
PoK में विरोध से डरी पाकिस्तान सरकार, विदेश मंत्री ने पाक संसद से लगाई भारत से दोस्ती की गुहार
PoK में विरोध से डरी पाकिस्तान सरकार, विदेश मंत्री ने पाक संसद से लगाई भारत से दोस्ती की गुहार
Advertisement
for smartphones
and tablets

वीडियोज

Elections 2024: आज शाम पांचवें दौर के लिए थम जाएगा चुनाव प्रचार, 20 मई को होगी पांचवे चरण की वोटिंगLoksabha Elections 2024: यूपी की सुल्तानपुर सीट पर जनता ने बता दिया कौन सा चुनावी मुद्दा है प्रभारी?Breaking: स्वाति मालीवाल की मौजूदगी में दिल्ली पुलिस, FSL टीम ने सीएम हाउस में रीक्रिएट किया सीनBhagya Ki Baat 18 May 2024: क्या कहते हैं आपके भाग्य के सितारे? जानिए आज का राशिफल

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
Swati Maliwal Assault: महिलाओं के अपमान पर केजरीवाल चुप क्यों? स्वाति मालीवाल केस में जेपी नड्डा ने AAP को घेरा
महिलाओं के अपमान पर केजरीवाल चुप क्यों? स्वाति मालीवाल केस में जेपी नड्डा ने AAP को घेरा
मुंबई में विपक्ष पर बरसे राज ठाकरे, 'पंडित नेहरू के बाद...', बाबरी मस्जिद पर भी दिया बयान
मुंबई में विपक्ष पर बरसे राज ठाकरे, 'पंडित नेहरू के बाद...', बाबरी मस्जिद पर भी दिया बयान
पाकिस्तानी एक्टर जिसने Shah Rukh Khan को दे दिया था ज्ञान, बॉलीवुड फिल्मों में किया है काम, पहचाना क्या?
पाकिस्तानी एक्टर जिसने शाहरुख खान को दे दिया था ज्ञान, पहचाना?
PoK में विरोध से डरी पाकिस्तान सरकार, विदेश मंत्री ने पाक संसद से लगाई भारत से दोस्ती की गुहार
PoK में विरोध से डरी पाकिस्तान सरकार, विदेश मंत्री ने पाक संसद से लगाई भारत से दोस्ती की गुहार
Swati Maliwal: स्वाति मालीवाल केस: दिल्ली सीएम आवास से CCTV कैमरों का डंप ले गई पुलिस, आज फिर जांच के लिए पहुंचेगी टीम
स्वाति मालीवाल केस: दिल्ली सीएम आवास से CCTV कैमरों का डंप ले गई पुलिस, आज फिर जांच के लिए पहुंचेगी टीम
Pakistan Moon Mission: पाकिस्तान के चंद्र मिशन की पहली तस्वीर की लोग जमकर उड़ा रहे मजाक, बोले- सैमसंग का फोन ले जाते
पाकिस्तान के चंद्र मिशन की पहली तस्वीर की लोग जमकर उड़ा रहे मजाक, बोले- सैमसंग का फोन ले जाते
Phone Tips: फोन में इंटरनेट चलाने में आ रही दिक्कत? इन 5 टिप्स से चुटकियों में पाएं छुटकारा
फोन में इंटरनेट चलाने में आ रही दिक्कत? इन 5 टिप्स से सब हो जाएगा आसान
Swati Maliwal Case: क्या कोई राजनीतिक पार्टी अपने सांसद की संसद सदस्यता खत्म करा सकती है?
क्या कोई राजनीतिक पार्टी अपने सांसद की संसद सदस्यता खत्म करा सकती है?
Embed widget