संकट में अमेरिका: शट डाउन के बाद ज़िद पर अड़े ट्रंप करने वाले हैं राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा, लेकिन क्यों?
अगर ट्रंप राष्ट्रीय आपातकाल लगाते हैं तो इस दीवार के लिए ज़रूरी पैसे के लिए उन्हें अमेरिकी कांग्रेस से अनुमति की दरकार नहीं होगी. आपातकाल की घोषणा के बाद ट्रंप को वो कार्यकारी शक्ति मिल जाएगी जिसके जरिए वो राष्ट्रीय आपदा राहत कोष का इस्तेमाल करके दक्षिणी मेक्सिको सीमा पर दीवार बना सके.

वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा एलान करते हुए कहा है कि वो राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा करने वाले हैं. वो इसकी घोषणा इसलिए कर सकते हैं क्योंकि उन्हें मेक्सिको के साथ लगी दक्षिणी सीमा पर दीवार के लिए सरकारी ख़जने से पैसे चाहिए. दरअसल, उन्होंने मेक्सिको की ओर से होने वाले अवैध इमिग्रेशन को रोकने के लिए दीवार बनाने के वादे को राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ख़ूब बेचा था. लेकिन अब वो अमेरिकी संसद से इसके लिए पैसे नहीं ले पा रहे हैं.
अगर ट्रंप राष्ट्रीय आपातकाल लगाते हैं तो इस दीवार के लिए ज़रूरी पैसे के लिए उन्हें अमेरिकी कांग्रेस से अनुमति की दरकार नहीं होगी. आपातकाल की घोषणा के बाद ट्रंप को वो कार्यकारी शक्ति मिल जाएगी जिसके जरिए वो राष्ट्रीय आपदा राहत कोष का इस्तेमाल करके दक्षिणी मेक्सिको सीमा पर दीवार बना सके. ट्रंप ने मीडिया से कहा कि विपक्षी पार्टी डेमोक्रेट्स के साथ दीवार को लेकर बातचीत में सिर्फ समय व्यर्थ हो रहा है. उन्होंने प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी पर बेहद अक्खड़ होने और बुरी राजनीति करने का भी आरोप लगाया.
ट्रंप ने कहा, "मुझे लगता है कि वो बेहद अक्खड़ हैं. मुझे इससे दिक्कत नहीं है. लेकिन मुझे लगता है कि वो हमारे देश के लिए बेहद बुरी हैं. उन्हें पता है कि हमें एक दीवार की दरकार है, उन्हें पता है कि हमें सीमा सुरक्षा की दरकार है. दरअसल, वो खुल बॉर्डर की समर्थक हैं, उन्हें मानव तस्करी की परवाह नहीं है." ट्रंप ने ज़ोर देकर कहा कि वो इस दीवार को बनाकर ही दम लेंगे और ऐसा करने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता है.
अमेरिकी शटडाउन के लंबे खिंच जाने की वजह से चौतरफा इसकी चर्चा हो रही थी. इसकी वजह से लाख़ों लोगों की नौकरियों के ऊपर तलवार लटक रही थी. वहीं, लाख़ों लोगों को छुट्टी पर भेजा जा चुका था. लोगों की ज़रूरतों से जुड़े कई विभागों को बंद करना पड़ा. हालांकि, इंमरजेंसी सेवाएं इसके असर से बाहर थीं. लेकिन आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
अगर ये लंबे समय तक जारी रहती तो इसका असर सिर्फ अमेरिका ही नहीं बल्कि पूरे विश्व पर पड़ता. इसके समाप्त होने के बाद विश्व ने अभी राहत की सांस ली ही थी कि ट्रंप अब आपातकाल की तैयारी में लगे हैं.
2020 चुनाव के लिए ट्रंप की तैयारी शुरू हालांकि, इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कैंपेन और इससे जुड़ी समितियों ने 2018 के अंतिम तीन महीनों में 2.1 करोड़ डॉलर का भारी फंड जमा कर 2020 में होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव में प्रवेश कर लिया है. एक मीडिया रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई. द वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक गुरुवार रात सार्वजनिक किए गए संघीय चुनाव आयोग (एफईसी) के नए बयान बताते हैं कि ट्रंप दोबारा चुनाव लड़ने के लिए अबतक 12.9 करोड़ डॉलर इकट्ठा कर चुके हैं जो कि किसी पद पर बैठे अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए रिकॉर्ड है.
नवंबर में मध्यावधि चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के बहुमत खोने और अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर ट्रंप की दीवार बनाने की मांग के चलते फेडरल सरकार के आंशिक हड़ताल पर जाने के बावजूद साल की चौथी तिमाही में ट्रंप का पलड़ा भारी रहा. एफईसी में दायर आंकड़ों के अनुसार, लगभग 75 फीसदी फंड 200 डॉलर या इससे कम का दान करने वालों के धन से इकट्ठा हुआ.
जहां ट्रंप के पूर्ववर्ती राष्ट्रपतियों ने अगले चुनाव के लिए रुपये इकट्ठे करने के लिए मध्यावधि चुनाव होने का इंतजार किया था, वहीं इसके विपरीत ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव जीतने के कुछ ही समय बाद 2020 चुनाव के लिए धन इकट्ठा करना शुरू कर दिया था.
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