'बेहद सम्मानित जनरल', आसिम मुनीर की फिर डोनाल्ड ट्रंप ने की तारीफ! सुनकर आपको भी आएगा गुस्सा
Donald Trump News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर की तारीफ की है. इसके अलावा उन्होंने एक बार फिर दावा किया कि भारत-पाक के बीच संभावित परमाणु युद्ध रुकवाने में उनकी भूमिका रही है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान को लेकर बड़ा बयान दिया है. फ्लोरिडा में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ट्रंप ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख और चीफ ऑफ डिफेंस फोर्स फील्ड मार्शल आसिम मुनीर की खुले तौर पर सराहना की. जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने आसिम मुनीर को एक बेहद सम्मानित जनरल बताते हुए कहा कि दक्षिण एशिया में बढ़ते तनाव को शांत करने में उनकी भूमिका अहम रही. इस मौके पर अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ और नौसेना सचिव जॉन फेलन भी मौजूद थे.
कार्यक्रम के दौरान जब ट्रंप से वैश्विक संघर्षों को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अमेरिका की मध्यस्थता से भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित परमाणु युद्ध को रोका गया. ट्रंप के मुताबिक, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने निजी तौर पर उन्हें बताया कि इस प्रयास से करोड़ों लोगों की जान बच सकी. ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के बीच हालात बेहद तेजी से बिगड़ रहे थे और स्थिति नियंत्रण से बाहर जा सकती थी.
फाइटर जेट गिरने और युद्ध टलने का जिक्र
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने बयान में यह भी कहा कि उस दौरान हवाई झड़पें हुई और कई लड़ाकू विमान मार गिराए गए. उनके अनुसार यह टकराव कुछ ही समय में बड़े युद्ध का रूप ले सकता था. ट्रंप ने यह दावा भी दोहराया कि उन्होंने अब तक कई अंतरराष्ट्रीय युद्धों को रुकवाने में भूमिका निभाई है, हालांकि रूस-यूक्रेन संघर्ष अब भी जारी है.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ा था भारत-पाक तनाव
ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब वह पहले भी ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक के बीच बढ़े तनाव को लेकर खुद को मध्यस्थ बताकर श्रेय लेते रहे हैं. यह ऑपरेशन भारत की तरफ से पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था.
व्यापार दबाव वाला दावा और भारत का जवाब
डोनाल्ड ट्रंप इससे पहले यह भी कह चुके हैं कि उन्होंने व्यापार और टैरिफ से जुड़े दबाव का इस्तेमाल कर भारत और पाकिस्तान को युद्ध से पीछे हटने के लिए मजबूर किया, लेकिन भारत सरकार ने इन बयानों को साफ तौर पर खारिज किया है. भारत का कहना है कि उस समय हालात को शांत करने के लिए दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच बात हुई थी. भारत सरकार ये कह चुकी है कि भारी नुकसान के बाद पाकिस्तान के DGMO ने हमारे के DGMO से संपर्क किया, जिसके बाद आपसी सहमति से सैन्य कार्रवाई रोकी गई.
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