Sharif Osman Hadi Death: उस्मान हादी के कातिल कौन, कहां छिपे? बांग्लादेश की जांच एजेंसी ने किया बड़ा खुलासा
इंक़लाब मंच के नेता शरीफ़ उस्मान हादी की हत्या के बाद भी मुख्य आरोपी लापता हैं. डिटेक्टिव ब्रांच ने कहा कि अब तक यह साफ नहीं कि आरोपी देश में हैं या विदेश भाग चुके हैं.

बांग्लादेश में छात्र राजनीति से जुड़े चर्चित नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या को कई दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक उनके हत्यारों का कोई ठोस सुराग नहीं लग पाया है. ढाका में दिनदहाड़े गोली मारे जाने के बाद यह मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. मामले की जांच कर रही डिटेक्टिव ब्रांच (DB) ने अब स्वीकार किया है कि मुख्य आरोपियों की लोकेशन को लेकर अब भी स्थिति साफ नहीं है.
BBC बांग्ला की रिपोर्ट के मुताबिक डिटेक्टिव ब्रांच के प्रमुख मोहम्मद शफीकुल इस्लाम ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियां लगातार प्रयास कर रही हैं, लेकिन अभी यह पुष्टि नहीं हो सकी है कि इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी फैसल करीम मसूद और उसका करीबी आलमगीर शेख बांग्लादेश में मौजूद हैं या किसी दूसरे देश में भाग चुके हैं. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर भारत भागने के दावों की चर्चा जरूर है, लेकिन आधिकारिक तौर पर इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है.
जांच में कुछ सुराग, लेकिन मुख्य आरोपी अब भी पकड़ से बाहर
DB के अनुसार, हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्तौल और वारदात में प्रयोग की गई मोटरसाइकिल बरामद कर ली गई है. इसके अलावा कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा चुकी है. पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार लोगों से मिली जानकारी के आधार पर जांच का दायरा और बढ़ाया गया है. जांच में यह भी सामने आया है कि मुख्य आरोपी का संबंध प्रतिबंधित छात्र लीग से रहा है, जिससे इस मामले को राजनीतिक हिंसा से जोड़कर देखा जा रहा है.
अब तक 13 गिरफ्तार, परिवार के लोग भी जांच के घेरे में
इस सनसनीखेज हत्याकांड में पुलिस अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. इनमें फैसल करीम मसूद के करीबी रिश्तेदार और परिवार के सदस्य भी शामिल हैं. जांच एजेंसियों के अनुसार, हत्या से पहले और बाद में कई फोन कॉल किए गए थे, जिनका रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है. इन गिरफ्तार आरोपियों को अलग-अलग चरणों में रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई है, ताकि मुख्य साजिश तक पहुंचा जा सके.
देश छोड़ने पर रोक थी, फिर भी कैसे हुए गायब?
ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस पहले ही यह स्पष्ट कर चुकी है कि मुख्य आरोपियों के पासपोर्ट ब्लॉक कर दिए गए थे, जिससे वे कानूनी रूप से देश से बाहर नहीं जा सकते थे. इसके बावजूद पुलिस यह तय नहीं कर पा रही है कि क्या आरोपी अवैध रास्तों से सीमा पार कर चुके हैं या अब भी देश के भीतर कहीं छिपे हुए हैं.
कैसे हुआ था हादी पर हमला?
12 दिसंबर को ढाका की एक व्यस्त सड़क पर शरीफ़ उस्मान हादी को गोली मारी गई थी. हालत गंभीर होने पर उन्हें बेहतर इलाज के लिए सिंगापुर भेजा गया, लेकिन 18 दिसंबर को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. बाद में उन्हें ढाका विश्वविद्यालय परिसर में दफनाया गया, जहां बड़ी संख्या में समर्थक और छात्र मौजूद रहे.
इंक़लाब मंच का सरकार को सख्त संदेश
हादी की हत्या के बाद इंक़लाब मंच ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो बड़े राजनीतिक कदम उठाए जाएंगे. मंच के नेताओं ने गृह मामलों से जुड़े शीर्ष अधिकारियों के इस्तीफे की मांग तक कर दी है.
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Source: IOCL























