कुंडली में ग्रहों के पीड़ित होने पर होती हैं ये बीमारियां, जानें कैसे बचें
कुंडली में किसी ग्रह के पीड़ित हो जाने पर कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ग्रहों के पीड़ित होने से हमारी सेहत भी खराब होती है.

कुंडली में जब कोई ग्रह पीड़ित होता है तो कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है इनमें बीमारी भी शामिल है. हमारी कुंडली में किसी ग्रह के पीड़ित होने का हमारी सेहत पर भी नकारात्मक असर पड़ता है. हम आपको बता रहे हैं कि ज्योतिष में इससे बचने के लिए क्या उपाय बताए गए हैं.
सूर्य कुंडली में सूर्य के पीड़ित होने पर व्यक्ति को आंखों और सिर से संबंधित बीमारियां होने लगती हैं. सूर्यदेव की नाराजगी दूर करने के लिए कभी भी झूठ न बोलें.
चंद्रमा कुंडली में चंद्रमा के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति को कफ और पेट से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं. चंद्र देव की कृपा पाने और उनसे जुड़े दोष दूर करने के लिए अपने आस-पास साफ-सफाई रखें, खुद भी साफ-सुथरे रहें.
बुध कुंडली में बुध ग्रह के अशुभ प्रभाव डालने पर दांतों और नसों से संबंधित बीमारियां हो सकती है. गाय को हरी घास खिलाने से बुध ग्रह की कृपा पा सकते हैं.
गुरु गुरु की अशुभता से व्यक्ति को सांसों से जुड़ी हुई बीमारियां होने लगती है. गुरु को प्रसन्न करने के लिए तोते को चने की दाल खिलाएं क्योंकि तोता बुध ग्रह का प्रतीक है.
शुक्र शुक्र ग्रह के अशुभ होने पर व्यक्ति एक साथ कई बीमारियों से पीड़ित होने लगता है. इस परेशानी से निकलने के लिए गाय को रोटी खिलाना चाहिए क्योंकि सूर्य गेहूं है और शुक्र गाय है.
शनि शनि ग्रह जिनकी कुंडली में अशुभ होते हैं उनको पेट से संबंधित बीमारियां होती हैं. यदि आप किसी मेहनत-मजदूरी करने वाले की मदद करते हैं और उचित सम्मान देते हैं तो शनिदेव प्रसन्न होते हैं.
राहु कुंडली में राहु के अशुभ होने पर व्यक्ति को बार-बार बुखार होता है. कुष्ठ रोगी, निर्धन व्यक्ति, आदि को भोजन आदि देकर प्रसन्न करते हैं तो आपको राहु की कृपा अवश्य मिलेगी.
केतु कुंडली में केतु के अशुभ होने पर व्यक्ति को हड्डियों से संबंधित बीमारियां होने लगती है. केतु के दुष्प्रभाव से बचने के लिए अपने बड़े-बुजुर्ग की सेवा करें और साथ ही कुत्ते को मीठी रोटी खिलाएं.
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Source: IOCL























