यूपी: गठबंधन की अटकलों के बीच शिवपाल यादव से मिले अमर सिंह

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर चल रही कवायद के बीच एसपी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने शनिवार को एसपी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव से मुलाकात की. अमर सिंह एसपी संसदीय बोर्ड के सदस्य भी हैं और पार्टी विधानसभा चुनाव के लिए कई सीटों पर प्रत्याशियों के चयन को लेकर मंथन कर रही है. माना जा रहा है कि अमर सिंह इन्हीं मुद्दों को लेकर शिवपाल से मिलने आए थे.

दूसरे दलों के साथ समाजवादी पार्टी के गठबंधन की संभावना
मुलाकात के बाद हालांकि अमर सिंह ने कहा, "मैं पार्टी का महासचिव हूं और शिवपाल प्रदेश अध्यक्ष हैं. इसलिए मैं उनसे मिलने आया था."
अमर सिंह की शिवपाल से मुलाकात को विधानसभा चुनाव में दूसरे दलों के साथ पार्टी के गठबंधन की संभावनाओं से भी जोड़ कर देखा जा रहा है. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जहां कांग्रेस से गठबंधन के पक्ष में लगातार बयान दे रहे हैं. वहीं शिवपाल भी समाजवादी विचारधारा के लोगों को एक साथ लाने के पक्ष में हैं.
हालांकि गठबंधन को लेकर पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव पहले ही साफ इनकार कर चुके हैं. वह गठबंधन के बजाय दूसरे दलों का एसपी में विलय पर जोर दे रहे हैं, फिर भी कांग्रेस और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के एसपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की चर्चाएं जोरों पर हैं.
बहुमत आने पर अखिलेश यादव होंगे मुख्यमंत्री
एसपी के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि एसपी को 303, कांग्रेस को 78 और आरएलडी को 22 सीटें देने का फॉर्मूला तैयार किया गया है. इसके अलावा, बहुमत आने पर अखिलेश यादव मुख्यमंत्री होंगे, वहीं उपमुख्यमंत्री पद कांग्रेस के हिस्से में जाएगा.
आरएलडी की ओर से अभी तक गठबंधन के लिए बातचीत नहीं होने की बात कही जा रही है. प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद ने हालांकि इस तरह की संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा कि अभी यह सिर्फ चर्चा है. पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की तरफ से इस तरह की कोई सूचना हमारे पास नहीं आई है.

देश का भला सिर्फ गांधी-लोहिया के समाजवाद से ही संभव: शिवपाल सिंह यादव
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि देश का भला सिर्फ गांधी-लोहिया द्वारा प्रतिपादित समाजवाद से ही संभव है, जिसके अग्रदूत बाबू कपिलदेव थे. बाबू कपिलदेव डॉ. लोहिया के अनन्य अनुयायी, ईमानदारी, सैद्धांतिक प्रतिबद्धता एवं लोकजीवन में अनुशासन की जीवंत मूर्ति थे.
उन्होंने कहा कि वे कई बार विधायक व मंत्री रहे, लेकिन सत्ताजनित विकृतियां उन्हें छू भी नहीं सकीं. शिवपाल पार्टी मुख्यालय स्थित सभागार में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं समाजवादी पार्टी के संस्थापक महासचिव बाबू कपिल देव सिंह की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे.
जनसमस्याओं के समाधान के लिए आंदोलन
शिवपाल सिंह यादव ने बताया, "अंग्रेजों भारत छोड़ो (1942) आंदोलन में उन्होंने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. ब्रिटानिया हुकूमत द्वारा कठोर कारावास की यातना भी उन्हें स्वतंत्रता संग्राम व समाजवादी आंदोलन से डिगाने में असफल रही. आजादी के बाद जनसमस्याओं के समाधान के लिए कई आंदोलन किए और जेल गए. बाबू कपिलदेव स्वाध्यायी थे."
शिवपाल ने कहा कि एसपी लोहिया व कपिलदेव सिंह की प्रेरणा से सांप्रदायिक शक्तियों से निर्णायक संघर्ष के लिए तैयार है. इस दौरान शिवपाल ने सभी कार्यकर्ताओं से नेता जी द्वारा घोषित प्रत्याशियों के लिए जी-जान से जुटने की अपील की.
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