पिता सरीखे थे वाजपेयी, उनके गुजर जाने से ऐसा लगा मैं अनाथ हो गया: शत्रुघ्न सिन्हा
अटल बिहारी वाजपेयी लंबी बीमारी के बाद कल शाम दिल्ली के एम्स में चल बसे. सिन्हा 1999-2004 के दौरान वाजपेयी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे थे.

पटना: बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने आज कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की खबर सुनकर उन्हें लगा कि वह ‘अनाथ’ हो गये हैं. शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि उनके अभिभावकत्व में अच्छी राजनीति की कला सीखी थी. पटना साहिब के सांसद ने वाजपेयी को पिता सरीखे बताया.
वाजपेयी लंबी बीमारी के बाद कल शाम दिल्ली के एम्स में चल बसे. सिन्हा 1999-2004 के दौरान वाजपेयी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे थे. सिन्हा ने ट्वीट किया, ‘‘अति श्रद्धेय और सम्मानित संस्थान हमें छोड़कर चले गये, पिता सरीखी शख्सियत हमसे बिछुड़ गयी. मुझे महसूस होता है कि सही मायने में मैं अनाथ हो गया... हम सदैव उन्हें याद करेंगे और हमें जीवन के सही मार्ग के संदर्भ में सदैव उनके मार्गदर्शन की कमी खलेगी. मैं उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट करता हूं. ’’
As this most revered & respected institution leaves us, a real Father figure has gone. I feel orphaned in the true sense...We shall always remember you & miss your guidance on the correct path of life. I humbly offer my prayers & heartfelt condolenses to the family & loved ones.
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) August 16, 2018
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, ‘‘नानाजी देशमुख ने मुझे राजनीति में प्रशिक्षण के लिए वाजपेयीजी और आडवाणीजी के पास भेजा था. दोनों ने ही मुझे प्यार दिया और मुझे पूरे जीवन अपना आशीर्वाद दिया.’’
आज दिल्ली के स्मृति स्थल पर वाजेपयी की बेटी नमिता भट्टाचार्य ने उन्हें मुखाग्नि दी. स्मृति स्थल पर आज देश ही नहीं विदेशों से आए नेताओं ने पूर्व पीएम वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी. इनमें भूटान नरेश और अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति शामलि सहित कई शामिल थे. आज अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा में उनके पार्थिव शरीर को लेकर जा रहे वाहन के पीछे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पैदल चल रहे थे. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, कई केन्द्रीय मंत्री और विजय रूपाणी, शिवराज चौहान, योगी आदित्यनाथ और देवेन्द्र फडणवीस समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए राष्ट्रीय स्मृति स्थल ले जा रहे वाहन के पीछे चल रहे थे.
Source: IOCL























