प्रशांत किशोर पर कंटेंट चोरी का आरोप लगाने वाले शाश्वत गौतम ने अब उनकी डिग्री पर उठाए सवाल
खुद को कांग्रेस पार्टी का बताने वाले शाश्वत गौतम ने जेडीयू के पूर्व नेता प्रशांत किशोर पर कंटेट चोरी करने के आरोप के साथ उनकी डिग्री पर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि अगर वे माफी मांग लेते हैं तो बात खत्म हो जाएगी.

पटना: चुनावी रणनीतकार और पूर्व जेडीयू नेता प्रशांत किशोर पर शाश्वत गौतम ने कंटेट चोरी के साथ उनकी डिग्री पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. गौतम ने पटना के पाटलिपुत्र थाने में प्रशांत किशोर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. पटना में पीसी आयोजित कर शाश्वत ने कहा कि 'बिहार की बात' उनका आईडिया था जिसे प्रशांत किशोर ने चोरी किया है. उन्होंने कहा, प्रशांत ने 'बात बिहार की' आनन फानन में लॉन्च कर दिया.
शाश्वत ने कहा, "जिस तरह प्रशांत किशोर ने आइडिया चुराया वो गलत है. 'बिहार की बात' बिहार के अलग अलग समाजिक-आर्थिक क्षेत्रों के डाटा के आधार पर किए जाने वाला अभियान था. जिसका आइडिया, रूपरेखा और कैंपेन से जुड़ी योजनाओं को प्रशांत किशोर और ओसामा खुर्शीद ने चुराया है. इसी कैंपेन को किशोर ने ‘बात बिहार की’ के नाम से 18 फरवरी को लॉन्च कर दिया."
प्रशांत किशोर पर अलग अलग दो मुकदमें दर्ज
कंटेट चोरी करने के आरोप लगाते हुए शाश्वत गौतम ने प्रशांत किशोर और उनके सहयोगी ओसामा खुर्शीद के खिलाफ दो अलग अलग मामले दर्ज किए हैं. पहला मामला पटना सिविल कोर्ट में दर्ज किया गया है, जबकि दूसरा मामला पाटलिपुत्र थाने में IPC की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
कौन हैं ओसामा खुर्शीद?
गौतम ने एफआईआर में कहा, "उन्होंने 'बिहार की बात' के नाम से अपना एक प्रोजेक्ट बनाया था, जिसे बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र लॉन्च करने की बात चल रही थी." गौतम के मुताबिक प्रोजेक्ट के टाइटल से लेकर सब कुछ तैयार था. तब ओसामा खुर्शीद, गौतम के साथ काम करते थे हालांकि ओसामा खुर्शीद गौतम के प्रोजेक्ट से अलग हो गए."
गौतम ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, "ओसामा खुर्शीद ने उनके प्रोजेक्ट यानि बिहार की बात के महत्वपूर्ण कंटेंट प्रशांत किशोर से साझा किया. इसके बाद प्रशांत किशोर ने तेलंगाना से वेबसाइट का डोमेन खरीद अपनी वेबसाइट पर डाल दिया. शाश्वत गौतम के मुताबिक किसी भी कंटेंट को बनाने में कम से कम बीस दिन का समय लगता है जबकि प्रशांत किशोर ने बात बिहार की कैंपेन लॉन्च करने से दो दिन पहले ही इसे रजिस्टर कराया है."
'सार्वजनिक करें प्रशांत किशोर अपनी शैक्षणिक योग्यता'
शाश्वत गौतम ने कहा, "प्रशांत किशोर कहां तक पढ़े हैं ये उनको इसका खुलासा करना चाहिए. क्या वो वजह है कि प्रशांत आज तक किसी संवैधानिक पद पर नहीं जा पाए हैं." शाश्वत ने प्रशांत किशोर को लेकर सवाल खड़े करते हुए कहा, "प्रशांत ने कितनी पढ़ाई की, कहां से डिग्री ली उसका खुलासा क्यों नहीं करते. उनके बारे में कहा गया है कि वो यूएन में काम करते थे. जबकि इस नाम से किसी व्यक्ति ने वहां काम नहीं किया है. प्रशांत ने यूएन में कहां काम किया है उन्हें इसका खुलासा करना चाहिये. हम तो अमेरिका में रहे हैं सरकार के लिए काम किया है.''
'माफ़ी मांगें प्रशांत किशोर'
शाश्वत गौतम ने कहा, ''मेरा मकसद इसे राजनीतिक बनाना नहीं है. कंटेंट के आरोपों को लेकर प्रशांत ने अब तक कोई बात करने की कोशिश नहीं की है. प्रशांत और उनकी इस कैंपेन को लेकर जालसाज़ी की गई है. लिहाज़ा अगर प्रशांत किशोर माफी मांग लें सब बात खत्म हो जाएगी. मुझे प्रशांत से कोई निजी दुश्मनी नहीं है, लेकिन प्रशांत अगर नहीं मानने को तैयार होते हैं कि उन्होंने आइडिया चोरी की है और वो माफी नहीं मांगेंगे तो आगे कोर्ट फैसला करेगा."
कांग्रेस पार्टी से जुड़े शाश्वत गौतम पेशे से डेटा अनालिस्ट
पेशे से डेटा अनालिस्ट शाश्वत गौतम गौतम के मुताबिक 2012-2017 के बीच में उन्होंने अमेरिका में काम किया. जिसके बाद 2017 में भारत वापस आए और कुछ दिनों तक जेडीयू के साथ जुड़े रहे. हालांकि 2019 लोकसभा चुनावों को देखते हुए उन्होंने 2018 में कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली. पार्टी के डेटा अनालिस्ट विभाग में नेशनल कोर्डिनेटर पद पर काम भी किया. शाश्वत ने खुद को आज भी कांग्रेस पार्टी से जुड़े होने की बात कही है. साथ ही पार्टी के साथ अपने किए गए काम को दिखाते हुए कहा कि वो पंद्रहवें वित्त आयोग के आर्थिक मांगपत्र के लिए गठित बिहार के सर्वदलीय समिति के सदस्य भी रहे हैं.
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