योगी सरकार पर भड़कीं प्रियंका, कहा- पूरा प्रशासन चिन्मयानंद को गले लगा रहा है, बचा रहा है
कानून की एक छात्रा ने चिन्मयानंद पर बलात्कार का आरोप लगाया था. बाद में 23 वर्षीय छात्रा को पांच करोड़ रुपये मांगने के आरोप में एसआईटी ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया था. उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.

लखनऊ: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक बार फिर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. इस बार उन्होंने एलएलएम छात्रा के यौन शोषण के आरोप में जेल भेजे गए पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री व महानिर्वाणी अखाड़े के संत स्वामी चिन्मयानंद का मुद्दा उठाया है. प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, '' मात्र एक साल पहले शाहजहांपुर के कई प्रशासनिक अधिकारी चिन्मयानंद की आरती उतारते दिखे. मामला अखबारों में उछला था. बलात्कार पीड़िता द्वारा पूरी आपबीती कहने के बावजूद बलात्कार का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ, कैसे होता? जब पूरा महकमा गले लगाकर उनका बचाव कर रहा था.''
प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर पहले भी योगी सरकार पर निशाना साधा था. प्रियंका ने कहा था कि प्रदेश सरकार का अपराध पर कोई नियंत्रण नहीं है.
प्रियंका ने ट्वीट किया था, "आप उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार के दावों और उनकी हकीकत का मिलान करके देखिए. बीजेपी सरकार हर रोज राज्य को अपराधमुक्त करने का ढोल पीट रही है, जबकि सच्चाई यह है कि 22 दिनों में 12 गोलीकांड, 4 हत्याएं, और महिलाओं पर अत्याचार. प्रदेश सरकार का अपराध पर कोई काबू नहीं है."
इससे कुछ दिन पहले उन्होंने एक ट्वीट के जरिए मैनपुरी के जवाहर नवोदय विद्यालय में घटी घटना पर दुख जताया था. उन्होंने कहा था, "मैनपुरी जवाहर नवोदय विद्यालय की यह घटना बहुत ही दुखद है. हमें युवाओं के प्रति संवेदनशील होना चाहिए. नवोदय विद्यालयों में इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं. हमें सजग होकर इसका हल निकालना पड़ेगा."
गौरतलब है कि मैनपुरी के जवाहर नवोदय विद्यालय में एक 16 वर्षीय छात्रा ने कुछ दिनों पूर्व फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.
महानिर्वाणी अखाड़े से भी निष्कासित कर दिए गए चिन्मयानंद
बात करें स्वामी चिन्मयानंद की तो बता दें कि उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. संत समाज ने पहले ही चिन्मयानंद से दूरी बनाने का फैसला किया था तो गंभीर आरोपों के चलते अब वह महानिर्वाणी अखाड़े से भी निष्कासित कर दिए गए हैं.
महानिर्वाणी अखाड़े ने न सिर्फ उन्हें अपने अखाड़े से निष्कासित कर दिया है, बल्कि उनके अखाड़े से जुड़े किसी भी कार्यक्रम में शामिल होने पर पाबंदी भी लगा दी है. अखाड़े के इस फैसले के चलते अगर चिन्मयानंद जमानत पर जेल से रिहा भी हो जाते हैं, तब भी वह महानिर्वाणी के किसी भी आयोजन में शामिल नहीं हो सकेंगे.
अखाड़े का मानना है कि चिन्मयानंद पर जो गंभीर आरोप लगे हैं और जिस तरह से उनका वीडियो सामने आया है, उससे अखाड़े व संत समाज की छवि खराब हुई है.
बता दें कि चिन्मयानंद पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली विधि छात्रा को, उनसे रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. एसआईटी प्रमुख नवीन अरोड़ा ने ये जानकारी देते हुए कहा कि ऐसा करने से पहले साक्ष्य एकत्र किये गए और दस्तावेजी बयान लिये गए. फिर कोतवाली थाने में मामला दर्ज करा लड़की को अदालत में पेश किया गया. उन्होंने बताया कि अदालत ने लड़की को सात अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
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Source: IOCL





















