मेरठ: रिठानी में जातीय हिंसा, पीड़ितों का आरोप- हमलावर लगा रहे थे 'भीम आर्मी' जिंदाबाद के नारे
हमले के चश्मदीद जितेन्द्र ने बताया कि हमलावरों ने पथराव और फायरिंग की. वो लोग भीमआर्मी जिंदाबाद और चन्द्रशेखर जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे. जितेन्द्र ने कहा कि हमारे केवल 20-25 परिवार ही यहां है, अनिसूचित जाति की पूरी बस्ती है. हमें निशाना बनाया गया.

मेरठ: मेरठ के रिठानी में बीती रात हुई जातीय हिंसा के मामला तूल पकड़ता जा रहा है. आरोप है कि 4-5 दर्जन नकाबपोश हथियारबंदों ने जब गुर्जरों के मोहल्ले में अटैक किया तो वह भीम आर्मी और चन्द्रशेखर के जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे. फायरिंग और पथराव में गुर्जर समाज ने केस दर्ज कराया, लेकिन पुलिस के कहने पर भी अनिसूचित जाति के लोग केस दर्ज कराने नहीं आये. मौके पर तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस-पीएसी तैनात है.
रिठानी में मंगलवार रात करीब आठ बजे 50-60 हमलावरों ने अचानक हमला किया. रिठानी में रहने वाली कविता के घर के कमरे में भी गोली चलाई गयी जहां उनके बच्चे सो रहे थे. कविता का कहना है कि सभी हमलावरों के मुंह पर कपड़ा बंधा था आगे नकाबपोश और पीछे गांव के लड़के थे. सभी जय भीम के नारे लगा रहे थे. घरों के ऊपर पथराव और फायरिंग हुई और कमरे में सो रहे बच्चे बाल-बाल बचे. करीब आधे घंटे तक यह सब चलता रहा. हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं, फिर भी हमारे घर पर हमला हुआ.
हमले के चश्मदीद जितेन्द्र ने बताया कि हमलावरों ने पथराव और फायरिंग की. वो लोग भीमआर्मी जिंदाबाद और चन्द्रशेखर जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे. जितेन्द्र ने कहा कि हमारे केवल 20-25 परिवार ही यहां है, अनिसूचित जाति की पूरी बस्ती है. हमें निशाना बनाया गया. एक बच्चे के हाथ में छर्रे भी लगे हैं. उसका परिवार यहां किराये पर रहता है. अनिसूचित जाति के लड़के लड़कियों से छेड़छाड़ करते हैं और स्कूल आते-जाते उन पर बुरी नीयत रखते हैं. अनिसूचित जाति के लड़के व्हाट्सअप ग्रुप के जरिये इकठ्ठा रहते हैं.
संघर्ष में एक व्यक्ति गुर्जर पक्ष की ओर से और दो लड़के अनिसूचित पक्ष की ओर से घायल हुए हैं. गुर्जरों की ओर से थाने में तहरीर देकर केस दर्ज कराया गया है. परतापुर थाना प्रभारी नीरज मलिक ने बताया कि जिन घरों पर पथराव हुआ, वह लोग भी केस दर्ज कराने के लिए तहरीर लेकर अभी तक नहीं आये. उनके घर पर भी इसके लिए सूचना दी गई थी. लेकिन पुलिस के बार-बार कहने पर भी कोई तहरीर नहीं आई. जबकि अनिसूचित जाति के लोगों का आरोप है कि उनके घरों पर भी फायरिंग और पथराव किया गया. एक परिवार के घर पर लगा कांच पथराव में तोड़ दिया गया. मौके पर चले हुए कारतूस ईटों के बीच पड़े हुए भी मिले हैं.
भीमआर्मी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मंजीत सिंह नौटियाल ने बताया कि भीमआर्मी संविधान और कानून का पालन करने वाला संगठन है. अगर कोई कानून का उल्लंघन करता है या हथियार उठाता है, उससे भीमआर्मी का कोई लेना देना नहीं है. वह भीमआर्मी का सदस्य नही हो सकता. भीमआर्मी अपने कैडर को हमेशा संविधान के अनुसार चलना सिखाती है. ये आरोप बेबुनियाद है.
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि हमलावर आउटसाइडर्स जरूर थे, लेकिन ज्यादा दूर के नहीं, आसपास के गांवों के ही थे. पुलिस उनकी शिनाख्त कर रही है. यह पूछे जाने पर कि हमलावरों को भीमआर्मी का लड़ाका बताया जा रहा है, एसपी सिटी ने कहा कि शिनाख्त के साथ हमलावरों के कनेक्शन की जांच भी की जा रही है. ऐसी किसी भी एक्टिविटी पर हमारी पैनी नजर है और गंभीरता से ऐसे तत्वों से निपटा भी जायेगा.
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Source: IOCL























