उत्तर प्रदेश: बांदा में एक मजदूर ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर की आत्महत्या
ईंट-भट्ठे में काम करने वाला मजदूर लॉकडाउन के दौरान काम बंद होने पर अपने गांव महुआ वापस लौटा था. उसका शव एक खेत में लगे जामुन के पेड़ से फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला.

बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के गिरवां थाना क्षेत्र के महुआ गांव में एक मजदूर ने कथित तौर पर आर्थिक तंगी से परेशान होकर बीती रात आत्महत्या कर ली है. पुलिस ने बताया कि ईंट-भट्ठे में काम करने वाला मजदूर सुखराज प्रजापति (35) लॉकडाउन के दौरान काम बंद होने पर अपने गांव महुआ वापस लौटा था. उसका शव शुक्रवार सुबह महामाई देवस्थान के पास खेत में लगे जामुन के पेड़ से फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला.
घर खर्च को लेकर चल रहा था पति-पत्नी के बीच विवाद
मृतक के छोटे भाई बृजलाल के हवाले से पुलिस ने बताया, "पिछले दो-चार दिनों से घर खर्च के लिए पैसे ना होने की वजह से पति-पत्नी के बीच विवाद चल रहा था. बृहस्पतिवार की देर रात भी दोनों के बीच विवाद हुआ और सुखराज आधी रात को घर से निकल गया था." उन्होंने बताया कि शुक्रवार सुबह परिजन जब खेत गए को उसका शव पेड़ से लटका देखा और पुलिस को इस बारे में सूचित किया गया.
पुलिस के मुताबिक आर्थिक तंगी से परेशान होकर की आत्महत्या
पुलिस का मानना है कि संभवतः आर्थिक तंगी से परेशान होकर उसने आत्महत्या की है. गिरवां थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) शशि कुमार पांडेय ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और आत्महत्या के कारणों की जांच शुरू कर दी गयी है.
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Source: IOCL






















