क्या है नोएडा के एक फ्लैट से चोरी हुए 40 किलो सोने का सच, आरोपी ने जानें क्या कहा?
नोएडा पुलिस मुताबिक, इस मामले में गिरफ्तार छह लोगों से पूछताछ के बाद पता चला कि यह चोरी साल 2020 में हुई थी. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि पूरी साजिश नामी वकील राममणि पांडे और उनके बेटे कृश्ले पांडेय के फ्लैट के केयर टेकर गोपाल ने रची थी.

नोएडा: आखिरकार नोएडा की इस हैरतअंगेज चोरी के पीछे क्या कहानी है और चालीस किलो सोने और 6.5 करोड़ रुपये का असली मालिक है, ये सवाल अभी भी बना हुआ है. मामले के जांच में जुटी नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार 6 चोरों के पास से 14 किलो सोना और 56 लाख रुपये कैश बरामद कर लिया है.
लेकिन इन चोरों ने नोएडा की पूर्वांचल सिल्वर सिटी के किस फ्लैट से ये सोना चुराया पुलिस अभी तक पता नहीं लग पाया है. नोएडा पुलिस का दावा है कि पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि चोरी की पूरी साज़िश नामी वकील राममणि पांडे और उनके बेटे कृश्ले पांडेय के फ्लैट के केयर टेकर गोपाल ने रची थी. उसी ने अपने साथ 9 और लोगों को मिलाया और नवंबर 2020 में अपने साथ दो लोगों को ले जाकर राममणि पांडेय के फ्लैट में रखा हुआ करीब 40 किलो सोना और साढ़े 6 करोड़ रुपये कैश चोरी कर लिया.
झगड़े के बाद मामले का हुआ था खुलासा
दरअसल, यह पूरा मामला चोरी के पैसों व सोने की बंदरबांट को लेकर हुए झगड़े के बाद सामने आया. नोएडा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोगों के पास बहुत पैसा और सोना आया है, जिसके बाद पुलिस ने 6 चोरों को गिरफ्तार कर लिया और उनकी निशानदेही पर 14 किलो सोना और ₹56 कैश बरामद किए.
नोएडा पुलिस के मुताबिक, इनसे पूछताछ के बाद पता चला कि यह चोरी नवंबर 2020 में नोएडा की पूर्वांचल सिल्वर सिटी सोसाइटी के एक फ्लैट से की गई थी. पुलिस के मुताबिक अभी तक की जांच में पता चला है कि ये फ्लैट और उसमें रखा हुआ गोल्ड और कैश राममणि पांडेय और उसके बेटे कृश्ले पांडेय का है. इनके ऊपर दिल्ली और गुरूग्राम में चीटिंग के केस भी दर्ज है.
नोएडा पुलिस की जांच में पता चला है कि राममणि और उनका बेटा किसलय चीटिंग, फ्रॉड और लोगों को धमकी देने का काम करते थे. साल 2019 में इंडिया बुल्स कंपनी के मैनेजर को धमकाने के आरोप में राममणि पांडेय 11 महीने जेल भी काट चुका है.
कृश्ले पांडेय ने सभी आरोपो को बताया बेबुनियाद
हालांकि कृश्ले पांडेय ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपो से इंकार किया है. एबीपी न्यूज़ से बातचीत में विदेश में बैठे कृश्ले पांडेय ने बताया कि वो फरार केअर टेकर गोपाल, नोएडा के उस फ्लैट और इस सोने और कैश से उनका कोई लेना देना नहीं है. आरोपी कृश्ले पांडेय ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में नोयडा पुलिस को ही कटघरे में खड़ा कर दिया और कहा कि नोएडा पुलिस कुछ बड़े कॉरपोरेट हाउस के कहने पर उन्हें फंसा रहे है. ये वो कॉरपोरेट हाउस हैं जिनके यहां हुए गड़बड़झाले का इन्होंने पर्दाफाश किया था. उसी के चलते ये साजिश रची गयी है.
कृश्ले पांडेय ने नोएडा पुलिस के ऊपर नोएडा में रह रहे उनके परिवार को प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया. इस मामले में कृश्ले पांडेय के वकील विप्लव अवस्थी का कहना है कि पुलिस अभी तक मुख्य आरोपी गोपाल को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. बिना उसकी गिरफ्तारी के वह कैसे यह दावा कर सकती है कि बरामद हुआ कैश और सोना राममणि पांडेय और कृश्ले पांडे का है. इतना ही नहीं पुलिस उस फ्लैट का भी पता नहीं लगा पाई है जहां से सोना और कैश चोरी हुआ था.
वकील ने कहा कि पुलिस यह भी साबित नहीं कर पाई है कि वह फ्लैट कृश्ले पांडे उनके पिता का था तो फिर पुलिस राममणि पांडे और कृश्ले पांडेय को आरोपी कैसे कह सकती है? नोएडा पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि केयर टेकर गोपाल गाड़ी से आरोपियो को सोसाईटी की बेसमेंट में ले गया और वो खुद एक लिफ्ट के जरिये चाबी वाले और एक साथी को लेकर ऊपर गया और सोने समेत पैसों से भरा बैग लेकर नीचे आ गया. यही वजह है कि पुलिस को उस फ्लैट का अभी तक पता नहीं चल पाया है जहां से ये चोरी हुई थी.
लेकिन इस पूरे मामले में नोएडा पुलिस भी कहीं न कहीं कठघरे में खड़ी नज़र आ रही है. फिलहाल इतने ज्यादा सोने और कैश की रिकवरी के बाद एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट भी मामले की जांच में जुट गई है.
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Source: IOCL





















