'लुटियंस दिल्ली की 123 VVIP प्रॉपर्टी, रेलवे की जमीन', अमित शाह ने गिनाईं वो संपत्तियां, जिन्हें चुनाव से पहले कांग्रेस ने वक्फ को दिया
Amit Shah Attack On Congress: अमित शाह ने कहा कि वक्फ पर कुछ लोग गैर-समझ में बोलते हैं और कुछ जानबूझकर बोलते हैं. उन्होंने कहा कि इन लोगों को लगता है कि इससे वे चुनाव जीत जाएंगे.

Amit Shah On Waqf Properties: वक्फ संशोधन विधेयक 2025 आज बुधवार (02 अप्रैल, 2025) को लोकसभा में पेश किया गया. इस पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी बात रखते हुए वक्फ बोर्ड की ओर से पूरे देश में जब्त की गईं संपत्तियों को गिनवाया, साथ ही कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि 2014 के चुनाव से पहले कांग्रेस ने कई संपत्तियां वक्फ को दे दीं.
गृह मंत्री ने कहा, ‘2014 में चुनाव आने वाले था, इससे पहले 2013 में रातों रात वक्फ कानून को एक्सट्रीम बना दिया. इसके कारण दिल्ली लुटियंस की 123 वीवीआईपी संपत्ति कांग्रेस सरकार ने वक्फ को देने का काम किया. उस वक्त चुनाव मुहाने पर थे. दिल्ली वक्फ बोर्ड ने उत्तरी रेलवे की जमीन वक्फ के नाम घोषित कर दी.’
अमित शाह ने दिया वक्फ को दी संपत्तियों का ब्यौरा
गृहमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में इस संपत्ति को वक्फ बोर्ड की संपत्ति बता कर उस पर मस्जिद बनाने का काम किया. तमिलनाडु में 250 हेक्टेयर क्षेत्रफल वाले 212 गांवों पर वक्फ का स्वामित्व हो गया. इसके अलावा, तमिलनाडु के सैकड़ों साल पुराने मंदिर में चार सौ एकड़ भूमि को वक्फ की संपत्ति घोषित कर दिया गया. कर्नाटक में एक समिति की रिपोर्ट में पाया गया है कि 29 हजार एकड़ भूमि वक्फ के बिजनेस के लिए किराए पर दे दी गई है. इसके साथ ही, 2001 से 2012 के बीच दो लाख करोड़ की संपत्ति निजी संस्थानों को 100 साल की लीज पर दे दी गई. बेंगलुरु में हाई कोर्ट को बीच में पड़कर 602 एकड़ भूमि को जब्त करने से रोकना पड़ा.
अमित शाह ने कहा कर्नाटक के विजयपुर के होनवाड़ गांव की 1500 एकड़ भूमि पर दावा कर उसे भी वक्फ बोर्ड ने कब्जा कर लिया और 500 करोड़ की संपत्ति की भूमि पर फाइव स्टार होटल को हर महीने 12 हजार रुपये किराए के मूल्य से दे दिया.
‘गरीब मुसलमानों के पैसे की सुरक्षा के लिए लाया गया कानून’
उन्होंने कहा कि कुछ लोग आज यह कह रहे हैं कि इसका हिसाब-किताब बनाकर और इसकी देखरेख न की जाए, यह पैसा देश के गरीब मुसलमानों का है, यह पैसा धन्नासेठों की चोरी के लिए नहीं है. गृहमंत्री ने कहा कि इस स्थिति को रोकने के लिए सरकार वक्फ बोर्ड के लिए एक क़ानून लेकर आई है, और हम इसके ठेकेदार हैं. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हम यहां संसद में इसलिए बैठे हैं और यह क़ानून लाने का उद्देश्य यही है कि देश के गरीब मुसलमानों के पैसे की रक्षा की जा सके.
‘ईसाई समुदाय की ढेर सारी जमीनों पर भी किया कब्जा’
अमित शाह ने कहा कि कुछ लोग ऐसी चीजों के लिए संसद में गरज-गरज कर बोलते हैं, कुछ गैर-समझ में बोलते हैं और कुछ जानबूझकर बोलते हैं. उन्होंने कहा कि इन लोगों को लगता है कि इससे वे चुनाव जीत जाएंगे. एक अन्य मंदिर में वक्फ बोर्ड ने सालों पुराने दावों के आधार पर 600 करोड़ रुपये की संपत्ति पर दावा किया. इसके साथ ही ईसाई समुदाय की ढेर सारी जमीनों पर भी वक्फ बोर्ड ने दावा किया है. ईसाइयों के कई गणमान्य चर्च वक्फ बिल का समर्थन कर रहे हैं. कुछ लोग सोचते हैं कि वह इस बिल का समर्थन करके मुसलिम भाइयों और बहनों की सहानुभूति प्राप्त करके अपना वोट बैंक पक्का कर लिया जाएगा.
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Source: IOCL






















