क्या है कान्हा की मूर्ति के दूध पीने का वायरल सच
एक वीडियो में कान्हा की मूर्ति दूध पी रही है. इस पूरे वीडियो में कान्हा की मूर्ति को करीब 7 बार चम्मच से दूध पिलाया जा रहा है और हर बार चम्मच के दूध को खत्म होने में करीब 10 से 12 सेकेंड का वक्त लगता है.

नई दिल्लीः सोशल मीडिया कल्पनाओं को हकीकत बनाकर पेश करता है और जब हम ऐसा होता हुआ देखते हैं तो खुश हो जाते हैं. कल्पना में ही हो सकता है कि भगवान कृष्ण की मूर्ति को भोग लगाएं और प्रभु भोग को पूरा का पूरा ग्रहण कर जाएं. लेकिन सोशल मीडिया पर एक वीडियो पहुंचा है जिसमें कान्हा चम्मच से दूध पी रहे हैं और वो भी पूरा एक कप दूध. वायरल वीडियो में कान्हा को किसी बच्चे की तरह चम्मच से गटागट दूध पीते हुए दिखाया जा रहा है.
एक मिनट 47 सेकेंड के एक वीडियो में कान्हा की मूर्ति दूध पी रही है. इस पूरे वीडियो में कान्हा की मूर्ति को करीब 7 बार चम्मच से दूध पिलाया जा रहा है और हर बार चम्मच के दूध को खत्म होने में करीब 10 से 12 सेकेंड का वक्त लगता है. पर सवाल है कि ये हुआ कैसे और अगर मूर्ति दूध नहीं पी रही तो दूध जा कहां रहा है?
सोशल मीडिया पर सिर्फ एक नहीं कई वीडियो ऐसे दिखे जिसमें कान्हा की मूर्ति दूध पीती हुई दिख रही है. काले रंग की कान्हा की मूर्ति को ग्लास में दूध लेकर पिलाया जा रहा है और गाना भी गाया जा रहा है. इसके अलावा एक और वीडियो में कान्हा की मूर्ति गटागट दूध पीते हुए दिखाई दे रही है.

वायरल सच की पड़ताल सवाल के जवाब के लिए एबीपी न्यूज की टीम सबसे पहले उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी पहुंची क्योंकि कान्हा की जिस मूर्ति को सोशल मीडिया पर दूध पीते हुए दिखाया जा रहा है उसका दावा है कि ये मूर्ति लखीमपुर खीरी में ही है. वीडियो के साथ वायरल मैसेज में लिखा था कि लखीमपुर खीरी के मोहल्ला द्रारकापुरी में सरना होटल के पास पंकज गुप्ता जी के घर पर श्रीकृष्ण भगवान लगातार दूध पी रहे हैं. लखीमपुर खीरी में द्वारकापुरी मोहल्ले में पंकज गुप्ता का घर ढूंढते पर मोहल्ला भी मिला, सरना होटल भी मिला और पंकज गुप्ता भी मिल गए. हालांकि उन्होंने साफ कहा कि कान्हा की मूर्ति के दूध पीने का ये वीडियो उनके घर का नहीं है. किसी ने उनके नाम और पते के साथ ये वीडियो नेट पर डाल दिया है जबकि उनकी ओर से ऐसा नहीं किया गया है.

मूर्ति के दूध पीने का सच मूर्ति दूध कैसे पी रही है यानि जो दिख रहा है उसके पीछे का विज्ञान क्या है ये बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में मैटलर्जी यानि धातु विज्ञान के प्रोफेसर ने बताया. उन्होंने कहा कि कान्हा कि मूर्ति के मुंह के पास एक छेद है और विज्ञान और फिजिक्स में ये साफ बताया गया है कि किसी बीकर और पाइप में अगर छेद हो तो उसमें हवा के दबाव के चलते द्रव ऊपर या नीचे जा सकता है. लिहाजा कान्हा की मूर्ति के दूध पीने की बात सच नहीं हो सकती है. इस तरह एबीपी न्यूज की पड़ताल में कान्हा की मू्ति के दूध पीने का वीडियो झूठ साबित हुआ है.
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