NRC-CAA पर चल रहे घमासान के बीच भारत-बांग्लादेश के बीच 'संप्रति' युद्धाभ्यास शुरू
बांग्लादेश सेना की टुकड़ी में हैं कुल 169 सैनिककाउंटर-टेरेरिज्म ऑपरेशन्स की तैयारी करना हैदोनों देशों के बीच ये नौवीं एक्सरसाइज है
शिलांग: एनआरसी और सीएए पर चल रहे घमासान के बीच आज भारत और बांग्लादेश की सेनाओं के बीच साझा युद्धभ्यास, 'संप्रति' मेघालय के ऊमरोई में शुरू हो गया. 16 फरवरी यानी 14 दिनों तक चलनी वाली इस एक्सरसाइज में दोनों पड़ोसी देशों की सेनाएं आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ साझा ऑपरेशन्स करने का अभ्यास करेंगी.
सेना के तेज़पुर (असम) स्थित प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षवर्द्धन के मुताबिक, सोमवार को ऊमरोई में दोनों देशों की सेनाओं की टुकड़ियों ने परेड की और दोनों देशों के कमांडर्स को गार्ड ऑफ ऑनर देकर 'संप्रति' एक्सरसाइज का भव्य प्रारंभ किया. बांग्लादेश सेना की टुकड़ी में कुल 169 सैनिक हैं (जिनमें 31 अधिकारी हैं). बांग्लादेश सेना की कमान ब्रिगेडियर-जनरल मोहम्मद शफीउल आजाम संभाल रहे हैं. जबकि भारतीय सेना की कमान ब्रिगेडियर राजेश शर्मा के हाथों में है.
बता दें कि संप्रति ('ठीक समय') एक्सरसाइज ऐसे समय में हो रही है जब दोनों देशों के सबंधों में थोड़ी तल्खी आई है. इसका कारण है असम में एनआरसी और पूरे देश में नागरिक संसोधन कानून (सीएए) लागू होना. इन दोनों ही कानून की जद में सबसे ज्यादा बांग्लादेश के शरणार्थी और घुसपैठिएं आए हैं.
ले. कर्नल हर्षवर्द्धन के मुताबिक, युद्धभ्यास के दौरान पहाड़ों और जंगलों में काउंटर-टेरेरिज्म ऑपरेशन्स की तैयारी करना है. दोनों देशों की सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल बिठाया जा सके इसके लिए कमांड पोस्ट एक्सरसाइज और फील्ड ट्रेनिंग एक्सरसाइज दोनों ही की जाएंगी. इसके तहत कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन, हाउस क्लीयेरेंस ड्रिल और हाउस इंटरवेंशन ड्रिल पर जोर रहेगा.
दोनों देशों के बीच ये नौवीं एक्सरसाइज है जो एक साल भारत में होती है और एक साल बांग्लादेश में. दोनों पड़ोसी देशों के बीच में रक्षा क्षेत्र में सहयोग में ये एक अहम एक्सरसाइज है. 1971 की जंग में भारतीय सेना नें पाकिस्तान को हराकर बांग्लादेश को एक राष्ट्र के तौर पर बनाने में अहम भूमिका निभाई थी.