शहीद मेजर प्रफुल्ल के आखिरी आदेश का वायरल सच

नई दिल्ली: 23 दिसंबर की दोपहर को पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया और पाकिस्तान की तरफ से हुई इस गोलीबारी में एक मेजर समेत देश के चार जवान शहीद हो गए. शहीद होने वाले मेजर का नाम प्रफुल्ल अंबादास है. शहीद मेजर के नाम से सोशल मीडिया पर सवा मिनट का एक वीडियो वायरल हो रहा है. दावा है कि घायल मेजर आखिरी वक्त में अपनी टीम को बता रहे थे कि कैसे दुश्मन को जवाब देना है?
दावे के मुताबिक गोली लगने के बाद मौके पर मौजूद जवान मेजर से बोलने के लिए मना कर रहे थे लेकिन मेजर को अपनी बटालियन की सुरक्षा की चिंता थी. सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावे के मुताबिक मेजर प्रफुल्ल खुद बुरी तरह घायल थे लेकिन उन्हें अपने उन जवानों की सलामती का ख्याल पहले था जो हमले में घायल हुए थे.
क्या है वीडियो का सच? एबीपी न्यूज़ ने जब वायरल वीडियो की पड़ताल की तो पता चला कि 16 जनवरी 2017 को ये वीडियो सीआरपीएफ यानि केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया था. वीडियो पोस्ट करते हुए ये बताया गया है था कि सीआरपीएफ के अस्टिटेंट कमांडेंट सतवंत सिंह ने छत्तीसगढ़ के बस्तर में किस तरह अपनी बहादुरी और नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया?
दरअसल वारयल वीडियो 8 साल पहले साल 2009 का है जब असिस्टेंट कमाडेंट सतवंत सिंह छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ एक एनकाउंटर में बुरी तरह घायल हो गए थे.
सतवंत सिंह एनकाउंटर साइट पर ही जंगल में लेटे हुए हैं और आंखे बंद होने के बावजूद एक टीम लीडर की तरह अपने कंपनी के जवानों को जरूरी दिशा-निर्देश दे रहे थे. करीब एक साल पहले ये वीडियो सोशल मीडिया पर आया तब सीआरपीएफ ने ये पोस्ट अपलोड करते हुए वीडियो की सच्चाई बताई थी.
ये जानना जरूरी -वायरल वीडियो में दिख रहे सतवंत सिंह को बचा लिया गया था. -सतवंत सिंह फिलहाल सीआरपीएफ से रिटायर हो चुके हैं. -सतवंत सिंह अब मुंबई में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानि आरबीआई में तैनात हैं. -ये वीडियो 9 साल पहले का सीरआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेट सतवंत सिंह का है. -वीडियो का पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद हुए मेजर प्रफुल्ल अंबादास से रिश्ता नहीं है.
इसलिए वायरल वीडियो को मेजर प्रफुल्ल मोहरकर अंबादास का बताने वाला दावा झूठा है. लेकिन एक सच ये भी है कि शहीद मेजर प्रफुल्ल अंबादास एक बहादुर सैनिक थे. सेना और रक्षा मंत्रालय ने उनकी वीरता और कर्तव्यनिष्ठा की प्रशंसा की थी. पूरा देश उनकी वीरता को सलाम करता है.
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