सैन्य ठिकाने पर आतंकी हमले की साजिश का पर्दाफाश, जैश ने आतंकी शकील को भारत भेजा
जैश का आतंकी शकील उन तीन पाकिस्तानियों में शामिल है, जिन्होंने भारत में प्रवेश कर लिया है.खुफिया अलर्ट के बाद तमाम बड़े सैन्य ठिकानों और सुरक्षा बलों को चौकसी बढ़ाने को कहा गया है.

नई दिल्ली: पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद मिलकर भारत के किसी बड़े सैन्य ठिकाने पर हमले की साजिश रच रहे हैं. खुफिया रिपोर्टों के मुताबिक, पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले आतंकियों के साथ ट्रेनिंग लेने वाली आतंकी को भारत भेजा गया है और षड्यंत्र को लेकर आईएसआई और जैश के प्रमुख ने बीते 20 अगस्त को बैठक भी की है.
आतंकी शकील ने ली थी फिदायीन हमले की ट्रेनिंग
साल 2016 में पठानकोट एयर बेस पर हुआ आतंकवादी हमला पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने तड़के ही पठानकोट एयर बेस पर हमला कर दिया था और इस दौरान उन्होंने जान माल की भी भारी क्षति पहुंचाई थी. हालांकि इस हमले के दौरान पाकिस्तान से आए आतंकवादी मारे गए थे और इनके पास से पाकिस्तानी हथियारों के अलावा अन्य सामान भी बरामद हुआ था. खुफिया सूत्रों के मुताबिक मारे गए आतंकवादियों के साथ एक और आतंकवादी ने पाकिस्तान में फिदायीन ट्रेनिंग ली थी और इस आतंकवादी का नाम शकील अहमद था.
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, शकील अहमद कुछ कारणों के चलते साल 2016 में भारत नहीं आ पाया था. लिहाजा उसे अब भारत भेजा गया है और खुफिया रिपोर्टों के मुताबिक अगस्त पिछले दिनों यह दुर्दांत आतंकवादी भारत में प्रवेश भी कर चुका है. ऐसे में खुफिया एजेंसियों का मानना है कि शकील किसी बड़ी तबाही का प्लान लेकर भारत आया है.
खुफिया दस्तावेजों में आपस में जुड़ी साजिश की कड़ियां
खुफिया एजेंसियों के दस्तावेज में भी शकील और अन्य साजिश की कड़ियां आपस में मिलती जुलती नजर आ रही हैं. दस्तावेज के मुताबिक, खुफिया एजेंसियों को सूचना मिली है कि 20 अगस्त को जैश ए मोहम्मद की एक प्रमुख मौलाना रऊफ असगर ने रावलपिंडी मे आईएसआई के बड़े अधिकारियों के साथ हमले को लेकर बैठक की.
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, आईएसआई के साथ हुई बैठक के बाद जैश प्रमुख ने इस्लामाबाद में जैश के सीनियर ऑपरेशन कमांडरों के साथ बैठक की इस बैठक में कमांडर कारी जकार और मुफ्ती असकर खान मौजूद थे. मौलाना असगर जैसे मोहम्मद के जन्मदाता मसूद अजहर का का भाई है जो मसूद अजहर की बीमार होने के बाद जैसे मोहम्मद की कमान संभाल रहा है. बैठक में भाग लेने वाले कमांडरों में पाक अधिकृत कश्मीर का ऑपरेशनल कमांडर भी शामिल था. इस बैठक में स्पष्ट तौर पर निर्देश दिए गए कि भारत पहुंचने वाले आतंकवादियों को हर तरह की सहायता उपलब्ध कराई जाए.
सैन्य ठिकानों पर चौकसी बढ़ाने को कहा गया
भारत पर चाहे पठानकोट हमला हुआ हो, संसद हमला हुआ हो या फिर पुलवामा हमला हुआ हो. हर हमले की जांच के बाद जो एक सबसे बड़ी कड़ी मिलती है वह पाकिस्तान में मिलती है. आतंकवादी संगठनों और आईएसआई अधिकारियों के बीच लगातार बैठक और इस बार जो संकेत खुफिया एजेंसियों को मिले हैं, वह भी उनकी बैठकों से यह इशारा कर रहे हैं कि भारत में किसी बड़ी घटना को अंजाम दिए जाने की साजिश रची जा रही है. फिलहाल खुफिया अलर्ट के बाद तमाम बड़े सैन्य ठिकानों और सुरक्षा बलों को अपने अहम ठिकानों की चौकसी बढ़ाने को कहा गया है.
2016 में जैश के आतंकियों ने किया था पठानकोट एयरबेस पर हमला
बता दें कि दो जनवरी 2016 में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने सुबह साढ़े तीन बजे पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला कर दिया था. इस हमले में एयरबेस के अंदर सात सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे, जबकि करीब 37 अन्य लोग घायल हो गए थे. ये आतंकी दिसंबर 2015 में पाकिस्तान से भारत की सीमा में घुसे थे. आतंकी अपने साथ मोर्टार राउंड, हैंड ग्रेनेड, असाल्ट राइफल्स के साथ-साथ केमिकल्स भी लाए थे.
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Source: IOCL





















