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गंगा सफाई के लिए 111 दिन से अनशन पर बैठे मशहूर पर्यावरणविद जीडी अग्रवाल का निधन
गंगा की स्वचछता के लिए विशेष कानून बनाने की मांग को लेकर 22 जून से आमरण अनशन पर बैठे पर्यावरणविद प्रो. जीडी अग्रवाल उर्फ स्वामी सानंद का ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में निधन हो गया है.
![गंगा सफाई के लिए 111 दिन से अनशन पर बैठे मशहूर पर्यावरणविद जीडी अग्रवाल का निधन Swami Sanand, who sought special law for cleanliness in Ganga, died after 111 days of fast. गंगा सफाई के लिए 111 दिन से अनशन पर बैठे मशहूर पर्यावरणविद जीडी अग्रवाल का निधन](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2018/10/11120312/43951954_449462295461361_1321770528872071168_n.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
नई दिल्ली: गंगा की अविरलता और गंगा के लिए विशेष कानून बनाने की मांग को लेकर 111 दिनों से आमरण अनशन कर रहे पर्यावरणविद प्रो. जीडी अग्रवाल उर्फ स्वामी सानंद का ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में निधन हो गया है. गंगा की स्वच्छता के लिए अपनी मांगों को लेकर हरिद्वार स्थित मातृ सदन में आमरण अनशन पर बैठे थे.
22 जून से बैठे थे अनशन पर
प्रोफेसर अग्रवाल 22 जून से गंगा कानून की मांग को लेकर हरिद्वार के उपनगर कनखल के जगजीतपुर स्थित मातृसदन आश्रम में अनशन पर बैठे हुए थे. उन्होंने मंगलवार की दोपहर दो बजे जल भी त्याग देने की चेतावनी दी थी. उनकी चेतावनी को देखते हुए मंगलवार दोपहर हरिद्वार के सांसद रमेश पोखरियाल निशंक मातृसदन पहुंचे थे. काफी देर तक चली वार्ता के बीच प्रोफेसर अग्रवाल ने निशंक को कहा कि अगर बुधवार सुबह सवा सात बजे तक उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे अपना शरीर त्यागने के लिए जल भी छोड देंगे.
पुलिस पर लगाया था जबरजस्ती का आरोप
स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद का स्वास्थ्य पिछले कुछ दिनों से तेजी से लगातार बिगड़ता जा रहा था. जिसके बाद प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने स्वामी को आश्रम से उठाकर ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में भर्ती करा दिया था. स्वीमी सानंद ने प्रशासन और पुलिस पर जबरन उठाने का आरोप लगाया था. वो अपना अनशन रूपी तपस्या जारी रखने की बात कर रहे थे.
जब पुलिस ने और प्रशासनिक टीम ने स्वामी को हॉस्पिटल में भर्ती किया तब भी सानंद का कहना था कि प्रशासन को उन्हें अनशन से उठाने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने प्रशासन पर अपने अधिकारों से बाहर जाकर काम करने का आरोप लगाया था.
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