RRB-NTPC Result: विरोध कर रहे छात्रों के समर्थन में उतरे राहुल-प्रियंका और अखिलेश, जानिए अबतक की बड़ी बातें
Railway Job Aspirants Protest: रेलवे ने धांधली के आरोपों को लेकर जांच के लिए एक समिति बनाई है. रेलवे ने बताया है कि उम्मीदवार 16 फरवरी 2022 तक अपनी शिकायत समिति को प्रस्तुत कर सकते हैं.
Railway Job Aspirants Protest: रेलवे परीक्षा को लेकर छात्रों का हंगामा और तेज हो गया है. आज छात्रों ने बिहार में गया रेलवे जक्शन के आउटर सिग्नल पर खड़ी एमटी ट्रेन के कोच में आग लगा दी. इस मामले को लेकर पूर्वी-मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने कहा है कि RRB-NTPC के परिणाम आने के बाद छात्रों में असंतोष देखा गया है. रेलवे बोर्ड ने छात्रों की समस्या को सुलझाने के लिए एक कमेटी का गठन किया है. मेरा छात्रों से निवेदन है कि वह अपने घर जाएं और शांति बनाए रखें. वहीं, मामले को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव आज दोपहर साढ़े तीन बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. जानिए अबतक की बड़ी बातें.
हंगामे के बाद रेलवे की ग्रुप डी की परीक्षा रोक दी गई है. साथ ही रेलवे ने धांधली के आरोपों को लेकर जांच के लिए एक समिति बनाई है. रेलवे ने बताया है कि उम्मीदवार 16 फरवरी 2022 तक अपनी शिकायत समिति को प्रस्तुत कर सकते हैं.
रेल मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपेगी समिति
रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि रेलवे ने एक समिति भी बनाई है, जो विभिन्न रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की ओर से आयोजित परीक्षाओं में सफल और असफल होने वाले परीक्षार्थियों की शिकायतों की जांच करेगी. प्रवक्ता के मुताबिक, दोनों पक्षों की शिकायतें और चिंताएं सुनने के बाद समिति रेल मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपेगी.
रेलवे ने स्थगित की एनटीपीसी, लेवल-1 की परीक्षाएं
रेलवे ने विरोध-प्रदर्शन के बाद एनटीपीसी और लेवल-1 की परीक्षाएं स्थगित करने का फैसला किया है. वहीं, रेलवे ने एक नोटिस जारी कर परीक्षार्थियों को चेतावनी दी थी कि प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ सहित अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल लोगों की रेलवे में भर्ती पर हमेशा के लिए पाबंदी लगा दी जाएगी.
राहुल ने विरोध कर रहे छात्राओं का समर्थन किया
राहुल गांधी ने रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की ओर से आयोजित परीक्षा की प्रक्रिया का विरोध कर रहे युवाओं का समर्थन करते हुए कहा कि अधिकारों के लिए आवाज उठाने को हर नौजवान स्वतंत्र है. उन्होंने बिहार में एक ट्रेन रोककर राष्ट्रगान गा रहे युवाओं का एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने को हर नौजवान स्वतंत्र है, जो भूल गए हैं, उन्हें याद दिला दो कि भारत लोकतंत्र है, गणतंत्र था, गणतंत्र है!’’
अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने को हर नौजवान स्वतंत्र है,
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 26, 2022
जो भूल गए हैं, उन्हें याद दिला दो कि भारत लोकतंत्र है,
गणतंत्र था, गणतंत्र है!#JusticeForStudents pic.twitter.com/9rK8I3CEox
प्रियंका गांधी ने क्या कहा?
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर अपने हक की बात कह रहे छात्र-छात्राओं के साथ डबल इंजन सरकार की पुलिस का व्यवहार देखिए. युवाओं के दमन के खिलाफ देश भर में इंकलाब होगा और बीजेपी का अहंकार चूर-चूर होगा. युवा रोजगार का हक लेकर रहेंगे.’’
प्रयागराज में पुलिस द्वारा छात्रों के लॉज में और हॉस्टलों में जाकर तोड़-फोड़ करना एवं उनको पीटना बेहद निंदनीय है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) January 25, 2022
प्रशासन इस दमनकारी कार्रवाई पर तुरंत रोक लगाए। युवाओं को रोजगार की बात कहने का पूरा हक है और मैं इस लड़ाई में पूरी तरह से उनके साथ हूं। pic.twitter.com/jjOxy2iZH2
अखिलेश यादव ने क्या कहा?
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, ‘’इलाहाबाद में अपने रोज़गार के लिए हक़ की आवाज़ बुलंद करने वाले बेगुनाह छात्रों पर पुलिस द्वारा हिंसक प्रहार शर्मनाक एवं घोर निंदनीय है. भाजपा सरकार में छात्रों के साथ जो दुर्व्यवहार हुआ है, वो बीजेपी के ऐतिहासिक पतन का कारण बनेगा. सपा संघर्षशील छात्रों के साथ है!’’
क्या है पूरा मामला?
रेलवे भर्ती बोर्ड की गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (आरआरबी-एनटीपीसी) परीक्षा 2021 परिणाम के विरोध में छात्रों ने कर बिहार और यूपी में विरोध प्रदर्शन किया, जो अन्य हिस्सों में फैल गया. इस दौरान छात्रों की पुलिस के साथ भी झड़प हुई. विरोध प्रदर्शन के कारण कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया. विरोध-प्रदर्शन की घटनाएं पटना, नवादा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, बक्सर और भोजपुर जिलों से हुईं. कुछ जगहों पर गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया और सुरक्षा बलों से भिड़ गए और रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाया.
प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि 2019 में जारी आरआरबी अधिसूचना में केवल एक परीक्षा का उल्लेख किया गया था. उन्होंने अधिकारियों पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया. परीक्षा परिणाम 15 जनवरी को घोषित होने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ा है. उस समय रेल मंत्रालय ने एक स्पष्टीकरण जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि अधिसूचना में दूसरे चरण की परीक्षा का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया था. सीबीटी के पहले चरण की परीक्षा सभी उम्मीदवारों के लिए एक सामान्य परीक्षा थी.
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