राजस्थान: बीजेपी विधायक बलबीर लूथरा के मोबाइल स्नेचिंग का मुद्दा विधानसभा में गूंजा
मामला इस लिए ज्यादा गंभीर हो गया कि एक तो विधायक और दूसरा मुख्यमंत्री निवास में महज एक किलोमीटर की दूरी पर पर ये मोबाइल लूट की घटना हुई.

जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर में मोबाइल और चेन स्नेचिंग की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती है. हाल ही में एक विधायक इस तरह की घटना का शिकार हो गए जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. बीजेपी के विधायक बलबीर लूथरा ने अपना मोबाइल गंवाया तो मामला विधानसभा में भी गूंज उठा. ये मामला जब विधानसभा में खुद विधायक लूथरा ने उठाया तो अध्यक्ष सीपी जोशी ने मंत्री से कहा कि गंभीर मामला है इसकी जांच करवाए.
अध्यक्ष के आदेश के बाद मंत्री शान्ति धारीवाल ने सदन को आश्वासन दिया कि कार्रवाई की जाएगी. विधायक बलबीर लूथरा ने राजस्थान विधानसभा में मामला उठाते हुए कहा कि राजधानी के वीआईपी इलाके सिविल लाइंस में दिनदहाड़े दो बाइक सवार उनका मोबाइल छीनकर भाग गए.
विधायक का बयान
मामला इस लिए ज्यादा गंभीर हो गया कि एक तो विधायक और दूसरा मुख्यमंत्री निवास में महज एक किलोमीटर की दूरी पर पर ये मोबाइल लूट की घटना हुई. बीजेपी विधायक लूथरा ने कहा कि कल मैं सिविल लाइंस फाटक के पास खड़ा था, दो बाइक सवार आए और मेरे हाथ से एंड्रॉयड मोबाइल छीनकर भाग गए. इस पर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा, विधानसभा चल रही है और विधायक के साथ इस तरह की घटना हो जाए, इस घटना को गंभीरता से लिया जाना चाहिए. विधायक के साथ दिनदहाड़े सिविल लाइंस जैसे वीआईपी इलाके में हुइ्र घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं.
विधानसभा अध्यक्ष ने दिए कार्रवाई के निर्देश
विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में सरकार को इस मामले में प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए. इस मामले में मंत्री धारीवाल ने कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी. विधायक लूथरा ने बताया कि मोबाइल छिन जाने के बाद उनको एक अन्य परेशानी का सामना भी करना पड़ा. दरअसल उन्होंने मोबाइल चोरी होने से पहले अपने फोन से कैब बुक करवा रखी थी. लेकिन बुकिंग डीटेल उनके फोन में थी और वो चोरी हो गया. अब कैब ड्राइवर ने उन्हें डिटेल्स के अभाव में बिठाने से मना कर दिया. बड़ी मुश्किल से एक गेस्ट हाउस के कर्मचारी के फोन से उन्होंने दुबारा कैब बुक करवाई.
फिलहाल जयपुर पुलिस ने विधायक के मोबाइल चोरी की एफआईआर लिख ली है और IEMI नंबर के सहारे चोरों की तलाश की जा रही हैं. लेकिन इस दौरान विधानसभा में ये चर्चा भी खूब रही कि मोबाइल विधायक जी का था इसलिए पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया वरना आम आदमी का तो पुलिस थाने में मामला भी दर्ज नहीं होता.
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Source: IOCL





















