Bharat Jodo Yatra: राहुल गांधी ने कन्नड़ जैसी क्षेत्रीय भाषाओं पर जताया भरोसा, जानें हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने पर क्या बोले
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा इस वक्त कर्नाटक राज्य से गुजर रही है. यहां उन्होंने हिंदी भाषा को लेकर बड़ी बात कही है.

Rahul Gandhi On Hindi Language: कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा पर हैं. उनका कारवां अभी कर्नाटक में है. राहुल गांधी ने अब हिंदी भाषा को लेकर अपनी बात कही है. उन्होंने कहा कि भारत देश में अकेले सिर्फ हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने का कोई इरादा नहीं है. ये भी कहा कि कन्नड़ भाषा के पहचान को कोई भी खतरा नहीं है.
हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने का इरादा नहीं
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, "अकेले हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने का कोई इरादा नहीं है और कन्नड़ जैसी क्षेत्रीय भाषाओं की पहचान को कोई खतरा नहीं है". राहुल गांधी ने ये बात शुक्रवार को शैक्षणिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों और शिक्षकों के साथ बातचीत के दौरान कही.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री प्रियांक खड़गे ने पत्रकारों को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की जानकारी देते हुए कहा, ‘‘राहुल गांधी के साथ कन्नड़ की पहचान को लेकर बातचीत की गयी. फिर उन्होंने कहा कि प्रत्येक मातृभाषा अहम है. हम सभी भाषाओं का सम्मान करते हैं. संविधान में सभी को अधिकार प्राप्त है.’’
कन्नड़ भाषा को खतरा नहीं
कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के मीडिया प्रभारी खड़गे ने कहा, ‘‘राहुल गांधी ने साफ तौर पर कहा कि अकेले हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने का कोई इरादा नहीं है और कन्नड़ भाषा की पहचान को कोई खतरा नहीं है.’’ दूसरी ओर कांग्रेस नेता के साथ बातचीत में भाग लेने वाले लोगों ने पुष्टि की कि वे कांग्रेस पार्टी से जुड़े नहीं हैं लेकिन संविधान को बचाने के लिए यात्रा में भाग ले रहे हैं.
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के रिसर्च विभाग के अध्यक्ष राजीव गौड़ा ने कहा कि बातचीत में शामिल हुए ज्यादातर लोगों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्ता में आने तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने के बाद से शिक्षा क्षेत्र में समस्याओं का मुद्दा उठाया.
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