मैक्स हॉस्पिटल केस: जुड़वा बच्चों को मृत घोषित करने वाले डॉक्टरों पर कसा शिकंजा
पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पूर्व) असलम खान ने बताया कि मैक्स अस्पताल ने जिन दो डॉक्टरों, एपी मेहता और विशाल गुप्ता को नौकरी से निकाला है वो दोनों जांच में शामिल हो गए हैं.

नई दिल्ली: मैक्स हेल्थकेयर की नौकरी से निकाले गए दो डॉक्टरों से पुलिस ने समय से पहले पैदा हुए जुड़वा बच्चों को मृत बताने के संबंध में पूछताछ की है. पुलिस ने बताया कि दोनों डॉक्टरों के साथ पूछताछ हुई है. ये पूछताछ करीब दो घंटे चली.
पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पूर्व) असलम खान ने बताया कि मैक्स अस्पताल ने जिन दो डॉक्टरों, एपी मेहता और विशाल गुप्ता को नौकरी से निकाला है वो दोनों जांच में शामिल हो गए हैं. डीसीपी ने हालांकि डीटेल में जानकारी देने से मना कर दिया.
जांच में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि अस्पताल के दो नर्सों से भी पूछताछ हुई. संयुक्त पुलिस आयुक्त (उत्तरी रेंज) सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि अस्पताल से ड्यूटी रोस्टर मांगा गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस इस संबंध में विशेषज्ञों के विचार भी ले रही है. जांचकर्ताओं ने अस्पताल को एक नोटिस भेजकर जांच में शामिल होने और दस्तावेज के अलावा सीसीटीवी फुटेज देने को कहा है.
मामला जुड़वा बच्चों (एक लड़का और एक लड़की) के जन्म से जुड़ा है. ये मामला बीते 30 नवंबर का है. दोनों ही बच्चों को शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल ने कथित तौर पर मृत बताया था. हालांकि बाद में परिवार वालों ने पाया कि इनमें से एक बच्चा जिंदा है.
पुलिस ने इस संबंध में दो डॉक्टरों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने दो दिसंबर को कहा था कि अगर जांच में अस्पताल की तरफ से लापरवाही का मामला पाया जाता है तो इसका लाइसेंस रद्द हो सकता है.
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Source: IOCL






















