PNB घोटाला: उद्योगपति मुकेश अंबानी के चचेरे भाई विपुल अंबानी से हुई पूछताछ
बाबा रामदेव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही नीरव मोदी जैसों को उनकी असली जगह पहुंचाएंगे. नीरव मोदी को उनके गलत कामों की सजा जरूर मिलेगी और सरकार उनसे पैसे भी वसूल करेगी.

नई दिल्ली: 11 हजार 500 करोड़ के पीएनबी महाघोटाले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं. जांच एजेंसियां नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को तलाश कर रही हैं. देश भर में इसी केस की चर्चा है और हर कोई जानना चाहता है कि इस मामले में आखिर नया क्या चल रहा है. इस घोटाले का खुलासा करने वाला आपका अपना चैनल एबीपी न्यूज़ आप तक इस मामले के हर अपडेट को सबसे पहले पहुंचा रहा है.
अब जांच की सुई देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के चचेरे भाई विपुल अंबानी तक पहुंच गई है. उनसे पूछताछ की गई है.
पीएनबी घोटाले पर बोले बाबा रामदेव
बाबा रामदेव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही नीरव मोदी जैसों को उनकी असली जगह पहुंचाएंगे. नीरव मोदी को उनके गलत कामों की सजा जरूर मिलेगी और सरकार उनसे पैसे भी वसूल करेगी. बाबा रामदेव ने कहा कि जहां पीएम मोदी देश को विकसित कर रहे हैं वहीं कुछ और मोदी देश को शर्मसार कर रहे हैं.
तीन साल पहले रोका जा सकता था घोटाला 11 हजार 500 करोड़ का घोटाला रोका जा सकता था, अगर तीन साल पहले जांच शुरू हो गई होती. वैभव खुरानिया ने 3 साल पहले पीएमओ को चिट्टी लिखकर बता दिया था कि मेहुल चोकसी कैसे देश को लूट रहा है और कैसे बैंक से लोन ले रहा है. वो खुद मेहुल चोकसी के पीड़ित रहे हैं. उन्होंने 2013 में मेहुल चोकसी के ब्रांड गीतांजलि की फ्रेंचाइजी ली थी और करीब डेढ़ करोड़ रुपए का निवेश भी किया लेकिन उन्हें गीतांजलि ब्रैंड की जो ज्वैलरी मिली वो बेहद खराब किस्म की थी. शिकायत करने पर गीतांजलि ने वो ज्वैलरी वापस ले ली लेकिन उसके बाद वैभव को कुछ नहीं दिया जिस वजह से उन्हें अपना स्टोर बंद करना पड़ा. खुरानिया ने मई 2015 में PMO को शिकायत भेजी लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई. जुलाई 2016 में कोर्ट के आदेश के बाद उनकी शिकायत पर FIR दर्ज की गई.
पीएनबी की ब्रांच सील ग्यारह हजार 500 करोड़ के घोटाले के बाद जांच के घेरे में आई पीएनबी मुंबई की ब्रैडी हाउस ब्रांच को सीबीआई ने सील कर दिया है. इस ब्रांच में अब बैंक के कर्मचारी भी नहीं आएंगे. इस ब्रांच में अब जांच होगी कि आखिर इतने बड़े घोटाले को कैसे अंजाम दिया गया.
जांच एजेंसियों को सौंपे दस्तावेज पीएनबी ने घोटाले से जुड़े दस्तावेज जांच एजेंसियों को सौंप दिए हैं. यूपीए और एनडीए दोनों ही सरकारों ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया था जिसके कारण 11 हजार 500 करोड़ रुपये का ये घोटाला हुआ. नीरव मोदी और मेहुल चोकसी दोनों ही फिलहाल फरार हैं.
नीरव मोदी के पास थे पीएनबी के पासवर्ड खबर ये भी है कि नीरव मोदी और उसकी टीम के पास पीएनबी के सिस्टम पासवर्ड थे. इन पासवर्ड के जरिए वह पीएनबी के सिस्टम को एक्सेस कर सकता था और अपने मन मुताबिक रकम का ट्रांसफर भी कर सकता था.

शक के घेरे में बैंक के अधिकारी जांच एजेंसियों ने गोकुल नाथ शेट्टी की सर्विस फाइल और कंप्यूटर को जब्त कर लिया है. शेट्टी के लगातार 8 साल तक एक ही बैंक में बने रहने को लेकर आला प्रबंधन शक के घेरे में है. जांच के बाद कुछ और बड़े अधिकारियों के नाम सामने आ सकते हैं.
ऐसे काम करता था शेट्टी शेट्टी बैंक के सिस्टम में छोटी रकम डालता था जिससे कोई ज्यादा ध्यान ना दे. मान लिजिए 50 लाख अमाउंट डाला तो बैंक इसे ज्यादा नोटिस में नहीं लेता था. इसके बाद शेट्टी कोड के सहारे उस अमाउंट को मोडिफाई करके विदेशी बैंको को भेज देता था. इस तरह अगर वो सिस्टम में 50 लाख रूपये की एंट्री करता था तो 5 करोड़ ट्रांसफर होते थे. ये सारे घोटाले शेट्टी मैसेज को मोडिफाई करके करता था.
कौन है गोकुल शेट्टी पंजाब नेशलन बैंक से रिटायर हो चुके इसी शख्स ने फर्जीवाड़े का पूरा रास्ता तैयार किया. सीबीआई अब इसे शिकंजे में लेकर पूछताछ कर रही है. शेट्टी का पैतृक गांव कर्नाटक के मंगलौर से करीब 30 किलोमीटर दूर मुल्की में है. साल 2005 में गोकुलनाथ पहली बार नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के संपर्क में तब आया जब उसकी नियुक्ति मुंबई के फोर्ट स्थित ब्रैडी हाउस में हुई. पीएनबी के इसी ब्रांच में नीरव मोदी का एकाउंट है. खास बात है कि गोकुलनाथ शेट्टी अपने रिटायरमेंट तक पीएनबी के ब्रैडी हाउस ब्रांच में रहा जबकि कायदे से साल 2010 में उसका ट्रांसफर कहीं और हो जाना चाहिए था.
जुटाई अकूत संपत्ति साल 2005 में गोकुलनाथ शेट्टी की नीरव मोदी से पहली मुलाकात हुई और उसी साल उसने मलाड लिंक रोड पर 3 BHK का आलीशान फ्लैट खरीदा. आज उस फ्लैट की कीमत करीब 4 करोड़ बताई जा रही है. गोकुलनाथ शेट्टी के पास बोरीवली के कस्तूर पार्क में भी एक फ्लैट है. गोकुलनाथ शेट्टी ने अपने गांव में भी एक आलीशान घर बनवाया है, जमीन के कई टुकड़े लिए हैं और कुछ दुकान भी खरीदी हैं.
गहनता से जांच जारी गोकुलनाथ शेट्टी पीएनबी के जिस डिप्टी मैनेजर के पद से पिछले साल रिटायर हुआ है, उसकी सैलरी एक से डेढ़ लाख से बीच होती है जबकि अबतक जो उसी संपत्ति सामने आयी है, वही करोड़ों में है. इसके अलावा अभी बैंक एकाउंट, लॉकर और उसके घरवालों के खातों की भी जांच चल रही है. खुद गोकुलनाथ शेट्टी की निजी जिंदगी रहस्यों में घिरी हुई है. उसके कई जाननेवाले बता रहे हैं, वो कभी मेहनती था और उसके खिलाफ कभी कोई शिकायत नहीं आई. यही नहीं अपने 36 साल के करियर में उसने कभी प्रमोशन के लिए भी हाय तौबा नहीं मचाया. 36 साल की सर्विस में कभी बड़ी पोस्ट की चाह नहीं.
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Source: IOCL























