Poonch Terror Attack: महबूबा मुफ्ती का केंद्र पर निशाना, कहा- इतने सुरक्षित इलाके में पुंछ आतंकी हमला कैसे हो गया, सवाल पूछा जाना चाहिए
PDP President Mehbooba Mufti: जम्मू-कश्मीर प्रशासन पर सवालिया निशान उठाते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पुंछ आतंकी हमले को लेकर यहां लोगों को पकड़ा जा रहा है, उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है.
Mehbooba Mufti On Poonch Attack: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने शनिवार (29 अप्रैल) को केंद्र सरकार पर गंभीर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले पुंछ में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई थी जिसमें हमारे 5 जवान शहीद हो गए थे.
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के हालिया इंटरव्यू का हवाला देते हुए पुलवामा हमले पर केंद्र को घेरा. उन्होंने कहा कि सत्यपाल मलिक ने कहा था कि सरकार ने पुलवामा हमले को छिपाने की कोशिश की. सवाल पूछा जाना चाहिए कि इतने सुरक्षित इलाके में पुंछ आतंकी हमला कैसे हो गया.
हिरासत में कोई कैसे आत्महत्या कर सकता है?
जम्मू-कश्मीर प्रशासन पर सवालिया निशान उठाते हुए मुफ्ती ने कहा, "पुंछ आतंकी हमले को लेकर यहां लोगों को पकड़ा जा रहा है, उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है और पूछताछ की जा रही है. मुख्तार शाह नाम के शख्स को पहले गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में कहा गया कि उसने पुलिस हिरासत में आत्महत्या कर ली. हिरासत में कोई कैसे आत्महत्या कर सकता है?
लोगों को परेशान किया जा रहा- मुफ्ती
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मुख्तार शाह के परिवार का कहना है कि उन्हें घर से उठाया गया था. एनआईए और दूसरी एजेंसियों ने भी उनके घर पर छापा मारा था, घर में तोड़फोड़ की गई थी. इसके बाद एक वीडियो सामने आया जिसमें वह कहते हैं कि उनके परिवार और अन्य लोगों को परेशान किया जा रहा है. शाह ने खुद कैसे वीडियो रिकॉर्ड किया? यह किसी और ने स्पष्ट रूप से रिकॉर्ड किया था.
दर्जनों लोग एनआईए की हिरासत में
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इस समय कई अन्य घायल हैं जो अस्पताल में भर्ती हैं, उन्हें पूछताछ के लिए उठाया गया है. दर्जनों सेना, पुलिस और एनआईए की हिरासत में हैं. पुंछ के लोग मिलनसार हैं और हमेशा सही चीजों के लिए खड़े रहते हैं.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ में 20 अप्रैल को सेना के एक ट्रक पर घात लगाकर आतंकियों ने हमला कर दिया था. इस हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे. अब आतंकवादियों का पता लगाने के लिए सुरक्षाबलों ने व्यापक तलाशी अभियान चलाया हुआ है. इस मामले में अब तक करीब दर्जनों लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.