राज्यसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण आज, सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जाएगा खास ख्याल
यह पहला मौका होगा जब अंतर सत्र की अवधि में सदस्य सदन के चैम्बर में शपथ लेंगे ताकि कोविड-19 के मद्देनजर सामाजिक दूरी के मानकों का पालन किया जा सके.

नई दिल्ली: राज्यसभा के नवनिर्वाचित सदस्य आज सुबह 11 बजे सदन के चैम्बर में शपथ लेंगे. फिलहाल 61 में से 42 सांसद आज शपथग्रहण कार्यक्रम में आने के लिए मंजूरी दे चुके हैं. बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे, झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता शिबू सोरेन, प्रियंका चतुर्वेदी जैसे प्रमुख चेहरे 61 राज्यसभा सांसदों में शामिल हैं.
20 राज्यों से 61 सदस्य निर्वाचित हुए हैं
यह पहला मौका होगा जब अंतर सत्र की अवधि में सदस्य सदन के चैम्बर में शपथ लेंगे ताकि कोविड-19 के मद्देनजर सामाजिक दूरी के मानकों का पालन किया जा सके. शपथग्रहण आमतौर पर या तो सत्र के दौरान होता है अथवा जब संसद सत्र नहीं होता है तब राज्यसभा के सभापति के चैम्बर में होता है. राज्यसभा के लिये हाल के चुनाव में 20 राज्यों से 61 सदस्य निर्वाचित हुए हैं. प्रत्येक सदस्य को शपथ ग्रहण समारोह में अपने साथ केवल एक अतिथि को लाने की अनुमति होगी.
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने इस बारे में निर्णय किया है और इसमें राज्यसभा और लोकसभा दोनों से जुड़ी विभाग संबंधी संसद की स्थायी समितियों की बैठक शुरू करने और इन बैठकों में नये सदस्यों के हिस्सा लेने की इच्छा व्यक्त करने को ध्यान में रखा है. के केशव राव और तिरूचि शिवा जैसे राज्यसभा के कुछ नवनिर्वाचित और दोबारा चुने गए कुछ सदस्य संसदीय समितियों के अध्यक्ष हैं और बिना शपथ लिये संबंधित समितियों की बैठक नहीं बुला सकते.
पद एवं गोपनीयता की शपथ लिये बिना समितियों की बैठकों में हिस्सा नहीं ले सकते
नवनिर्वाचित सदस्य भी पद एवं गोपनीयता की शपथ लिये बिना समितियों की बैठकों में हिस्सा नहीं ले सकते. राज्यसभा के महासचिव ने सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को आज शपथग्रहण होने के बारे में लिखकर सूचित किया है. जो लोग इस दिन नहीं आ पायेंगे, उन्हें संसद के मानसून सत्र के दौरान शपथ दिलायी जायेगी. नये सदस्यों के लिये शपथ ग्रहण की योजना पहले बनाई गई थी, लेकिन कुछ सदस्यों द्वारा दिल्ली यात्रा करने के संबंध में व्यक्त की गई चिंताओं को देखते हुए इसे टाल दिया गया था.
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