हिज्ब-उत-तहरीर को गृह मंत्रालय ने घोषित किया आतंकी संगठन, देश के लिए खतरा बता लगाया बैन
MHA Ban On HUTI: गृह मंत्रालय ने ग्रुप को गैरकानूनी घोषित करते हुए कहा, हिज्ब-उत-तहरीर भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था और आंतरिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है.
MHA Ban On Hizb-Ut-Tahrir Islamic: जम्मू कश्मीर समेत देश के अन्य हिस्सों में सक्रिय हिज्ब-उत-तहरीर नाम के संगठन के खिलाफ भारत सरकार ने कड़ी कार्रवाई करते हुए उसे बैन कर दिया है. गृह मंत्रालय ने गुरुवार (10 अक्टूबर) को गजट नोटिफिकेशन जारी करते हुए हिज्ब उत तहरीर को आतंकवादी संगठन घोषित किया है.
गृह मंत्रालय के मुताबिक, यह संगठन देश में तमाम तरह की आतंकी गतिविधियों में शामिल है और नए युवकों को बहला फुसलाकर उन्हें संगठित आतंकवाद के लिए प्रेरित करता है. बता दें कि पिछले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में NIA की कार्रवाई में कई ऐसे प्रमाण मिले हैं कि हिज्ब-उत-तहरीर संगठन देश विरोधी गतिविधियों में शामिल है.
NIA की रिपोर्ट के आधार पर गृहमंत्रालय ने आज बड़ा फैसला लेते हुए इस संगठन आतंकी संगठन की श्रेणी में डाला है. गृहमंत्रालय के मुताबिक, यह संगठन विभिन्न आतंकी गतिविधियों में शामिल है, जिसमें भोले-भाले युवाओं को आतंकवादी संगठनों में शामिल होने के लिए उकसाना और आतंकी गतिविधियों के लिए धन जुटाना शामिल है, जो भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता के लिए गंभीर खतरा है. पिछले एक वर्ष में ऐसे कई संगठन बैन किए जा चुके हैं.
आईएसआईएस के लिए काम करता है हि्ज्ब-उत-तहरीर
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन में कहा कि एचयूटी भोले-भाले युवाओं को इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) जैसे आतंकवादी संगठनों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने और आतंकी गतिविधियों के लिए धन जुटाने में शामिल है.
इसमें कहा गया है कि एचयूटी विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, सुरक्षित ऐप का उपयोग करके और भोले-भाले युवाओं को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए 'दावा' बैठकें आयोजित करके आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है.
केंद्र सरकार ने एचयूटी को मानती है आतंकवादी संगठन
अधिसूचना में कहा गया है, "चूंकि, केंद्र सरकार का मानना है कि हिज्ब-उत-तहरीर आतंकवाद में शामिल है और उसने भारत में विभिन्न आतंकवादी कृत्यों में भाग लिया है." अधिसूचना में इस समूह को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत प्रतिबंधित संगठन घोषित किया गया है.
संगठन के कई लोग गिरफ्तार
इससे पहले तमिलनाडु हिज्ब-उत-तहरीर मामले के सिलसिले में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और भारत में इस्लामी खिलाफत स्थापित करने के प्रयास शामिल थे. अधिकारियों के मुताबिक, बुधवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इस संगठन के 'नकिब', 'अमीर' फैजुल रहमान को गिरफ्तार किया.
एनआईए के एक बयान में कहा गया, "आरोपियों ने कई समूहों के बीच हिज्ब-उत-तहरीर की विचारधारा फैलाने के लिए कई गुप्त बैठकें की थीं और पूरे तमिलनाडु में विभाजनकारी अभियान चलाए थे."
ये भी पढ़ें: घर को घेरे खड़े थे आतंकी, दबे पैर पहुंचे कमांडो ने पलभर ने लगा दिया ठिकाने, Video देख नहीं कर पाएंगे यकीन