Illegal Weapons Surrender: मणिपुर में बड़ा बदलाव! लोगों ने स्वेच्छा से सौंपे अवैध हथियार, शांति और सुरक्षा की ओर मजबूत कदम
Ajay Kumar Bhalla: मणिपुर में शांति बहाल करने की दिशा में बड़ा कदम उठा गया है. राज्यपाल अजय कुमार भल्ला की अपील पर चुराचांदपुर और कांगपोकपी में लोगों ने अवैध हथियार सरेंडर किए.

Manipur Weapon Surrender: मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला की अपील के बाद राज्य में अवैध हथियार सरेंडर करने की प्रक्रिया तेज हो गई है. हाल ही में चुराचांदपुर और कांगपोकपी जिलों में बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद स्वेच्छा से सरेंडर किए गए. समाज को हथियार मुक्त करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से असम राइफल्स, सीआरपीएफ और पुलिस ने एक व्यापक जनजागरूकता अभियान शुरू किया था.
इस अभियान के पॉजिटिव रिजल्ट सामने आए हैं जिसके तहत लोगों ने अपने पास मौजूद गैरकानूनी और लूटे गए हथियार सरकारी एजेंसियों को सौंप दिए हैं. अधिकारियों के अनुसार इस पहल से राज्य में शांति स्थापित करने में मदद मिलेगी.
सरेंडर किए गए हथियारों की जानकारी
सरेंडर किए गए हथियारों में कुल 16 अवैध या लूटे गए हथियार शामिल हैं. इनमें 1 एम-16 राइफल, 1 सात .62 एमएम एसएलआर, 2 एके राइफलें, 3 INSAS राइफलें, 2 एम-79 अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर (UBGL), 1 नौ एमएम कार्बाइन मशीन गन, 1 51 एमएम मोर्टार, 3 .303 राइफलें और 2 सिंगल बैरल राइफलें शामिल हैं.
इसके अलावा सरेंडर किए गए गोला-बारूद में 64 जिलेटिन स्टिक्स, 10 राउंड 60 एमएम पंपी के गोले, 17 राउंड एके गोला-बारूद, 40 राउंड 5.56 एमएम राइफल गोला-बारूद और 3 9 एमएम कैलिबर गोलियां शामिल हैं. ये हथियार और गोला-बारूद सुरक्षा एजेंसियों के पास जमा किए जा चुके हैं और उनकी विस्तार से जांच की जा रही है.
सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की योजना
इसके अलावा कई और प्रकार के गोला-बारूद भी सरेंडर किए गए जिनमें 27 9एमएम जिंदा कारतूस, 92 7.62 एमएम एके-47 के जिंदा राउंड, 40 7.62 एमएम सीटीएन राउंड, 45 5.56 एमएम INSAS के राउंड, 13 छोटे INSAS 20 KF राउंड, 65 .303 बोर के कारतूस, 30 12 बोर के कारतूस और कई खाली मैगजीन शामिल हैं.
इनमें से कुछ मैगजीन चीन निर्मित बताई जा रही हैं. सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि ये अभियान आगे भी जारी रहेगा जिससे और ज्यादा लोग अपने अवैध हथियार सौंप सकें. इस पहल से मणिपुर में शांति और स्थिरता कायम करने में मदद मिलेगी साथ ही कानून-व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा. अधिकारियों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में और ज्यादा स्वेच्छिक सरेंडर देखने को मिलेंगे जिससे राज्य में हिंसा और इलीगल एक्टिविटी पर रोक लग सकेगी.
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Source: IOCL






















