मध्य प्रदेश की सियासत में नया मोड़, बसपा-सपा विधायकों ने बीजेपी पर लगाए गए कांग्रेस के आरोपों को बताया बेबुनियाद
मध्य प्रदेश में सपा और बसपा के विधायकों ने बीजेपी पर बंधक बनाने के कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया है. उनका कहना है कि हमारे साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ है. हम निजी कारणों से संपर्क से बाहर थे.

भोपाल: मध्य प्रदेश के सियासी ड्रामे में अब नया मोड़ आ गया है. दरअसल पिछले दो दिनों से गायब विधायकों ने विधायकों को अगवा कर बंधक बनाए जाने के कांग्रेस के आरोपों को खारिज कर दिया है. बसपा से विधायक रामबाई, संजीव सिंह कुशवाह और समाजवादी पार्टी के राजेश शुक्ला ने संपर्क से बाहर रहने की वजह निजी कारणों को बताया है. सपा विधायक शुक्ला, दिग्विजय सिंह के बीजेपी पर लगाए गए आरोपों को लेकर कहा कि वो बुजुर्ग हो गए हैं, इसलिए ऐसे बयान दे रहे हैं. वहीं कांग्रेस के चार विधायकों से अब भी पार्टी के बड़े नेता संपर्क नहीं कर पाए हैं. ये विधायक कहां हैं और कब तक आएंगे फिलहाल साफ नहीं हो पाया है.
'सपा-बसपा विधायक बोले कांग्रेस माफी मांगे' बुधवार को सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ लगातार विधायकों और मंत्रियों से चर्चा करते रहे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को अनर्गल बयान ना देने की हिदायत दी. बसपा विधायक रामबाई और संजीव सिंह कुशवाह ने कहा कि कोई खरीद-फरोख्त नहीं हुई है. हम पर आरोप लगाने वाले मंत्रियों को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए. इससे पहले पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने गुड़गांव में विधायकों की खरीद-फरोख्त, बंधक बनाने और मारपीट किए जाने के आरोप लगाए थे.
'कांग्रेस नेता नंबर बढ़ाने के लिए कर रहे बयानबाजी' बसपा विधायक संजीव सिंह ने कहा कि अगर कांग्रेस नेता हमें छुड़ाकर लाए हैं तो अपने विधायकों को क्यों नहीं छुड़ा पाए. मायावती ने कांग्रेस सरकार का समर्थन करने के लिए कहा था, इसी बात पर हम कायम हैं. हमें कुछ नहीं चाहिए. अगर हमें सरकार के साथ नहीं रहना होता तो हम पहले ही उन्हें छोड़ देते. मंत्री बस अपने नंबर बढ़वाने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं. विधायक संजीव सिंह कुशवाह ने कहा कि दिल्ली जाना और बीजेपी नेताओं से मिलना कौन-सा गुनाह है जिस पर इतना हंगामा हो रहा है.
रामबाई बोलीं- मेरे साथ नहीं हुई कोई मारपीट बसपा विधायक रामबाई ने कहा, "मेरा दिल्ली जाने का कार्यक्रम पहले से ही तय था. मेरी बेटी ने फ्लाइट का टिकट बुक कराया था. दिग्विजय का भूपेंद्र सिंह के साथ जाने का आरोप गलत है. किसी ने मुझे हाथ तक नहीं लगाया और कहा जा रहा है कि मारपीट की गई. ना बीजेपी और ना ही कांग्रेस में इतनी हिम्मत है कि मुझे हाथ लगा सके. बीजेपी पर खरीद-फरोख्त के लगाए जा रहे सभी आरोप गलत हैं."
'बीजेपी प्रदेश को बदनाम करना बंद करे' वहीं उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर निशाना साधते हुए कहा, "पहले व्यापम, किसानों की हत्या और अब लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं. ईश्वर उनको सद्बुद्धि दे. जहां से बीजेपी की सोच खत्म होती है वहां से कमलनाथ की शुरू होती है. सभी विधायक कमलनाथ के संपर्क में थे. सभी विधायकों से बातचीत के वीडियो ऑडियो हमारे पास हैं. बीजेपी मध्य प्रदेश का मुंह काला करने में लगी है. सभी विधायक खुद आए हैं. गुरुग्राम में इन लोगों ने गुंडों को बैठाया था. इसका खुलासा समय पर होगा. सभी विधायक हमारे साथ हैं. सभी कमलनाथ के संपर्क में है."
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