Lok Sabha Elections 2024: 'जनता चाहती है चुनाव लड़ें राहुल गांधी, लेकिन CEC...' जानें अमेठी के सस्पेंस पर क्या बोले जयराम रमेश
Jairam Ramesh On Rahul Gandhi: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी और दूसरी लिस्ट आने वाली है. वहीं कांग्रेस की पहली लिस्ट आज या कल में आ सकती है.

Jairam Ramesh On Rahul Gandhi: देश लोकसभा चुनाव 2024 की दहलीज पर खड़ा है. राजनीतिक दल जनता को प्रभावित करने के लिए तरह-तरह की कोशिश कर रहे हैं. वहीं, नेताओं का एक दूसरे पर वार पलटवार भी जारी है. इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अमेठी से चुनाव लड़ने की चुनौती दी तो कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने जवाब दिया.
कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए गुजरात के दाहोद पहुंचे जयराम रमेश ने न्यूज एजेंसी एएनआ से बात करते हुए कहा, “स्मृति ईरानी चाहे जो भी कह लें. हमारी एक प्रक्रिया होती है. बैठक होगी, चर्चा होगी फिर उम्मीदवारों की सूची सामने आएगी. मेरा मानना है कि कल की जो बैठक हुई उसमें जिन राज्यों पर चर्चा हुई, उन राज्यों के उम्मीदवारों की घोषणा आज या कल में हो जाएगी.”
राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने पर क्या बोले जयराम रमेश?
वहीं उन्होंने राहुल गांधी के अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ने पर जवाब देते हुए कहा, “जनता के मन में है, लोगों की भावना है और मांग है. मैं भी खुद भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान अमेठी में था और मैं रायबरेली में भी था. जनता तो चाहती है लेकिन आखिरी फैसला तो सीईसी को करना है. प्रियंका गांधी और राहुल गांधी कहां से लड़ेंगे, वो तय करेंगे. सीईसी में उस पर चर्चा होगी, उसके बाद निर्णय लिया जाएगा.”
#WATCH | Dahod, Gujarat: Congress MP Jairam Ramesh says "No matter what Smriti Irani says, we have a procedure. There will be a meeting, discussions will be done and then the list of candidates will come out. I believe the announcement of candidates from the states that were… https://t.co/w5MstbOOO6 pic.twitter.com/QkYQDOWIYX
— ANI (@ANI) March 8, 2024
स्मृति ईरानी ने क्या कहा था?
इससे पहले बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने कहा था, “जो लोग ये सोचते हैं कि अमेठी गांधी परिवार का गढ़ है वो लोग अपनी तरफ से एक उम्मीदवार देने में इतना समय क्यों लगा रहे हैं. उनके आत्मविश्वास में कमी ही बता रही है कि अमेठी अब कांग्रेस का गढ़ नही रही. अगर वो सीटों से लड़ते हैं तो अमेठी से वो अपनी हार को चुनाव से पहले ही स्वीकार कर रहे हैं. अगर उनके नेता में दम है तो बिना मायावती और अखिलेश के सहारे सिर्फ अकेले अमेठी से चुनाव लड़कर क्यों नहीं दिखाते.”
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Source: IOCL





















