अब CRPF की Z कैटेगरी की सुरक्षा घेरे में रहेंगे केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, IB के अलर्ट के बाद बदलाव
Chirag Security: पहले चिराग की सुरक्षा में SSB के कमांडो तैनात थे. दरअसल, कुछ समय पहले IB की ओर से गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट दी गई थी. इसमें इनपुट के आधार पर चिराग पर हमले की आशंका जताई गई थी.
Chirag Paswan Security Changed: केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास गुट) के मुखिया चिराग पासवान की सुरक्षा में बदलाव किया गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उन्हें CRPF की Z कैटेगरी की सुरक्षा दी है. पहले चिराग की सुरक्षा में SSB के कमांडो तैनात थे. दरअसल, ये बदलाव IB की थ्रेट रिपोर्ट के बाद किया गया है.
सूत्रों के अनुसार, जेड कैटेगरी के तहत चिराग पासवान की सुरक्षा में कुल 33 सुरक्षागार्ड तैनात रहेंगे. इनके साथ ही 10 आर्म्ड स्टैटिक गार्ड उनके घर पर रहेंगे. इसके अलावा 6 राउंड द क्लॉक पीएसओ, तीन शिफ्ट में आर्म्ड स्कॉर्ट के 12 कमांडो, वाचर्स शिफ्ट में 2 कमांडो और 3 ट्रेंड ड्राइवर राउंड द क्लॉक मौजूद रहेंगे.
पहली बार मिली है बड़ी जिम्मेदारी
बता दें कि चिराग पासवान पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री का जिम्मा संभाल रहे हैं. उनकी पार्टी 2014 से ही मोदी सरकार का हिस्सा है, लेकिन नरेंद्र मोदी के दो टर्म में उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी गई थी. खुद को मोदी का हनुमान बताने वाले चिराग पासवान लगातार अपनी पार्टी के विस्तार पर भी काम कर रहे हैं. कुछ समय पहले आईबी ने चिराग को लेकर एक थ्रेट रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंपी थी उसे देखते हुए ही अब उनकी सुरक्षा बढ़ाने का फैसला हुआ है.
पिछले 6 महीनों में कुछ मौकों पर सरकार खिलाफ भी गए
चिराग पासवान वैसे तो खुद को पीएम मोदी का हनुमान बताते हैं, लेकिन पिछले 6 महीने में कई मौके ऐसे भी आए हैं, जब उन्होंने सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है. सबसे पहले उन्होंने कोटे में कोटा को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सरकार से अलग जाकर इस आदेश का विरोध किया. इसके बाद इसी मुद्दे पर बुलाए गए भारत बंद का भी चिराग ने समर्थन किया. सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्रालयों के लिए निकाली गई वैकेंसी में मेरिट के आधार पर भर्ती का भी चिराग ने विरोध किया. हालांकि विपक्ष और अन्य संगठननों के विरोध के चलते केंद्र सरकार को यह फैसला वापस लेना पड़ा था.
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